देश की नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले नोटबंदी के नाम पर लोगों को बैंकों की लाइन में लगाया था और जनता का पैसा बैंक में जमा करा दिया था और अब मोदी जी की सरकार जनता के उसी पैसे को हड़पने की तैयारी कर चुकी है। ऐसी 38 बैंक के नाम हम आपके साथ साझा कर रहे हैं जिनका भारी मात्रा में पैसा एनपीए के तौर पर अटका है और वह बैंक नुकसान का बहाना बनाकर आपका पैसा हड़प सकते हैं।
पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई प्रैस कॉंफ्रैंस में बोलते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चढ्ढा ने कहा कि ‘मोदी सरकार ने सबसे पहले जनधन योजना चलाई फिर नोटबंदी, और फिर अपने ही अकाउंट से पैसा निकालने की सीमा तय करना और अब FRDI कानून को देश की जनता पर थोपने की तैयारी हो चुकी है। यह क्रम दर्शाता है कि मोदी ने कैसे जनता की जेब पर डाका डालने का प्लान तैयार किया है।‘
‘हमने प्रैस कॉफ्रेंस करके बताया था कि कैसे FRDI कानून के क्लॉज़ 52 के द्वारा बैंकों को ये छूट दी जा रही है कि वो अगर नुकसान में होंगे तो जनता के पैसे से अपने नुकसान की भरपाई कर लेंगे और जनता इसमें कुछ नहीं कर पाएगी। अगर आपका खाता रखने वाले बैंक ने मोदी के किसी मित्र उद्योगपति को लाखों करोड़ रुपए का लोन दे रखा है और वो उद्योगपति उसे वापस नहीं लौटा रहा है तो उस बैंक में अगर आपके खाते में 1 लाख रुपए हैं तो हो सकता है कि उस सारे पैसे को बैंक ज़ब्त कर ले और हो सकता है कि उसमें से कुछ हिस्सा ज़ब्त कर ले या फिर उसे 10-20 साल के लिए फ़िक्स डिपॉज़िट में डाल कर अपने नुकसान की भरपाई करे।‘
‘हम जनता को यह बात सूचित करना चाहते हैं कि कौन-कौन सी बैंक का कितना पैसा इस प्रकार के लोन में फंसा हुआ है जिस पैसे के आने की कोई उम्मीद नहीं है और वह सारा NPA (नॉन पर्फ़ॉमिंग एसेट) है। अगर मोदी का यह कानून लागू हो जाता है तो यह बैंक अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए आम जनता का पैसा हड़प लेंगी।‘
‘38 बैंक ऐसी हैं जिनका एनपीए हम आपको बता रहे हैं, अगर आपका अकाउंट इनमें से किसी बैंक में है तो समझ लीजिए कि मोदी जी का कानून लागू होने के बाद आपका पैसा रिस्क पर होगा। उन बैंक में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया का 188,068 करोड़ रुपए, पंजाब नेशनल बैंक का 57,721 करोड़ रुपए और बैंक ऑफ़ इंडिया का 51,019 करोड़ रुपए की रकम एनपीए के तौर पर है, इनके अलावा 35 बैंक और इस लिस्ट में हैं।‘
अगर इन 38 बैकों में से किसी भी बैंक में आपका पैसा होगा तो हो सकता है कि आपका पैसा वह बैंक हड़प जाए और आपके पास कुछ भी ना बचे।
यदि आपका खाता इनमें से किसी भी बैंक में है तो सावधान!
Bankwise NPA as of June 2017
S.No
Bank Name
Amount (in crores)
Percentage
1.
State Bank Of India
188,068
9.97
2.
Punjab National Bank
57,721
13.66
3.
Bank Of India
51,019
13.05
4.
IDBI Bank Ltd.
50,173
24.11
5
Bank Of Baroda
46,173
11.40
6.
ICICI Bank Ltd.
43,148
7.99
7.
Canara Bank
37,658
10.56
8.
Union Bank Of India
37,286
12.63
9.
Indian Overseas Bank
35,453
23.60
10.
Central Bank Of India
31,398
18.23
11.
UCO Bank
25,054
19.87
12.
Oriental Bank Of Commerce
24,409
14.83
13.
Axis Bank Ltd.
22,031
5.03
14.
Corporation Bank
21,713
15.49
15.
Allahabad Bank
21,032
13.85
16.
Syndicate Bank
20,184
9.96
17.
Andhra Bank
19,428
13.33
18.
Bank Of Maharashtra
18,049
18.59
19.
Dena Bank
12,994
17.37
20.
United Bank Of India
12,165
17.17
21.
Indian Bank
9,653
7.21
22.
HDFC Bank Ltd.
7,243
1.24
23.
Vijaya Bank
6,812
7.30
24.
Punjab and Sind Bank
6,693
11.33
25.
The Jammu and Kashmir Bank
5,641
10.79
26.
Kotak Mahindra Bank
3,727
2.58
27.
IDFC Bank
2,004
4.13
28.
The Federal Bank
1,868
2.42
29.
Karur Vyas Bank
1,807
4.27
30.
The South Indian Bank
1,696
3.61
31.
The Karnataka Bank
1,691
4.34
32.
Yes Bank
1,364
0.97
33.
IndusInd Bank
1,272
1.09
34.
The Laxmi Vilas Bank
878
3.78
35.
City Union Bank
735
3.05
36.
RBL Bank
458
1.46
37.
Dhanlaxmi Bank
354
5.62
38.
DCB Bank
285
1.74
39.
Total
829,338
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