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भारत जोड़ो यात्रा पर राहुल को घेरने के चक्कर में फंस गयीं स्मृति, हुईं ट्रोल

श्री जयराम रमेश ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा- नमस्कार साथियों! आज भारत जोड़ो यात्रा का पांचवा दिन है। आज पांच दिन के अंत तक 6:30 बजे तक करीब 102 किलोमीटर पूरा होगा। आज सुबह 11 किलोमीटर था और आज दोपहर को 10 किलोमीटर होगा। तो पहले 5 दिन में 102 किलोमीटर कवर हुए हैं। औसत के तौर से हर दिन 20 किलोमीटर आता है, हम थोड़ा पीछे चल रहे हैं। राहुल गांधी जी चाहते हैं कि हम हर दिन 25 किलोमीटर करें, पर सभी भारत यात्री कहते हैं कि हम में 21-22 करने की क्षमता है, 25 करने के लिए अभी वक्त होगा। अब तक हमने 20 किए हैं, तो थोड़ा और तेजी से हम चलेंगे, बाकी दिनों में।

By: वतन समाचार डेस्क

भारत जोड़ो यात्रा पर राहुल को घेरने के चक्कर में फंस गयीं स्मृति, हुईं ट्रोल

 

Shri Jairam Ramesh, General Secretary, In-charge Communications, AICC addressed the media at AICC Hdqrs, today.

 

श्री जयराम रमेश ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा- नमस्कार साथियों! आज भारत जोड़ो यात्रा का पांचवा दिन है। आज पांच दिन के अंत तक 6:30 बजे तक करीब 102 किलोमीटर पूरा होगा। आज सुबह 11 किलोमीटर था और आज दोपहर को 10 किलोमीटर होगा। तो पहले 5 दिन में 102 किलोमीटर कवर हुए हैं। औसत के तौर से हर दिन 20 किलोमीटर आता है, हम थोड़ा पीछे चल रहे हैं। राहुल गांधी जी चाहते हैं कि हम हर दिन 25 किलोमीटर करें, पर सभी भारत यात्री कहते हैं कि हम में 21-22 करने की क्षमता है, 25 करने के लिए अभी वक्त होगा। अब तक हमने 20 किए हैं, तो थोड़ा और तेजी से हम चलेंगे, बाकी दिनों में।

 

मैंने पहले कहा था कि ये भारत जोड़ो यात्रा मन की बात नहीं होगी, जनता की चिंता होगी। मैंने कभी नहीं कहा होगा कि ये जनता की चिंता नहीं, बल्कि बीजेपी की चिंता भी हो जाएगी। क्योंकि जिस तरीके से बीजेपी नेताओं के बयान आ रहे हैं, बिल्कुल झूठे बयान आ रहे हैं, बेबुनियाद बयान आ रहे हैं, बिल्कुल साफ हो गया है, जिस तरीके से सोशल मीडिया में उनकी झूठ की फैक्ट्री चल रही है, बिल्कुल साफ हो गया है कि वो घबरा रहे हैं, परेशानी में हैं, वो पीड़ित हैं और उनको देखने को मिल रहा है कि जनता से क्या रेस्पोंस आ रहा है, इस भारत जोड़ो यात्रा के लिए।

 

तो वरिष्ठ नेताओं से, कैबिनेट मंत्रियों से, जो बुरी तरह से घोटाले में फंसे हुए हैं, उनके मुंह से झूठ के अलावा तो हम कुछ एक्सपेक्ट नहीं कर सकते और आज भी उसकी एक मिसाल हमें देखने को और सुनने को मिली है। तो ये आलोचना चलती रहेगी। ये जो टिप्पणियाँ आएंगी इनसे कंटेनर के बारे में, टी- शर्ट के बारे में। जो नहीं कहा गया, वो कहा गया, इसके बारे में, जहाँ गए थे, उनको कहना वहाँ नहीं गए थे, पर जिसकी जो फोटो, सबूत है, उसको इंकारते हुए ऐसी सब टिप्पणियाँ आती रहेंगी, हम तैयार हैं।

 

