-पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से रोकने के लिए भाजपा के दवाब में चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टी के पंजीकरण की प्रक्रिया में बड़े बदलाव कर रहा है- राघव चड्ढा
- आजाद भारत के इतिहास में पहली बार चुनाव आयोग एक राजनीतिक पार्टी के पंजीकरण के लिए विशेष बदलाव करते हुए ऑब्जेक्शन की 30 दिन की अवधि को घटाकर 7 दिन कर रहा है- राघव चड्ढा
- आचार संहिता लगने के बाद चुनाव से महज 25 दिन पहले राजनीतिक पार्टी का पंजीकरण करने जा रहा है- राघव चड्ढा
- सबसे बड़ा सवाल है कि ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि कानूनों को बदलकर रातों रात विशेष राजनीतिक पार्टी को पंजीकृत कराने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं- राघव चड्ढा
- राजनीतिक पार्टी जो पंजीकृत होगी वह देश की जनता के सामने भारतीय जनता पार्टी और अमित शाह से रिश्ते सार्वजनिक करे- राघव चड्ढा
- भारतीय जनता पार्टी ने पहले सोचा कि शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस और अमरिंदर सिंह को आगे करके आम आदमी पार्टी को रोक सकते हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी नहीं रुकी तो नई पार्टी का पंजीकरण करवा रहे हैं- राघव चड्ढा
नई दिल्ली, 13 जनवरी, 2021: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता राघव चड्ढा ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से रोकने के लिए भाजपा के दवाब में चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टी के पंजीकरण की प्रक्रिया में बड़े बदलाव कर रहा है। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार चुनाव आयोग एक राजनीतिक पार्टी के पंजीकरण के लिए विशेष बदलाव करते हुए ऑब्जेक्शन की 30 दिन की अवधि को घटाकर 7 दिन कर रहा है। आचार संहिता लगने के बाद चुनाव से महज 25 दिन पहले राजनीतिक पार्टी का पंजीकरण करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सवाल है कि ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि कानूनों को बदलकर रातों रात विशेष राजनीतिक पार्टी को पंजीकृत कराने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। राजनीतिक पार्टी जो पंजीकृत होगी वह देश की जनता के सामने भारतीय जनता पार्टी और अमित शाह से रिश्ते सार्वजनिक करे। भारतीय जनता पार्टी ने पहले सोचा कि शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस और अमरिंदर सिंह को आगे करके आम आदमी पार्टी को रोक सकते हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी नहीं रुकी तो नई पार्टी का पंजीकरण करवा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के पंजाब सह प्रभारी और विधायक राघव चड्ढा ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा करने वाले चुनाव आयोग की मुख्य जिम्मेदारी होती है निष्पक्ष चुनाव कराकर लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई पार्टी को सरकार बनाने का मौका देना। चुनाव आयोग को हम भारत के लोकतंत्र का एक स्तंभ कहते हैं। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार वह राजनीतिक पार्टी के पंजीकरण की प्रक्रिया में दो बड़े बदलाव करने जा रहा है। पुख्ता जानकारी मिली है कि एक राजनीतिक पार्टी को विशेष ट्रीटमेंट देते हुए चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टी की पंजीकरण प्रक्रिया में दो बड़े बदलाव करने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक पार्टी के पंजीकरण करने से पहले 30 दिन की एक समय सीमा होती है, जिसे ऑब्जेक्शन अवधि कहा जाता है। यानी कि 30 दिन तक लोग उस राजनीतिक पार्टी के पंजीकरण पर अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। भारत का चुनाव आयोग एक विशेष ट्रीटमेंट करते हुए इस 30 दिन की अवधि को घटाकर 7 दिन कर रहा है। यानी कि एक तिहाई से कम कर रहा है। एक विशेष राजनीतिक पार्टी के पंजीकरण को लेकर ऐसा किया जा रहा है। दूसरा बड़ा बदलाव आचार संहिता लगने के बाद, चुनाव से महज 25 से 27 दिन पहले राजनीतिक पार्टी का पंजीकरण करने जा रहा है।
