रणदीप सिंह सुरजेवाला, मीडिया प्रभारी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने निम्नलिखित बयान जारी किया:-
राफेल की चोरी की परतें खुलती जा रही हैं। मोदी जी की झूठ का किला ध्वस्त हो गया है। बार बार मोदी जी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की दुहाई दे ‘क्लीनचिट’ की झूठ का आवरण ओढ़ लेते थे। राफेल के भ्रष्टाचार की एक झूठ छिपाने के लिए चोर चौकीदार ने सौ झूठ बोली, पर आखिर में सच्चाई बाहर आ ही गई कि - ‘राफेल की चोरी में चौकीदार चोर है’।
मोदी जी की झूठ देखिए:-
1. पहले सुप्रीम कोर्ट को बरगलाया कि CAG रिपोर्ट ने मोदी सरकार को क्लीनचिट दे दी है। बाद में पता चला कि CAG की रिपोर्ट तो बनी ही नहीं थी और न ही संसद में पेश हुई। सीधे सीधे सुप्रीम कोर्ट की आंखों में धूल झोंकी।
2. राष्ट्रीय सुरक्षा की दुहाई देकर सुप्रीम कोर्ट को राफेल खरीद की कीमत बताने सं इंकार कर दिया, ताकि यह सामने न आ सके कि 526 करोड़ का जहाज, 1600 करोड़ में खरीदकर देश को चूना क्यों लगाया।
3. सुप्रीम कोर्ट को यह भी नहीं बताया कि जहाज खरीद की कीमत के लिए बनाई गई Indian Negotiation team को दरकिनार कर प्रधानमंत्री कार्यालय सीधे मोलभाव कर रहा था।
4. सुप्रीम कोर्ट से यह भी छिपाया कि राष्ट्रहित त्यागकर व राफेल जहाज बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी जी ने इंडियन नेगोसिएशन टीम/रक्षा मंत्रालय/कानून मंत्रालय के ऐतराजात को दरकिनार कर राष्ट्रहित में बैंक गारंटी की शर्त को खारिज कर दिया।
5. सुप्रीम कोर्ट से यह भी छिपाया कि राफेल जहाज में लगने वाली India Specific Enhancements के लिए मोदी सरकार ने 208 करोड़ प्रति जहाज देने का निर्णय कर लिया।
6. सुप्रीम कोर्ट से यह भी छिपाया कि मोदी सरकार ने गुपचुप तरीके से राफेल खरीद सौदे में बिचौलिया न होने व भ्रष्टाचार पाए जाने पर कंपनी को सजा देने की शर्तों को खारिज कर दिया।
7. सुप्रीम कोर्ट से यह भी छिपाया कि इंडियन नेगोसिएशन टीम के तीन टेक्निकल सदस्यों के मुताबिक राफेल जहाज आने में 10 साल लगेंगे, क्योंकि राफेल जहाज बनाने वाली कंपनी के पास 83 राफेल जहाज बनाने का Backlog Order पहले से ही है।
सार यह है कि जब इंडियन नेगोसिएशन टीम के सारे कागजात अखबार में सामने आ गए, तो मोदी जी ने ऑफिशियल्स सीक्रेट्स एक्ट का हवाला दे पत्रकारों को ही जेल भेजने की धमकी दे डाली।
आज सच्चाई बाहर आ गई, जब सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि मोदी जी अपने भ्रष्टाचार के सबूतों को ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट का हवाला दे नहीं छिपा सकते और न ही खुद को बचा सकते।
चौकीदार की चोरी के सबूत सामने हैं। अब जाँच भी होगी और चौकीदार और उसके दोस्तों को सजा भी मिलेगी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से आज फिर ‘न्याय की जीत’ हुई।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.