हर टिप्पणी का जवाब मैं नहीं देने वाला हूँ, उस स्तर पर मैं नहीं गिरूँगा, जिस स्तर से गृहमंत्री गिरे हैं और उनके कुछ कैबिनेट के सहयोगी भी गिरे हुए हैं, पर मैं कहना चाहता हूँ कि 5 दिन के बाद, मैं वापस कल लौट रहा हूँ, केरल में। 5 दिन के बाद भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु में और केरल के हमारे संगठन में एक नई ऊर्जा और एक नया उत्साह देखने को मिल रहा है।

 

पार्टी का मोबिलाइजेशन मैं समझता हूँ, बहुत मजबूती से हुआ है, ब्लॉक के स्तर पर, जिले के स्तर पर और राज्य के स्तर पर और ये मकसद था भारत जोड़ो यात्रा का कि हमारी पार्टी संगठन में हम एक नयी जान फूंकें और 5 दिन के बाद मैं विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि पार्टी में एक नई जान दिखाई दे रही है, पार्टी में एक नई उमंग दिखाई दे रही है, एक नया उत्साह एक नई ऊर्जा दिखाई दे रही है।

 

लोगों में सुबह की जो यात्रा है, वो पार्टी मोबिलाइजेशन का कारण नहीं, पार्टी मोबिलाइजेशन तो दोपहर और शाम को होता है, पर सुबह जो हम देख रहे हैं, हर सुबह जो देख रहे हैं, 7 बजे से लेकर करीब 10:30 बजे तक, वो जनता अपने ही बल पर आ रही है। हमारे कार्यकर्ता नहीं जाते हैं, लोगों को बुलाने के लिए, लोग अपने आप आते हैं और केरल में और तमिलनाडु में मैंने देखा है, सुबह के चरण में करीब 5,000 लोग रहते हैं और दोपहर और शाम के समय में 25 या 30 हजार लोग हमें देखने को मिलते हैं।

 

राहुल गांधी जी, जैसा मैंने कहा- 25 किलोमीटर चलना चाहते हैं, पर हम 21 या 22 किलोमीटर करेंगे। वो चाहते हैं कि हम 6 बजे शुरु करेंगे, पर हम 7 बजे शुरु करते हैं, 7 या 7:15 से शुरु करते हैं। शुरुआत अच्छी हुई है, सकारात्मक तरीके से हुई है। जनता का रेस्पॉन्स बहुत बढ़िया हमें देखने को मिला है, पार्टी संगठन के कार्यकर्ता जिस तरीके से भारत जोड़ो यात्रा में जुड़े हुए हैं और जिस तरीके से अलग-अलग राज्यों से अभी हमें जानकारी मिल रही है कि वहाँ भी एक नया उत्साह दिखाई दे रहा है। तो मैं समझता हूँ कि भारत जोड़ो यात्रा जिस मकसद से शुरु की गई थी, वो सही रास्ते पर चल रहा है, सही ढंग से चल रहा है।

 

यहाँ-वहाँ छोटे-मोटे परिवर्तन हमें करने की जरुरत है। लाइव स्ट्रीमिंग हो रही है, आप जानते हैं। सुबह और दोपहर और राहुल गांधी जी के जो इंटरेक्शन हैं, अलग-अलग संस्थाओं के साथ, उसकी भी हम कोशिश कर रहे हैं कि जितना हो सके, हम उसका लाइव स्ट्रीमिंग करें। ये पूरी पारदर्शिता से हम ये भारत जोड़ो यात्रा का लाइव स्ट्रीमिंग कर रहे हैं। हम कुछ छिपा नहीं रहे हैं, जो कुछ है, हम पब्लिक डोमेन में डाल रहे हैं, हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध है। तो अगले 17 दिन हम केरल में रहेंगे, 30 सितम्बर तक हम केरल में रहेंगे और अक्टूबर 1 से अक्टूबर की 22 तारीख तक हम कर्नाटक में रहेंगे, उसके बाद तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जाएंगे।

 

