नई दिल्ली, 17 दिसम्बर, वतन समाचार न्यूज़:
भारतीय जांच एजेंसी एनआईए को झटका देते हुए इंटरपोल ने इस्लामिक स्कॉलर डॉ जाकिर नाइक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जाने की दरखास्त को रद्द कर दिया है. इंटरपोल की ओर से अधिकारिक ब्यान में कहा गया है कि एनआईए ने वह तमाम दस्तावेज जमा नहीं किए थे जो इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए जरूरी थे. इंटरपोल की ओर से कहा गया है कि दरखास्त देते वक्त चार्जशीट सबमिट नहीं की गई थी.
इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस रद्द किए जाने के बाद एक बार फिर एनआईए हरकत में आ गई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एनआईए की ओर से आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस संबंध में इंटरपोल को फ्रेश रिक्वेस्ट भेजी जायेगी, ताकि रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाए. एनआईए की ओर से कहा गया है कि इस संबंध में जो भी जरूरी दस्तावेज हैं उन्हें सबमिट किया जाएगा.
ज्ञात रहे कि बीते दिनों मीडिया में खबर आई थी कि एनआईए को झटका देते हुए इंटरपोल ने डॉक्टर जाकिर नायक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए जाने की दरखास्त को रद्द कर दिया है. शनिवार को इंटरपोल ने जाकिर नाइक को क्लीन चीट देते हुए सभी दफ्तरों को हिदायत दी थी कि डॉ नाइक से संबधित सारे डेटा हटा दें।
इंटरपोल की रिपोर्ट के मुताबिक, नाइक के खिलाफ अब तक कोई आरोप पत्र दाखिल नहीं किया गया है। इसका मतलब है कि इंटरपोल को मुंबई में एनआईए कोर्ट से पहले दायर चार्जशीट की कॉपी नहीं मिली है। जाकिर से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस्लामी उपदेशक के वकील ने फ्रांस में इंटरपोल के जनरल सेक्रटरी से उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने से जुड़े आदेश को कैंसल करने की मांग की थी।
एनआईए ने कहा है कि अब नाईक के खिलाफ मुंबई के एनआईए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है, इसलिए वह इंटरपोल के पास रेड कॉर्नर नोटिस के लिए नए सिरे से आग्रह करेंगे।