नई दिल्ली/अहमदाबाद, 09 दिसम्बर, प्रेस रिलीज़
हम गुजरात के भाई-बहनों विशेषतौर से 89 विधानसभा क्षेत्रों में 2 करोड़ 12 लाख वोटरों के प्रजातंत्र के इस यज्ञ और उत्सव में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से धन्यवाद देते हैं, उन्हें साधुवाद और मुबारक भी देते हैं। मतदान यह दर्शाता है कि गुजरात में ‘नवसृजन’ की बयार है। इतनी हैवी पोलिंग हमेशा Incumbent सरकार के बदलाव का सूचक होता है और एक खुशहाली की कल्पना जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राहुल गाँधी और कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं ने साढ़े छह करोड़ गुजरात के भाई-बहनों के साथ मिलकर की थी।
पहले चरण के चुनाव से यह साफ है कि सीधे-सीधे बदलाव की बयार अब गुजरात में आ गई है और गुजरात के लोगों के आशीर्वाद से कांग्रेस गुजरात की अगली सरकार बनाने को अग्रसर है। यह बातें मीडिया से बात चीत में पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजे वाली ने कहीं.
उन्हों ने कहा आज हम गुजरात के साथियों को गुजरात के मेरे भाई-बहनों को इस बेहतरीन मतदान रुपी यज्ञ में हिस्सा लेने के लिए, धन्यवाद कहने के लिए आए हैं। आज एक बहुत गंभीर और दुखद विषय के साथ भी हम यहाँ उपस्थित हुए हैं।
आज गुजरात और भारत माता का सीना छलनी कर दिया गया, शब्दों के बाणों से। आज गोडसे की विचारधारा में एक बार फिर महात्मा गाँधी की आवाज को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया। आज उन लोगों ने एक बार फिर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का अपमान करने का दुस्साहस किया है। क्या बीजेपी और उसके प्रवक्ता जानते भी हैं राष्ट्रपिता बनने के लिए सीने में ‘हे राम’ कहकर गोलियाँ खानी पड़ती हैं।
क्या भारतीय जनता पार्टी और उनके प्रवक्ता समझते भी हैं कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी बनने के लिए अंग्रेज की सल्तनत से अकेले एक लाठी और धोती में गुजरात की मिट्टी की खुशबू लें, जंग लड़नी पड़ती है। क्या भारतीय जनता पार्टी और उनके प्रवक्ता जानते और समझते भी हैं कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी बनने के लिए दशकों तक अंग्रेज की जेल में सड़ना पड़ता है? क्या भारतीय जनता पार्टी और उनके प्रवक्ता समझते भी हैं कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी बनने के लिए अंग्रेजों की लाठियों और गोलियों के सामने सीना तान कर खड़ा होना पड़ता है और कितनी भी लाठियाँ लगें, कितना भी दुर्बल शरीर हो, सर्दी हो, गर्मी हो, उसमें देश के गाँव के एक-एक कोने में जाकर अलख और आजादी की जागृति जगानी पड़ती है?