तो अगर आपके कुछ सवाल हैं, इन 5 दिनों के बारे में मैं सवालों के जवाब देना चाहता हूँ। मैं धन्यवाद करना चाहता हूँ आप सभी को, आप लोगों ने इसको एक राष्ट्रीय चर्चा बनाया है। मैं नहीं अनुमान लगा रहा था कि हमें मीडिया में इतना कवरेज मिलेगा, भारत जोड़ो यात्रा के बारे में, पर जो मिला है, मैं आपका आभारी हूँ और हमारे मीडिया मालिकों का भी आभारी हूँ कि उन्होंने हमें योग्य समझा कि इतना कवरेज मिले।

 

राजनीति में अलग-अलग पार्टियों की अलग-अलग भूमिका होती है। आप, जो पार्टी सत्ता में है, उनको कितना भी कवरेज दीजिए, हमें ऐतराज नहीं, पर हम यही चाहते हैं कि जो अलग-अलग पार्टियाँ अपने तरीके से कोशिश कर रही हैं, उसका भी कुछ कवरेज मिले। 5 दिन में कवरेज अच्छा मिला है। मैं आशा करता हूँ कि इसी तरीके से कवरेज मिलता रहेगा। कुछ गलतियाँ यहाँ-वहाँ होती रहेंगी, उसका तो आप जरुर दर्शाएंगे, पर जो पॉजिटिव खबर है, इस भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ी हुई खबरें हैं, उनको मैं समझता हूँ, पब्लिक में लाना भी आपकी भूमिका रहेगी और मैं उम्मीद करता हूँ कि आपके सहयोग से हम भारत जोड़ो यात्रा का संदेशा जनता तक पहुंचा पाएंगे।

 

जो राज्य, नॉन- यात्रा राज्य हैं, यानि कि जिन राज्यों से ये यात्रा नहीं गुजरेगी, वहाँ भी हम कोशिश कर रहे हैं कि वहाँ भी भारत जोड़ो यात्रा से संबंधित कुछ यात्राओं का आयोजन किया जाए। 16 तारीख को दिग्विजय सिंह जी और मैं असम जा रहे हैं। 17 को हम पश्चिम बंगाल में रहेंगे, 18 तारीख को हम उड़ीसा जाएंगे, उसके बाद बिहार, झारखंड, अलग-अलग राज्यों में जाएंगे, क्योंकि हम कोशिश करेंगे कि अगले 5 महीनों में जिन राज्यों से ये यात्रा नहीं गुजर रही है, उन राज्यों में भी पार्टी संगठन भारत जोड़ो यात्रा में जुड़ जाए।

 

तमिलनाडु में अंडमान और निकोबार आईलैंड से हमारे कार्यकर्ता आए थे और वो भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे, भाग लिया था और केरल में लक्षद्वीप से हमारे कार्यकर्ता आ रहे हैं और वो भाग ले रहे हैं, भारत जोड़ो यात्रा में। राजस्थान से हमने देखा, मैंने खुद देखा कल कुछ कार्यकर्ता राजस्थान से, उदयपुर से आए थे और वो चल रहे थे केरल में, वो हमारे कांग्रेस के कार्यकर्ता थे, ब्लॉक स्तर के कार्यकर्ता थे।

 

श्री राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा में 25 किलोमीटर की दूरी एक दिन में तय करने को लेकर  पूछे एक प्रश्न के उत्तर में श्री जयराम रमेश ने कहा कि वो चलना चाहते हैं, 25 किलोमीटर और 6 बजे शुरु करना चाहते हैं और हमें बहुत मुश्किल होती है उनको समझाने में कि राहुल जी कुछ लोग ऐसे हैं, जो अपने जीवन में  6:30 बजे से पहले कभी जागे ही नहीं। मैं तो 4- 4:30 बजे उठ जाता हूँ, पर कई लोग ऐसे हैं, जो मुश्किल से 7 बजे 7:30 बजे उठते हैं। उनको अभी 5:30 बजे उठना पड़ता है, नाश्ता करना पड़ता है, चलना पड़ता है। तो 25 किलोमीटर वो चलना चाहते हैं। परसों उन्होंने कहा कि हम 6 बजे से क्यों नहीं शुरु करते? तो 6 बजे शुरु करना बड़ा मुश्किल होता है क्योंकि तब 4 बजे हमें उठना पड़ेगा। तो कॉम्प्रोमाइज ये है कि हम 7 बजे शुरु करेंगे और लक्ष्य रखेंगे कि 21 या 22 किलोमीटर रोज चलें। अभी हम 20 कर रहे हैं, 25 करना बड़ा मुश्किल है। तो कुछ बीच का रास्ता हम लोगों ने ढूंढ़ निकाला है कि 21 या 22 हम करेंगे।

