इलाहबाद: जामिया आरिफिया सय्यद सरावां इलाहाबाद में एक प्रोग्राम को संबोधित करते हुए जामिया के वरिष्ठ शिक्षक और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने वाले डॉ मुजीबुर्रहमान अलीमी ने जामिया में आयोजित एक प्रोग्राम को संबोधित करते हुए सूफी संतों के उद्देश्य का उल्लेख किया.
डॉ मुजीबुर्रहमान अलीमी ने कहा कि सूफी संतों का उद्देश और उपदेश यही है कि पूरी की पूरी दुनिया ईश्वर का कुंभा है, और इसी को संस्कृत में वसुधैव कुटुंबकम के कंसेप्ट से जाना जाता है. उन्होंने कहा कि सूफी संतो के पास आने के बाद मानो ऐसा लगता है कि आदमी अपने तमाम पाप को याद करके उस पर पश्चाताप करता है और भविष्य में ऐसा ना करने का निश्चय करता है और साथ ही वह इस बात का संकल्प लेता है कि भविष्य में कोई ऐसा काम वह नहीं करेगा जिससे उसे पश्चाताप करना पड़े और किसी भी व्यक्ति या इंसान के सामने उसे अपने किए पर पछताना पड़े.
डॉ मुजीबुर्रहमान अलीमी के पूरे संबोधन को सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.