नई दिल्ली/ जयपुर: 9 / दिसंबर
उदयपुर के राजसमंद में क्रूरता से हत्या किये गए अफ़राज़ुल के मुआमले को लेकर आज जमीअत उलेमा ए हिंद की राजस्थान राज्य इकाई का प्रतिनिधिमंडल मौलाना महमूद मदनी महासचिव जमीअत उलेमा ए हिन्द के निर्देश पर राजसमंद पहुंचा और वहां डीजीपी ओपी गहलोत्रा, आईजी आनंद श्रीवास्तव, एसपी मुकेश त्रिपाठी आदि के साथ बैठक की.
प्रतिनिधिमंडल ने मूल अपराधी और इस के अभिभावकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की,जमीअत उलेमा राजस्थान के उपाध्यक्ष मौलाना शब्बीर अहमद ने बैठक के बाद कहा कि डीजीपी ने हमें आश्वासन दिया है क़ातिल और उस के सहयोगियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है.
दूसरी ओर
राजस्थान सरकार ने अफ़राज़ुल के परिवार को पांच लाख रुपये मुआवज़ा देने की घोषणा की है। प्रतिनिधिमंडल में राजसमनद में रहने वाले अफ़राज़ुल के कुछ रिश्तादर भी शरीक थे, प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी के सामने साफ शब्दों में कहा कि दोषी की मानसिक स्थिति और नशागर होने की चर्चा फैला कर मुकदमा को हरगिज़ हल्का न किया जाए, जैसा कि पुलिसकर्मी के कुछ लोगों ने गैरजिम्मेदाराना रूप से अखबार को बयान दिया है, क्योंकि जिस तरह से अलग अलग स्थानों पर अपराधी ने वीडियो बनाए हैं, यहाँ तक कि मंदिर में एक वीडियो शूट किया है, उसकी रौशनी में दोषी की मानसिक हालत पर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता, हाँ वह साम्प्रदायिक तत्वों के ज़रिये उत्साहित नारों से ब्रेन वॉश किया हुआ व्यक्ति है, इसलिए इसके असल जड़ को ख़त्म करना ज़रूरी है।
जमीअत प्रतिनिधिमंडल में मौलाना मोहम्मद यूनुस साहब सचिव जमीअत उलमा राजस्थान, ए एम खान, मोहम्मद रफीक खान, एडवोकेट फिरोज खान, शकील भाई, मोहम्मद सलीम, शकील अहमद भीलवाड़ा, मुशर्रफ खां, फारुख भाई आदि शामिल थे।
उधर दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में स्थित सईदपुर गाऊँ पहुँच पर जमीअत उलेमा जिला मालदा के प्रतिनिधिमंडल ने अफ़राज़ुल के दुखी परिजनों से मुलाकात की और लोगों से धीरज बनाये रखने का आह्वान किया, वहां पहुंचने वाले जमीअत के वफ्द में हाफिज नज़रुल इस्लाम सचिव जमीअत उलेमा मालदा, रजाउल करीम, सामी अल-इस्लाम आदि शामिल थे।