 

बीजेपी द्वारा श्री राहुल गांधी की टी-शर्ट को लेकर दिए बयान से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री जयराम रमेश ने कहा कि मैं समझता हूँ ये बिल्कुल चाइल्डिश कमेंट था, टी-शर्ट के बारे में। उस टी-शर्ट की असलियत अगर मैं आपको बता दूँ, तो आप हंसेंगे। वो कहाँ खरीदा गया, कितने में खरीदा गया, उस पर मैं नहीं जाना चाहता हूँ। टी-शर्ट के बारे में, अंडरवियर के बारे में, बनियान के बारे में मैं नहीं जाना चाहता हूँ। ये भारत जोड़ो यात्रा है। इसके मकसद हैं, मैंने कई बार कहा है - आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक चुनौतियों को मद्देनजर रखते हुए हमने ये भारत जोड़ो यात्रा निकाली और ये दर्शाता है अगर कंटेनर के बारे में मुद्दा बनाना चाहते हैं, टी-शर्ट के बारे में मुद्दा बनाना चाहते हैं, जूतों के बारे में मुद्दा बनाना चाहते हैं, तो ये बिल्कुल साफ है कि ये घबराए हुए हैं, ये परेशान हैं और कुछ भी बोल देते हैं, झूठ की फैक्ट्री तो बिल्कुल ओवर टाइम चल रही है और खासतौर से सोशल मीडिया पर।

 

On another question, Shri Jairam Ramesh said- Those who stoke the fires of hatred, those who stoke the fire of bigotry and prejudice must be prepared to take something back in the same coin. If I were to enumerate in the manner in which the BJP and its surrogates have fanned hatred, prejudice, lies, and falsehood. See, the trouble is that RSS and the BJP is not used to aggressive response from the Congress, when the Congress gives an aggressive response.

 

जब हम आक्रामक होते हैं, तब वो पीछे हट जाते हैं। तो अगर वो आक्रामक होंगे, हम डबल आक्रामक होंगे, ये समझ लेना चाहिए उनको, पर भारत जोड़ो यात्रा का मकसद, जोड़ने का मकसद है। भारत जोड़ो यात्रा का मकसद है, जो प्रयास किया जा रहा है, जो कोशिश की जा रही है, भारत को तोड़ने की, विभाजन, जो विभाजनकारी नीतियाँ हैं, विभाजनकारी नीयत है, धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर, भाषा के नाम पर, प्रांत के नाम पर और जिस तरीके से आर्थिक विषमताएं बढ़ रही हैं और वो भी मोदी सरकार की नीतियों और नीयत के कारण और जिस तरीके से राजनैतिक विकेन्द्रीकरण हो रहा है, वो भी मोदी सरकार और खासतौर से प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व के कारण उससे मुकाबला करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा निकाली गई है। तो भारत जोड़ो यात्रा तोड़ने के लिए नहीं है, तोड़ने के लिए एक जवाब है, भारत जोड़ो, भारत जोड़ो, भारत जोड़ो।

 

स्मृति ईरानी द्वारा श्री राहुल गांधी को लेकर किए ट्वीट से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री जयराम रमेश ने कहा कि उसका जवाब हमने दे दिया है। शब्दों से नहीं दिया है फोटो से दिया है। और अगर शब्दों से देना है मुझे, जो घोटाले में फंसी हुई हैं, बुरी तरह फंसी हुई हैं, जो तथ्य सब सामने आए हुए हैं और जिनको सच बोलने की कभी आदत ही नहीं है, हमारे प्रधानमंत्री के माफिक, ये प्रधानमंत्री की बीमारी अपने कैबिनेट सहयोगियों में भी फैल गई है। प्रधानमंत्री की बीमारी ये है कि वो गलती से भी सच नहीं बोल सकते। तो हमने दिखाया है, 7 तारीख को, 3 बजे राहुल गांधी जी कहाँ थे, किनके स्मारक में थे, उसका जवाब स्मृति ईरानी दें। अगर उनको नया चश्मा चाहिए, मैं वो चश्मा देने के लिए तैयार हूँ।