क्य़ा भारतीय जनता पार्टी मोदी जी और भाजपा के लोग जानते समझते हैं कि गुजरात की माटी के लाल जिनका संदेश पूरी दुनिया में आज गूंजता है, वह राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी बनने के लिए इस पूरे देश को एक सूत्र में पिरोना पड़ता है। क्या भारतीय जनता पार्टी जानती और समझती भी है कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी बनने के लिए पटेल और नेहरु जैसे दो बेटे पैदा करने पड़ते हैं अपनी राजनीतिक कोख से? आज उन राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को गाली दी जा रही है? हमें गाली दें, हमें कोई ऐतराज नहीं, हमारे साथ अभद्र और अपमानजनक भाषा का मोदी जी और उनके प्रवक्ता इस्तेमाल करे, हमें कोई ऐतराज नहीं। आप हमारे साथ दुर्व्यवहार करें, छींटाकशी करें - हमें कोई ऐतराज नहीं। हम उसे प्रजातंत्र की कसौटी मान अपने सीने पर ले लेंगे।
लेकिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और 130 करोड़ लोगों की ओर से हम कहते हैं राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी का गुजरात की धरती पर भाजपा के प्रवक्ताओं द्वारा ऐसा घोर अपमान, ऐसा दुस्साहस कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी को गौण कर अब नरेन्द्र मोदी जी को देश का ‘बाप’ बताया जा रहा है? शायद ऐसा घोर अपमान और दुस्साहस राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी का वह भी गुजरात की धरती पर पिछले 70 साल में किसी और व्यक्ति द्वारा करने का साहस कभी पैदा नहीं हुआ।
भारतीय जनता पार्टी के लोग वह हैं, जिनके अपने शासन मध्यप्रदेश के अंदर महात्मा गाँधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के बुत लगाए जा रहे हैं - मंदिर बनाए जा रहे हैं। यह वही भाजपा है, हम गुजरात के साढ़े छह करोड़ भाईयों को याद दिलाना चाहते हैं, कि भाजपा के मध्यप्रदेश के मंत्री बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे को महापुरुष बताते हैं।
इनके अपने केन्द्रीय कार्यसमिति के सदस्य संसद के परिसर में नाथूराम गोडसे की वंदना करते हैं। ये वो लोग हैं, जिन्होंने महात्मा गाँधी जी के शरीर को गोली मारकर मिटा दिया - उसी गोडसे की विचारधारा ने। ध्यान रहे, उस विचारधारा पर प्रतिबंध किसने लगाया था? इसी गुजरात के बेटे - देश के उप-प्रधानमंत्री कौन? सरदार वल्लभ भाई पटेल ने! इन्हीं सरदार वल्लभ भाई पटेल ने लिखा था कि “राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ” की विचारधारा महात्मा गाँधी जी की हत्या का कारण हैं। जीते-जागते गाँधी जी की हत्या की और आज फिर उसी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी का नाम धूमिल किया जा रहा है। आदरणीय मोदी जी क्या अब आपका अहंकार इतना बड़ा हो गया - क्या आप इतने अहंकारी और बड़े हो गए कि आप राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी से ऊपर उठ गए? अब आप पूरे देश के ‘बाप’ बन गए?
राष्ट्रपिता को अपने अहंकार के पाँव तले ऐसे मत रौंदिए मोदी जी। राष्ट्रपिता की असमत को, उनके सम्मान को, जो पूरे हिंदुस्तान में नहीं, पूरी दुनिया - अमेरिका से लेकर अफ्रीका तक, जहाँ-जहाँ जंगे-आजादी की लड़ाईयाँ लड़ी गई, उनके पीछे एक ही नाम, एक ही विचारधारा थी, वो गुजरात की धरती से गूंजती हुई आवाज, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की थी। ऐसा दुस्साहस मत कीजिए, सत्ता के अहंकार के नशे में इतने चूर भी ना हो जाईए कि आपको राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी भी अब अपने सामने बौने दिखाई देने लगें।
हम ये मांग करते हैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मंच से और 130 करोड़ भारतवासियों की ओर से - आज भारत माता का सीना छलनी किया गया है, भाजपा के लोगों के द्वारा। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी तुरंत पूरे देश से भाजपा के प्रवक्ताओं की इस सोच के लिए, इन शब्दों के लिए माफी मांगे।
इसलिए हम अपनी मांग को दोहराते हुए मोदी जी से माफी की मांग करते हैं और उनके पदाधिकारी को भारतीय जनता पार्टी से बाहर निकालने की अपील करते हैं, वरना पूरा गुजरात, देश और दुनिया जान जाएगी कि मोदी जी की सत्ता का अहंकार अब उनको बापू से भी बड़ा बना रहा है।
ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के माध्यम से जहाँ-जहाँ इलेक्ट्रोनिक मशीन में गड़बड़ियाँ की सुचना पाई गई, उन सबकी हमने बाकायदा लिखित चुनाव आयोग से शिकायत की और निवेदन किया कि इनको तुरंत दुरस्त किया जाए या बदला जाए।