राघव चड्ढा ने कहा कि इससे कुछ सवाल खड़े होते हैं। चुनाव आयोग, भारतीय जनता पार्टी और अमित शाह से आम आदमी पार्टी पहला सवाल पूछती है कि भारतीय जनता पार्टी आज किस पार्टी को पंजीकृत कराकर चाहती है कि उसे फरवरी में होने वाले चुनावों में उतारा जाए? वह कौन सी राजनीतिक पार्टी है, जिसके लिए यह विशेष प्रावधान किए जा रहे हैं? दूसरा बड़ा सवाल ऐसी क्या जरूरत पड़ गई कि कानूनों को बदलकर रातों रात विशेष राजनीतिक पार्टी को पंजीकृत कराने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं? तीसरा बड़ा सवाल इस राजनीतिक पार्टी के ग्रुप के पंजीकरण होने के बाद सबसे ज्यादा राजनीतिक नुकसान किस पार्टी को होगा? चौथा सवाल अगर यह पार्टी पंजीकृत होती है तो कौन सी राजनीतिक पार्टी को फायदा होगा? पांचवा सवाल कि राजनीतिक पार्टी जो पंजीकृत होगी वह देश की जनता के सामने भारतीय जनता पार्टी के और अमित शाह से अपने रिश्ते सार्वजनिक करें। विशेष प्रावधानों के तहत मोर्चे को पंजीकृत करा रहे हैं उनसे यह सवाल बनता है कि भारतीय जनता पार्टी से क्या कोई आपका रिश्ता है? यह पांच बड़े सवाल आम आदमी पार्टी पूछ रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की सियासत को लेकर लंबे समय से पत्रकारिता कर रहे लोग भी अच्छे से समझेंगे कि आम आदमी पार्टी को पंजाब में सरकार बनाने से रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी किसी भी स्तर तक जाएगी। भारतीय जनता पार्टी ने पहले सोचा कि शिरोमणि अकाली दल को आगे करके शायद आम आदमी पार्टी को रोक सकते हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी नहीं रुकी। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने सोचा कि कांग्रेस को आगे करके हमारी पार्टी को रोक सकते हैं। लेकिन कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी को नहीं रोक पाई। इसके बाद भाजपा ने कैप्टन अमरिंदर के साथ मिलकर अपना मोर्चा तैयार किया। उनका गठबंधन भी आम आदमी पार्टी राजनीतिक पार्टी को नहीं रोक पा रहा है।
राघव चड्ढा ने कहा कि ऐसे में अब भाजपा, पंजाब में नई पार्टी लाने के लिए तमाम तरह की सहूलियत देने जा रही है, ताकि राजनीतिक पार्टी पंजीकृत हो जाए, जबकि 1 माह से पहले पंजीकृत नहीं हो सकती है। हमने भी अपनी राजनीतिक पार्टी कुछ साल पहले ही रजिस्टर कराई थी। तब हमारे लिए बड़ी लंबी प्रक्रिया थी। हमने आवेदन दिया, उसमें कुछ बदलाव किए गए। इसके अलावा कई दिक्कतों को दूर किया। हस्ताक्षरों में भी कुछ सुधार करवाया गया था। इसके बाद 30 दिन का ऑब्जेक्शन पीरियड होता है। इस तरह हमारी पार्टी को पंजीकृत होने में कई हफ्ते लग गए। अब चुनाव आचार संहिता लगने के बाद दो बड़े बदलाव कर पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल किया जा रहा है। यह एक खास मोर्चे के लिए किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी आज भारतीय जनता पार्टी और इलेक्शन कमिशन से खुलकर पांच सवाल पूछ रही है जिनके साफ तौर पर जवाब दिए जाएं।
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