 

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री जयराम रमेश ने कहा कि जो वार्तालाप हुआ था, जो कंवर्सेशन हुआ था, उसका वीडियो साफ हमने सोशल मीडिया पर दे दिया है और आप देखिए, राहुल गांधी जी ने क्या कहा और पादरी ने क्या कहा। जो पादरी ने कहा, हम उससे सहमत नहीं हैं, पर उन्होंने कहा। जब अनुराग ठाकुर पार्लियामेंट में बैठे हुए थे और बाहर बोलते हैं, गोली मारो। हम अनुराग ठाकुर के साथ पार्लियामेंट में काम करते हैं। वो क्या हैं, साध्वी निरंजन, क्या कहती हैं, क्या कहा उन्होंने- भारत को दो भागों में बांटना है। एक रामजादे और एक कुछ और शब्द उन्होंने इस्तेमाल किया। जो गोडसे के पुजारी हैं, प्रज्ञा ठाकुर, वो लोकसभा के सांसद हैं। तो उनके मुंह में नहीं होता बोलने के लिए, पर जो हुआ, लोग आए, किसी ने कुछ किया, किसी ने रिकॉर्डिंग की, उसको फैलाया, उसमें हमारा कोई हाथ नहीं था, बिल्कुल कोई हाथ नहीं था।

 

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री जयराम रमेश ने कहा कि मुझे खुशी है कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद सब लोग जान गए हैं कि ये हाथी जो है, जाग गया है। हाथी जाग गया है, हाथी चल रहा है और सभी पार्टियां भी देख रही हैं, कांग्रेस क्या कर रही है, कांग्रेस क्या करेगी। तो ये सब बयान आते रहेंगे। बीजेपी से आएंगे, हमारे सहयोगी दलों से आएंगे, पर विपक्षी एकता तभी संभव होगी, जब कांग्रेस मजबूत होगी। विपक्ष एकता का मतलब ये नहीं है कि कांग्रेस को कमजोर करें। हमारे घटक दलों को भी समझना चाहिए कि हम हमारी कमजोरी को और नहीं होने देंगे, हम अपने आप को मजबूत बनाएंगे और मजबूत कांग्रेस ही अपोजीशन एकता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और ये भारत जोड़ो यात्रा, जो निकाली गई है, ये अपोजीशन की एकता के लिए नहीं, ये कांग्रेस को मजबूत करने के लिए है, यह भारत को मजबूत करने के लिए है। इसका अगर नतीजा अपोजीशन एकता होगा, अच्छा है, हम उसका स्वागत करते है। पर प्राथमिकता जो हम दे रहे हैं, कांग्रेस पार्टी को और देश को मजबूत करने के लिए, और प्रभावशाली बनाने के लिए।

 

