जामिया मिल्लिया इस्लामिया की इंजीनियरिंग एंड टेक्नालजी फैकल्टी की ‘टीम मॉन्क्स‘ ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2020 प्रतियोगिता को जीत लिया है। इसने इस प्रतियोगिता के ‘साॅफ्टवेअर एडिशन इन प्राॅब्लम स्टेटमेंट एनएस275‘ में यह जीत दर्ज की। टीम ने 1 लाख रूपये का ईनाम भी प्राप्त किया है I
टीममौंक्स मॉन्क्स के अलावा जामिया की फैकल्टी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की तीन और टीमें भी इस प्रतियोगिता के अलग-अलग प्रॉब्लम स्टेटमेंट्स के फाइनल्स तक पहुंची थीं l
टीम मॉन्क्स ने एक ऐसे सिस्टम का निर्माण किया, जिससे कृषि क्षेत्र को 6 अलग-अलग वर्गों में भूमि के उपयोग के बारे में बताया जा सके और अगले साल फसल कैसी होगी, इसकी भी भविष्यवाणी करने में मदद की जा सके। इससे सरकार को कम बारिश या बाढ़ की समस्याओं की आशंकाओ का पहले से ही पता चल सकेगा और वह समय रहते, इन आशंकाओं से निपटने के उपाय कर सकेगी।
तकरीबन 36 घंटे चले लंबे हैकाथॉन के अंत में एनएस275 प्राॅब्लम स्टेटमेंट में, टीम मॉन्क्स को विजेता घोषित किया गया। यह प्रॉब्लम स्टेटमेंट बिहार सरकार ने दी थी क्यूंकि बिहार हर वर्ष बाढ़ की समस्या से जूझता है l
छात्रों की इस छह सदस्यीय टीम में गौरव चौधरी (टीम लीडर), प्रणव गौतम, नीतेश कौशिक, लक्ष्य चैधरी, आशीष सिंह और नशरा नसीम शामिल हैं।
प्रोफेसर तनवीर अहमद के मार्गदर्शन में, कंप्यूटर इंजीनियरिंग के तीसरे साल के 5 और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के दूसरे साल के एक छात्र को लेकर इस टीम का गठन किया गया था। प्रोफेसर तनवीर के मार्गदर्शन में ही इस टीम ने प्रतियोगिता के लिए तैयारी की थी l
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के इन्नोवेशन सेल और ऑल इंडिया काउन्सिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का आयोजन कुछ निजी संगठनों के साथ मिल कर करते हैं l यह एक राष्ट्रव्यापी पहल है, जो छात्रों को हमारे दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
यह पहल 2017 में शुरू हुई थी और कोविड-19 के हालात की वजह से इस साल इसके चौथे संस्करण को वर्चूअली आयोजित किया गया।
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में छात्रों ने जिन समस्याओं का समाधान पेश किया, उन्हें केंद्रीय विभागों, राज्य मंत्रालयों और उद्योगों की ओर से रखा गया था।
कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले छात्रों की तैयारी के लिए कॉलेज स्तर का एक हैकाथॉन आयोजित किया था, जिसका काफी लाभ मिला।
विजयी छात्रों ने बताया कि दस्तावेजों की तैयारी से लेकर प्रशिक्षण देने तक ‘‘हमारे एसपीओसी, डॉ तनवीर अहमद, हमारे साथ ऑनलाइन जुड़े हुए थे और जब भी हमारी टीम को किसी भी तरह की मदद की जरूरत होती, तो वे हमेशा तैयार रहते थे।
छात्रों ने कहा कि इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी फैकल्टी के डीन प्रो इब्राहिम ने उन्हें प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे विभाग में हैकथॉन संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए हम प्रो इब्राहिम सर और प्रो तनवीर अहमद सर के आभारी हैं‘‘।
इससे पहले हैकथॉन 2017 एडिशन में जामिया की एक टीम को पहला जबकि दूसरी टीम को 'सराहनीय प्रदर्शन' का पुरस्कार मिला थाl 2018 एडिशन में जामिया की एक टीम को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था l
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