दो दिवसीय कांफ्रेंस में जुटेंगे प्रदेश भर के कैंसर रोग विशेषज्ञ
अलीगढ़, 15 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेएन मेडिकल कालिज के रेडियेशन आनकालोजी विभाग द्वारा 16 व 17 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश एसोसिएशन आफ रेडियेशन आनकालोजिस्ट आफ इंडिया के यूपी चैप्टर द्वारा यूपीएआरओआईसीओएन 2023 का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्घाटन 16 दिसम्बर को मुख्य अतिथि एनसीडीआईआर - आईसीएमआर के निदेशक डा. प्रशांत माथुर होटल रमादा में दोपहर 12.45 बजे करेंगे।
कांफ्रेंस के आयोजन अध्यक्ष और रेडियेशन आनकालोजी विभाग के चैयरमैन प्रो. मोहम्मद अकरम ने बताया है कि इस दो दिवसीय कांफ्रेंस में उत्तर प्रदेश के प्रमुख कैंसर विशेषज्ञ प्रो. मीनू गुप्ता (देहरादून) प्रो. अमित बहल (चंडीगढ़), डा. सुदर्शन डे (नोएडा), प्रो. एके आर्या (आगरा), प्रो. सुधीर सिंह (लखनऊ), प्रो. मेजर एमक्यू बेग (कानपुर), प्रो. एमएल भट्ट (लखनऊ), प्रो. सत्यजीत प्रधान (वाराणसी), डा. अरूण वर्मा (मेरठ), डा. कीर्ति श्रीवास्तव (लखनऊ), डा. चारू गर्ग (दिल्ली), डा. विनीता गोयल (दिल्ली), डा. नवेद आलम (प्रयागराज), प्रो. डीएन शर्मा (दिल्ली) और प्रो. शाहिद अली सिद्दीकी (जयपुर), सहित 200 कैंसर चिकित्सक भाग ले रहे हैं।
कांफ्रेंस के आयोजन सचिव डा. मोहसिन खान ने बताया कि उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो. मोहम्मद गुलरेज करेंगे। जबकि मानद् अतिथि के रूप में मेडिसिन संकाय की डीन प्रो. वीना माहेश्वरी और जेएन मेडिकल कालिज प्राचार्य प्रो. हारिस एम खान शामिल होंगे।
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एएमयू में फिट इंडिया वीक का आयोजन जारी
अलीगढ़ 15 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने आज फिट इंडिया सप्ताह के उपलक्ष्य में डॉ. जियाउद्दीन अहमद डेंटल कॉलेज, द्वारा आयोजित वॉकथॉन का नेतृत्व किया।
नियमित शारीरिक कसरत और स्वस्थ भोजन की आदतों को अपनाकर फिट रहने और स्वस्थ जीवन जीने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रिंसिपल वीमेन्स कॉलेज प्रोफेसर नईमा खातून, डीन फैकल्टी ऑफ मेडिसिन, प्रोफेसर वीना माहेश्वरी, प्रिंसिपल और सीएमएस, जेएनएमसी, प्रोफेसर हारिस एम. खान, प्रिंसिपल डॉ. जेडए डेंटल कॉलेज, प्रोफेसर आर.के. तिवारी, शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों ने वॉकथॉन में भाग लिया। वाॅकथान विजेताओं को कुलपति द्वारा पुरस्कार प्रदान किये गये।
डॉ. जियाउद्दीन अहमद डेंटल कॉलेज में सप्ताह भर चले समारोह के दौरान, बीडीएस छात्रों और शिक्षकों ने व्याख्यान श्रृंखला, खेल, एथलेटिक्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित कई कार्यक्रमों में भाग लिया। इन कार्यक्रमों में म्यूजिकल चेयर, क्रिकेट मैच, टेबल टेनिस टूर्नामेंट, शतरंज, 100 और 200 मीटर दौड़, लेमन रेस, चम्मच रेस, बैलून बैलेंस प्रतियोगिता, स्लो बाइकिंग इवेंट, रस्साकशी, कैरम, बैडमिंटन, खो-खो टूर्नामेंट, ट्रेजर हंट, क्विज प्रतियोगिता, बेग बॉरो स्टील गेम और वॉकथॉन सहित कई प्रकार की गतिविधियाँ शामिल थीं।
उद्घाटन भाषण में कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर आर के तिवारी ने फिट रहने और दूसरों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने, दैनिक आधार पर शारीरिक व्यायाम करने और स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार बनाए रखने के बारे में शिक्षित करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
प्रोस्थोडॉन्टिक्स, क्राउन और ब्रिजेस विभाग द्वारा समन्वित, प्रोफेसर मोहम्मद शमीम, डॉ. फारूक अहमद डार और डॉ. रूही खान द्वारा ‘वायु गुणवत्ताः एक पल्मोनोलॉजिस्ट विजन, भागीदारी’ विषय पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान और स्वास्थ्य वार्ता आयोजित की गई।