एक अन्य प्रश्न पर कि क्या राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं, श्री जयराम रमेश ने कहा कि आपको बार- बार कहा गया है और आप बार-बार वही सवाल उठाते हैं और पत्रकार सम्मेलन में राहुल गांधी जी ने खुद कहा कि मैं इसका नेतृत्व नहीं कर रहा हूँ, मैं एक भारत यात्री हूँ, ये कांग्रेस पार्टी की यात्रा है। 120 भारत यात्री हैं और मैं उनके साथ पदयात्रा कर रहा हूँ। वास्तविकता यह है कि सारे देश की निगाहें, मीडिया की निगाहें उन पर हैं। सबसे प्रमुख चेहरा वो हैं, पर उन्होंने कहा, उनके शब्दों को मैं दोहरा रहा हूँ कि मैं इस यात्रा का व्यक्तिगत नेतृत्व नहीं कर रहा हूँ। मेरे साथ 120 भारत यात्री करीब हैं। 120 भारत यात्री हैं, अनेक प्रदेश यात्री हैं, अनेक अतिथि यात्री हैं, मैं उनके साथ ये पदयात्रा कर रहा हूँ, इसको समझिए। ये किसी एक व्यक्ति की यात्रा नहीं है, ये कांग्रेस पार्टी की यात्रा है और कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को फैलाने के लिए, एक बार फिर लोगों के मुद्दों को उजागर करने के लिए निकाली गई है और उसमें हमारे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी शामिल हैं और वो खुद कहते हैं कि मैं व्यक्तिगत नेतृत्व नहीं कर रहा हूँ। पर जैसा कि वो जानते हैं और जैसा कि मैंने भी कहा है कि वास्तविक है कि सब लोग उन्हीं पर ध्यान दे रहे हैं, पर और लोग भी हैं, भारत जोड़ो यात्रा में।

 

On another question about the price rise of petrol, diesel and cooking gas, Shri Jairam Ramesh said- Well! Oil prices have gone down to 8 months low. And the logic of market pricing is, when international prices of oil go up, domestic prices of petrol, diesel and cooking gas go up. So, the logic of that is, when prices come down, petrol prices must come down, diesel prices must come down, cooking gas prices must come down.

 

When Mr. Rahul Gandhi interacted with women’s organizations in Tamil Nadu and Kerala in the last 4 days, he met women MGNREGA workers in Marthandam in Kanyakumari district and he met with fisherwomen and the one demand they had was, we used to pay Rs. 400 for LPG cylinder, now we are paying more than thousand rupees for the LPG cylinder, that is the one issue. In fact, more than petrol and diesel, one issue that has come up in the last 4 days, is the price of cooking gas. That’s the one issue in meeting after meeting of Mr. Rahul Gandhi.

 

तो रसोई गैस की जो कीमतें हैं, उसी को लेकर लोग चिंतित हैं, पेट्रोल और डीजल तो है  ही, पर जो बात उठाई जा रही है बार-बार भारत जोड़ो यात्रा में और हो सकता है कि अगले 2-3 दिन में पेट्रोल या डीजल और रसोई गैस के दाम घटाए जाएंगे। कारण- एक मात्र कारण है, भारत जोड़ो यात्रा के दबाव की वजह से।

 

It should have declined by now, it should have been reduced by now, and relief should have been given. When international prices go down, Indian consumers are entitled to relief and we are now at 8 months low of international oil prices.

 

एक अन्य प्रश्न पर कि बीजेपी कांग्रेस पर आरोप लगा रही है कि कांग्रेस नफरत की राजनीति कर रही है, श्री जयराम रमेश ने कहा कि हम, कांग्रेस? बिल्कुल नहीं। जो ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं, वो बीजेपी है। जो नफरत फैलाते हैं, वो बीजेपी हैं। और ये मैं नहीं कहता हूँ, ये सब लोग कहते हैं, ये मिसाल ही मिसाल है, कितने उदाहरण हैं, भाषा के नाम पर, जाति के नाम पर, धर्म के नाम पर, प्रांत के नाम पर, जो ध्रुवीकरण किए जा रहे हैं, हमेशा। जब चुनाव पास आते हैं, ध्रुवीकरण और तेजी से किया जाता है और इंटेन्सिफाई होता है। तो बीजेपी तो ध्रुवीकरण की उस्ताद है। हमें उनसे इस बारे में कुछ नहीं सीखना है। क्योंकि जिस तरीके से वो नफरत फैलाते हैं, जिस तरीके से वो अफवाहें फैलाते हैं। हमारे एक बहुत बुजुर्ग एक जमाने में एक स्पोक्सपर्सन हुआ करते थे, विट्ठल गाडगिल, बड़े कुशल स्पोक्सपर्सन हुआ करते थे और मुझे आज भी याद है ऐसा ही एक सवाल उनसे किया गया था करीब 30 साल पहले जब नरसिम्हा राव जी प्रधानमंत्री थे और उन्होंने पहली बार कहा- मैं इस सवाल का जवाब नहीं दूंगा, क्योंकि ये आरएसएस से जुड़ा हुआ सवाल है और आरएसएस का पूरा नाम है- रूमर्स स्प्रेडिंग सोसाइटी। आपको याद होगा, 30 साल पहले उन्होंने कहा था, आज तो हम उन सबको कहते हैं रूमर्स स्प्रेडिंग सोसाइटी, पर पहला व्यक्ति जिसने कहा था 1992 में, तब वो कांग्रेस पार्टी के सीनियर प्रवक्ता थे। तो बीजेपी की राजनीति तो नफरत की राजनीति है, तोड़ने की राजनीति है, जोड़ने की राजनीति नहीं है।

