वतन समाचार डेस्क:
गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अभी 1 दिन से भी ज्यादा का समय बाकी है, इस बीच पुणे से भारतीय जनता पार्टी के सांसद संजय काकडे ने दावा किया है कि गुजरात में पार्टी को हार का सामना करना पड़ सकता है.
फाइनेंसियल एक्सप्रेस ने टाइम्स नाउ के हवाले से दावा किया है कि काकडे ने जो कहा है वह इस आधार पर कहा है कि उनके अपने ग्रुप में इसका सर्वे किया है. सर्वे के अनुसार पार्टी के लिए गुजरात में सूरत-ए-हाल ठीक नहीं है.
न्यूज़ चैनल से बात करते हुए पकड़े ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कम्युनल आउटलुक प्रचार के दौरान उसकी हार की वजह बन सकता है. बीजेपी सांसद ने भारतीय जनता पार्टी के गुजरात में हारने की दो अहम वजह बताई. उन्होंने दावा किया कि गुजरात की 75% आबादी खासतौर से दलित ओबीसी मुस्लिम और पटेल समुदाय के लोग कांग्रेस के हक में हैं, जो गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के हार की पहली वजह बनेगा. काकडे के अनुसार गुजरात प्रचार के आखिरी 15 दिनों में पार्टी की रैलियों में डेवलपमेंट के बारे में कोई बात नहीं की गई.
फाइनेंसियल एक्सप्रेस ने पुणे मेरर का हवाला देते हुए दावा किया है कि काकड़े ने कहा कि गुजरात इलेक्शन बीजेपी के लिए ठीक नहीं होगा. गुजरात में पार्टी पिछले लंबे समय से सत्ता में है और जिसकी वजह से पार्टी के ताल्लुक से एंटी इनकंबेंसी का माहौल भी पाया जा रहा है. इसके साथ-साथ काकडे ने कहा कि मुसलमानों की आबादी भारतीय जनता पार्टी से खुश नहीं हैं. जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री का पदभार संभाला है तब से वह राज्य के मसले को उस तरह एड्रेस नहीं कर पाए हैं जिस तरह उन्हें करना चाहिए था.
काकडे ने हार्दिक पटेल की सीडी को रिलीज किए जाने को भी गलत कदम बताया. उन्होंने कहा कि पूरे प्रचार के दौरान डेवलपमेंट कहीं भी एजेंडे में नहीं था. उन्होंने कहा कि तमाम बातों को देखते हुए मैं ने एक टीम गुजरात रवाना की थी, जिस टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पिछले इलेक्शन में पार्टी को जिस तरह कामयाबी मिली थी उसके आसार बिल्कुल नहीं हैं.
साथ ही काकडे ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी इन तमाम बातों के बावजूद गुजरात में जीत जाती है तो BJP ऐसी पहली पार्टी होगी जो किसी भी राज्य में 25 सालों से ज़ियादा समय से सत्ता में रही हो. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अगर जीतती है तो यह साबित हो जाएगा कि गांधी नेहरू फैमिली के किसी भी बड़े नेता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़े नेता हैं.