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दोनों जमीयत, जमात और एपीसीआर जैसे संगठन आतंकवाद के नाम पर मुस्लिम युवाओं की पीठ में छुरा घूम रहे हैं: देश के जाने माने वकील महमूद प्राचा का संगीन आरोप
नयी दिल्ली: देश के जाने-माने वकील महमूद प्राचा ने वतन समाचार से विशेष बातचीत में कई चौंकाने वाले इंकेशाफ़ात किए हैं. उन्हों ने आतंकवाद के नाम पर जेलों में बंद नौजवानों के केसों की सच्चाई उजागर करते हुए दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि मुझे दुख के साथ कहना पड़ता है कि जो लोग जेलों में बंद नौजवानों की पैरवी का ढिंढोरा पीटते हैं वही उनके दुश्मन हैं. उन्होंने सीधे-सीधे इसके लिए जमीअत उलमा हिंद, जमात ए इस्लामी, एपीसीआर समेत कई संगठनों पर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास ऐसे कई तथ्य हैं जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह लोग किस तरह से पुलिस और एजेंसियों के साथ मिलकर नौजवानों की पीठ में छुरा घोंपने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उनकी छाती पर पिस्तौल रखी गई. उन्हें धमकियां दी गई, लेकिन उन्होंने कभी खुद को पीछे नहीं किया और वह इंसाफ की लड़ाई दलित मुस्लिम शोषित पीड़ित वंचित समाज के लिए जारी रखेंगे. महमूद प्राचा ने कहा कि हम हिमायत बेग का ऐतिहासिक केस जीत चुके थे उस वक्त जमीअत उलमा ए हिंद महमूद ग्रुप ने उनके खिलाफ मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जो कि निंदनीय था.
उन्होंने कहा कि उन कि खुद की कोशिश इन बेकसूर युवाओं को रिहा कराने से ज्यादा असल गुनहगारों को सजा दिलाने की है.
सुनिए प्राचा ने क्या कहा?
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