 

श्री अमित शाह द्वारा राहुल गांधी जी की टी-शर्ट को लेकर दिए बयान से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री जयराम रमेश ने कहा कि हमें क्यों बताना चाहिए? हम क्यों बताएं? किसको बताएं? जिस व्यक्ति के बेटे ने अपने भारतीय तिरंगे को अपने हाथ में लेने से इंकार किया, जिसके साहब मेड इन इटली चश्मा पहनते हैं, मेरा तो मेड इन खान मार्केट है। अगर खान मार्केट के चश्मे पहनने की वजह से मैं टुकड़े-टुकड़े गैंग का सदस्य बन जाता हूँ, तो फिर ठीक है (मजाक करते हुए कहा)। पर कौन-कौन से व्यक्ति से ये सवाल उठा रहे हैं, और जब हम राजनीतिक सवाल उठा रहे हैं, आर्थिक सवाल उठा रहे हैं, सामाजिक सवाल उठा रहे हैं, आप टी-शर्ट की बात करते हैं। ये क्या विवाद है? ये क्या बहस है। देखिए, उनके स्तर पर मैं जाना नहीं चाहता हूँ, जिस स्तर पर अमित शाह, स्मृति ईरानी, तेजस्वी सूर्या, अलग-अलग लोग गिरे हुए हैं।

 

केरल में रात्रि विश्राम की अनुमति को लेकर पूछे एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री जयराम रमेश ने कहा कि परमिशन हमें मिली थी, ये मुद्दा नहीं है, हम इसको मुद्दा नहीं बनाना चाहते हैं। हमें अनुमति मिली थी, कंटेनर वहाँ जा रहे थे, तब अंतिम क्षण में हमें बताया गया कि अभी अनुमति नहीं है, तो हमने एक विकल्प ढूंढ़ा आज रात के लिए, उसमें कोई राजनीति नहीं है। किन्हीं स्टूडेंट संगठन ने कहा, आपत्ति जताई, वो सीपीएम से जुड़ा हुआ एक स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन था तो उन्होंने कहा कि अनुमति नहीं देनी चाहिए, तो ठीक है, तो वहाँ प्रोटेस्ट हुआ, तो हम वहाँ नहीं जाना चाहते हैं, ठीक है। ये तो भारत जोड़ो यात्रा का एक नमूना है, कि लोग हमारे खिलाफ प्रदर्शन करते हैं, ठीक है, आपका... हम और कहीं जाएंगे और हमें एक स्कूल में जगह मिली कल रात को, तो उसको हमने मुद्दा नहीं बनाया। हालांकि केरल में कांग्रेस सीपीएम के खिलाफ लड़ रही है, फिर भी हमने इसको मुद्दा नहीं बनाया। इसमें केन्द्रीय स्तर के सीपीएम नेताओं का कोई रोल नहीं था, आप जान गए होंगे मैं किसका जिक्र कर रहा हूँ।

 

Permission was given, later there was a demonstration by some CPM students organization and we felt if there was demonstration, permission was withdrawn as a result of that, we said- we are not going to make it an issue, why make it an issue?

 

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस नफरत नहीं फैला रही है। नफरत से मुकाबला करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा निकाली गई है। हम नफरत नहीं फैलाते हैं, हम नफरत का मुकाबला करते हैं। भारत जोड़ो यात्रा का मकसद है- नफरत तोड़ो, भारत जोड़ो।

 

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