Hindi Urdu TV Channel

NEWS FLASH

राहुल गांधी ने दलितों से जताई सांत्वना, अपने आप को कहा भिखमंगा

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली के जवाहर भवन में "The Dalit Truth" नाम की किताब को लॉन्च किया। किताब को लॉन्च करने के बाद दलितों और उनकी स्तिथि पर राहुल गांधी ने अपना विचार भी प्रकट किया।

By: Saima Parveen

राहुल गांधी ने दलितों से जताई सांत्वना, अपने आप को कहा भिखमंगा

 

नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने नई दिल्ली के जवाहर भवन में "The Dalit Truth" नाम की किताब को लॉन्च किया। किताब को लॉन्च करने के बाद दलितों और उनकी स्तिथि पर राहुल गांधी ने अपना विचार भी प्रकट किया। 

 

राहुल गांधी ने कहा, “दलितों के साथ हो रहे व्यवहार पर राहुल गांधी ने कहा कि दलित और उनके साथ किए गए व्यवहार हमेशा से एक सोचने का विषय रहता है। मुझे याद है कि कैसे यह विषय राजनीति में आने से पहले ही मुझे सोचने पर मजबूर करता आ रहा है।”

 

राहुल गांधी अपने बीते समय को याद करते हुए कहते हैं कि, “मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ? पर मुझे याद है कि 1996 के करीब जब मैं लंदन में काम करता था, मुझे अचानक से विचार आया कि ऐसा कैसे हो सकता है कि मेरे देश में जहां लोग किसी जानवर जैसे कुत्ता या कीड़े को छू लेते हैं परंतु किसी एक समुदाय के लोगो को छूने से बचते हैं?”

 

राहुल गांधी ने अपने अध्ययन के अनुसार कहा कि, “मैंने जब इसे पढ़ा तो मुझे पता लगा कि पूरे विश्व में केवल एक ही देश है। हालांकि बहुत पहले जापान में ऐसे हुआ करता था। परंतु अब सिर्फ एक ही ऐसा देश है जहां एक व्यक्ति कुत्ते को छू लेता है या कॉकरोच को मार देता है परंतु दूसरे व्यक्ति को छूने से इंकार कर देता है।”

 

वहीं राहुल गांधी ने नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि बहुत से ऐसे नेता हैं जो केवल राजनीतिक शक्तियां चाहते हैं। राहुल गांधी ने उन नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह नेता रोजाना सुबह उठते हैं और अपने आप से सवाल करते हैं की मुझ सत्ता कैसे मिलेगी? फिर सो जाते हैं और अगले दिन उठ कर वहीं दोहराते हैं।

 

केवल इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने अपने आप को भिखमंगा कहा। उन्होंने कहा कि मैं अपने आप को एक भिखमंगा सा मानता हूं। क्योंकि मेरे देश ने बिना कोई कारण मुझे इतना प्यार दे दिया। और जिसकी वजह से मेरे ऊपर कर्ज़ है। मुझे यह समझ नहीं आता कि ये जो मेरे देश ने मुझे इतना प्यार दे दिया मैं इसे निभाऊ कैसे? इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने इसका दूसरा रूप बताते हुए कहा कि, “इस देश ने मुझे जूते भी मारे हैं। मेरे साथ हिंसा भी किया। क्योंकि यह देश मुझे सिखाना चाहता है।”

 

ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :

https://www.watansamachar.com/

उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :

http://urdu.watansamachar.com/

हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :

https://www.youtube.com/c/WatanSamachar

ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :

https://t.me/watansamachar

आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :

https://twitter.com/WatanSamachar?s=20

फ़ेसबुक :

https://www.facebook.com/watansamachar

यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।

Support Watan Samachar

100 300 500 2100 Donate now

You May Also Like

Notify me when new comments are added.

Poll

Would you like the school to institute a new award, the ADA (Academic Distinction Award), for those who score 90% and above in their annual aggregate ??)

SUBSCRIBE LATEST NEWS VIA EMAIL

Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.

Never miss a post

Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.