प्रोफेसर शाइस्ता अफरोज, अध्यक्ष, प्रोफेसर गीता राजपूत, संयोजक, और डॉ श्रद्धा राठी ने व्याख्यान श्रृंखला का पर्यवेक्षण किया।
अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष और कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर शहरोज आलम रिजवी के नेतृत्व में ‘फिटनेस प्रतिज्ञा’ के साथ फिटनेस गतिविधियाँ शुरू हुईं। छात्रों ने इंट्रा-यूनिवर्सिटी ऑनलाइन डिबेट, निबंध लेखन और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं सहित कार्यक्रमों में भाग लिया।
इलियास टी. ने ‘जीवनशैली का स्वास्थ्य पर प्रभाव’ विषय पर ऑनलाइन बहस में प्रथम पुरस्कार जीता, जबकि अजय कुमार सारस्वत और चैधरी एसडी कुदरतुल्लाह सोहेल को क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार मिला।
‘भारत के स्वदेशी खेलों के स्वास्थ्य लाभ’ विषय पर ऑनलाइन निबंध लेखन प्रतियोगिता में मोहम्मद सैफ अली और अफीफा कवी को पहला और दूसरा पुरस्कार मिला, जबकि तीसरा पुरस्कार संयुक्त रूप से पुनीत कुमार शर्मा और जैनब सैनुल्लाह को दिया गया। कृति मिश्रा को सांत्वना पुरस्कार मिला।
आबिद गनी (बी.टेक.) ने ‘भारतीय आहार के स्वास्थ्य लाभ’ विषय पर ऑनलाइन पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता, जबकि फातिमा खान (बी.एससी. बायोकैमिस्ट्री) और सैयद अशरफ हुसैन (बी.एड.) ने क्रमशः दूसरा और तीसरा पुरस्कार जीता। कौनैन रजा (बीए, अंग्रेजी) को सांत्वना पुरस्कार मिला।
पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. शहरोज आलम रिजवी ने युवाओं के बीच स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने में ऐसी पहल की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने में योग, पारंपरिक आहार और स्वदेशी खेलों के असंख्य लाभों पर प्रकाश डाला।
डॉ. शिरीन रईस कार्यक्रम की सह-संयोजक थीं।
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एएमयू में महिला से संबंधित नए सरोकारों पर एक सप्ताह का जीआईएएन पाठ्यक्रम शुरू
अलीगढ़, 15 दिसंबरः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ एकेडमिक नेटवर्क्स (जीआईएएन) के तत्वाधान में ‘महिलाओं से संबंधित नए सरोकारः उन्नीसवीं और बीसवीं शताब्दी के उत्तर-पश्चिम भारत (और पाकिस्तान) में परंपरा, आधुनिकता और लैंगिक चेतना’ विषय पर एक सप्ताह का कोर्स आयोजित किया गया।
पाठ्यक्रम समन्वयक, प्रोफेसर गुलफिशां खान, अध्यक्ष और समन्वयक, सेंटर ऑफ एडवांस्ड स्टडी, इतिहास विभाग, ने ऑनलाइन और ऑफलाइन आयोजित पाठ्यक्रम में देश भर के केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों से शामिल होने वाले सभी प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
प्रोफेसर खान ने कहा कि विभाग ने महिलाओं और लिंग संबंधी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। यह पाठ्यक्रम महिलाओं और लिंग-संबंधित मुद्दों पर एक सूचित दृष्टिकोण प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा, क्योंकि पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को उन्नीसवीं और बीसवीं शताब्दी के व्यापक वैश्विक संदर्भ में भारतीय महिलाओं के अनुभवों का पता लगाने में सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की प्राप्ति चयनित स्रोत सामग्री के मूल्यांकन और वर्तमान इतिहासलेखन की जांच के माध्यम से की जाएगी।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए, प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब, प्रोफेसर एमेरिटस, अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय, ने महिला शिक्षा के सन्दर्भ में ऐतिहासिक संघर्षों और अलीगढ़ आंदोलन के दौरान आने वाली चुनौतियों और लैंगिक समानता की दिशा में धीमी प्रगति पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि उर्दू भाषी महिलाओं के बीच आधुनिक शिक्षा शेख मुहम्मद अब्दुल्ला और उनकी समर्पित पत्नी वहीद जहां बेगम के अथक प्रयासों का परिणाम थी।
