एक पूर्व सांसद ने वतन समाचार से बातचीत में कहा कि जिस दिन शहीद भगत सिंह ने बम फेंका था उस दिन जिन्ना पार्लियामेंट में मौजूद थे और उन्होंने भगत सिंह के इस काम की प्रशंसा की थी.
आगरा से बीजेपी सांसद सतीश गौतम के जरिए विश्वविद्यालय कैंपस में लगी जिन्ना की तस्वीर को हटाने के लिए एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन को लिखे गए पत्र पर भारत की आजादी और गुलामी दोनों को अपनी आंखों से देखने वाले इतिहासकार समाजसेवी, दलितों अल्पसंख्यकों और पीड़ितों के नेता और पूर्व लोक सभा सांसद इलियास आज़मी ने कहा है कि नेहरु गांधी जिन्ना और पटेल को सरहदों के अंदर सीमित नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि क्या हम इस सच्चाई को नकार सकते हैं कि यूनाइटेड इंडिया के जिन्ना नेता नहीं थे.
उन्होंने कहा कि सरकार को इस बात का स्पष्टीकरण देना चाहिए कि पूर्व सांसदों के तौर पर क्या जिन्ना की तस्वीर और उन का नाम पार्लियामेंट के रिकॉर्ड में नहीं है. इलियास आजमी ने कहा कि यह एक सच है कि जिन्ना यूनाइटेड भारत में पैदा हुए, यूनाइटेड भारत की पार्लियामेंट के सदस्य और यूनाइटेड भारत के नेताओं में से एक बड़े नेता थे. उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर गौर करना चाहिए और जो लोग हू हल्ला मचा रहे हैं उनको यह देखना और पता करना चाहिए कि क्या गांधी और नेहरू की तस्वीरें पाकिस्तान में हैं या नहीं हैं.
वही लोकसभा सांसद और सदन में एनसीपी के नेता तारिक अनवर ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी पहले लालकृष्ण आडवाणी को लेकर अपना स्पष्टीकरण दे. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी जिन्ना की तारीफ कर चुके हैं. इस बारे में बीजेपी को स्पष्टीकरण देश के सामने रखना चाहिए.
उन्हों ने कहा कि सरकार यह बताये कि क्या इस से २ करोड़ रोज़गार पैदा हो जायेगा? क्या महिलायें सुरक्षित हो जाएँगी ? क्या रेप होना बंद हो जायेगा? जबकि सीपीएम नेता हन्नान मोल्ला ने महापुरुषों की तस्वीरों पर सियासत ना करने की अपील की है.
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.