वतन समाचार डेस्क
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और कई बार अलग-अलग चुनाव में हिस्सा ले चुके देश के जाने माने नेता वसीम अहमद गाजी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले और एग्जिट पोल आने के ठीक बाद देशवासियों को सोशल मीडिया के जरिये एक पैगाम जारी किया है, जिस से काग्रेस पार्टी को चुनाव के नतीजे ना आने तक राहत जरूर मिल सकती है. अपने पैगाम में वसीम अहमद गाजी ने कहा है, कि गुजरात में कांग्रेस पार्टी की सरकार अगर मगर और लेकिन के बावजूद भी हर हाल में बनेगी. उन्होंने मीडिया को जारी अपने बयान में कहा है कि:-
बहनों और भाइयों,
आपको एक खुशखबरी देना बहुत जरूरी है, गुजरात में यक़ीनन कांग्रेस की सरकार बन रही है. एग्जिट पोल के सरवे हों या इस बात का खदशा कि ईवीएम में गड़बड़ी की गई है. यह तो इलेक्शन कमीशन ही बेहतर जानता है, लेकिन इन तमाम बातों के बावजूद मैं यह कह रहा हूँ, कि गुजरात में कांग्रेस की सरकार बन रही है, क्योंकि हम और हमारी टीम पिछले 3 महीने से गुजरात में थे, और हमने सेक्रेड सर्वे किया. हमने किसी को नहीं बताया कि हम TV चैनल से आए हैं या किसी अख़बार से, या किसी पार्टी के लिए आए हैं. क्यों कि हमें ऐसा लगा कि अपनी आइडेंटिटी बताने से लोग हम से अपने दिल की बात शेयर नहीं कर पायेंगे.
गुजरात देखने के बाद ऐसा लगता है कि गुजरात के लोगों को उसी तरीके से डराया गया है जिस तरीके से सद्दाम हुसैन ने इराक की जनता को और गद्दाफी ने लीबिया के लोगों डराया था. मुझे लगता है कि कोई सिस्टम है जिसने गुजरात के लोगों को भैभीत कर रखा है, और गुजरात के लोग डरे हुए हैं. गुजरात में जिस तरह से अलग-अलग बहानों से लोगों को डराने की कोशिश की गई और उन से यह कहा गया कि अगर आप किसी पार्टी विशेष को वोट नहीं देंगे तो आप को उस की क़ीमत चुकानी होगी. अफसोसनाक बात यह है कि वोटरों को डराते हैं कहा जा रहा है कि अगर आपने पार्टी विशेष को वोट नहीं दिया तो इसके खतरनाक अंजाम होंगे.
हम ने पाटीदार समाज दलित समाज व्यापारी समाज मुस्लिम समाज के नेताओं और लोगों से मुलाकात की. बातचीत में सब ने यह कहा कि हम पार्टी विशेष को वोट तो नहीं देंगे, लेकिन किस पार्टी को वोट देंगे यह भी नहीं बताएंगे. उनकी बातों से ऐसा लग रहा था कि वह पूरी तरह से डरे हुए हैं, और जिस तरह से गुजरात के व्यापारी समाज ने पिछले 50 सालों की मेहनत से अपने एक एक रुपए सजो कर राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दिया था, उसको जिस तरह एक झटके में सड़क पर ला दिया गया और उस की 50 साल की मेहनत पर पाने फेर दिया गया वह उस से इंतिहाई परेशान है.
इतिहास इस बात का साक्षर है कि रात की तारीकी में लिया गया कोई भी फैसला कामयाब नहीं हुआ है बल्कि उस से तबाही और बर्बादी ही हुई है और यही नोटबंदी के जरिए से हुआ. अच्छे फैसले हमेशा दिन के उजाले और सूरज की रोशनी में ही लिए जाते हैं. दुनिया ने यह देखा है कि जब भी कोई फैसला रात की तारीकी में हुआ है तो उसके भयानक अंजाम सामने आए हैं. जब हमने गुजरात के लोगों से कहा कि आप एक ऐसी पार्टी जिसका नेतृत्व एक युवा कर रहा है, जिसके पूर्वजों ने देश की आजादी की खातिर कुर्बानि दी है और तो और उन्होंने खुद को देश की एकता और अखंडता के लिए निछावर कर दिया, आप उस पार्टी के लिए खुलकर सामने क्यों नहीं आ रहे हैं, जिस के लोगों ने अपने सीने पर भारत के लिए गोलियां खाईं, लेकिन भारत का नुकसान होने से बचा लिया, उस पर उनका कहना था कि हम पार्टी विशेष (बीजेपी) को वोट नहीं देंगे. लेकिन वोट किसे देंगे यह नहीं बताएंगे. उस से साफ जाहिर है कि गुजरात की जनता पूरी तरह से भयभीत है.
किसानों युवाओं दलितों और पसमांदा लोगों से मिलने के बाद हम जिस नतीजे पर पहुंचे हैं वह यह कि गुजरात में कम से कम 101 सीट कांग्रेस पार्टी हर हाल में जीतेगी. आप कृपया इंतेजार और सब्र कीजिए.
मैंने 18 नवंबर को ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस पार्टी के सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद को गुजरात जीत की बधाई दे दी थी, और कहा था कि गुजरात में भारतीय जनता पार्टी को 26 से ज्यादा सीटें नहीं मिलने वाली हैं, लेकिन एग्जिट पोल के सर्वे या ईवीएम में गड़बड़ी के अंदेशा के बावजूद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सरकार 101 सीटों के साथ गुजरात में बनने जा रही है. गुजरात की नई सुबह और गुजरात में कांग्रेस की सरकार देश को मुबारक हो.