इससे पूर्व, विशिष्ट अतिथि और एडवांस्ड सेंटर फॉर वीमेन स्टडीज की पूर्व निदेशक प्रोफेसर शिरीन मूसवी ने सरोजिनी नायडू और कस्तूरबा गांधी जैसी नेताओं का उदाहरण देते हुए कहा कि महिलाओं ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं।
स्थानीय पाठ्यक्रम समन्वयक प्रोफेसर एम.जे. वारसी ने जीआईएएन को एक आशाजनक परियोजना के रूप में रेखांकित किया, जो भारतीय शिक्षा जगत को प्रमुख विदेशी संस्थानों, शिक्षकों और विशेषज्ञों से जोड़ रहा है।
जन संचार विभाग के प्रोफेसर शाफे किदवई ने साहित्य से उदाहरणों का हवाला देते हुए, पुरुष-केंद्रित आख्यानों को चुनौती देते हुए और महिलाओं की चेतना और संघर्षों को इंगित करते हुए, इतिहास पर एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
आईक्यूएसी के निदेशक, प्रोफेसर असदुल्लाह खान ने विश्वविद्यालय में जीआईएएन पाठ्यक्रम की प्रगति की सराहना की और एनईपी-2020 में मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और ऑनलाइन शिक्षण में इसकी भूमिका पर जोर दिया।
कला संकाय के डीन प्रोफेसर आरिफ नजीर ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि महिलाओं के प्रति सम्मान भारतीय पौराणिक कथाओं के साथ-साथ साहित्यिक परंपरा में भी गहराई से अंतर्निहित है, जिसे उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान मातृत्व और मातृभूमि के महत्व पर जोर देने के रूप में व्यक्त किया।
रॉयल होलोवे, लंदन विश्वविद्यालय, यूके में आधुनिक और समकालीन दक्षिण एशिया की इतिहासकार और पाठ्यक्रम की विदेशी विशेषज्ञ प्रोफेसर सारा फ्रांसिस डेबोरा अंसारी ने अपने स्वयं के शोध अनुभवों को साझा करते हुए इतिहास लेखन में अभिलेखों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने महिलाओं के इतिहास को उजागर करने के लिए हर स्तर पर अध्यन की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
डॉ. लुबना इरफान ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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एएमयू में पुष्प प्रदर्शनी 16 दिसंबर को
अलीगढ़ 15 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लैंड एंड गार्डन्स विभाग द्वारा 16 एवं 17 दिसंबर 2023 को क्राइसेन्थिमम, कोलिअस, एवं रोज़ शो का आयोजन गुजिस्तान-ए-सैयद पार्क पर किया जा रहा है।
मेम्बर इंचार्ज, लैंड एंड गार्डन्स प्रोफेसर जकी अनवर सिद्दीकी ने बताया कि 16 दिसम्बर 2023 को सुबह 08 बजे से 09ः30 बजे तक गमलों कि जजिंग होगी तथा 10ः30 बजे को पुष्प प्रर्दाशनी का उद्धाटऩ कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज द्वारा किया जायेगा। मानद् अतिथि वित्त अधिकारी प्रो. मोहम्मद मोहसिन खान और डीएसडब्लू प्रो. अब्दुल अलीम होंगे।
उन्होंने बताय कि 17 दिसम्बर 2023 को ज़िला अधिकारी, अलीगढ़ इंद्र विक्रम सिंह, शाम 03 बजे विजयी प्रतियोगियों को पुरस्कार वितरित करेंगे। जबकि मानद् अतिथि के रूप में रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान, आईपीएस और प्रोक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली मौजूद रहेंगे। 18 दिसम्बर 2023 को दोपहर 01ः30 बजे गुलिस्तान-ए-सैयद पार्क पर गमलों को विक्रय किया जायेगा। इच्छुक व्यक्ति पार्क पर पहुचकर विभाग द्वारा तैयार गमलों को ख़रीद सकते हैं।
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