सुनहरी मस्जिद पर इतिहासकार राना सफवी ने watan samachar से क्या कहा?
सुनहरी मस्जिद को बचाने के रास्ते ढूंढे जा सकते हैं : सफवी
शादाब खान की रिपोर्ट
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (वतन समाचार) भारतीय इतिहासकार राना सफवी ने दिल्ली की सुनहरी बाग़ मस्जिद को बचाने की मांग करते हुए कहा है कि नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) को ट्रैफिक से निपटने का कोई अलग रास्ता ढूंढना चाहिए।
गौरतलब है कि एनडीएमसी ने हाल ही में एक पब्लिक नोटिस के ज़रिये बताया था कि वह ट्रैफिक की समस्या के कारण सुनहरी बाग़ मार्ग के गोलचक्कर पर स्थित मस्जिद को हटाने पर विचार कर रही है और उसने एक जनवरी 2024 से पहले आमजन से इस संबंध में सुझाव मांगे थे।
सफवी ने वतन समाचार से बात करते हुए कहा, “यह मस्जिद बंगला शैली में बनाई गई है, जिससे पता चलता है कि यह कम से कम 175-200 साल पुरानी है। इसे हेरिटेज ग्रेड-3 का दर्जा दिया गया था, और इसे अच्छी तरह से संरक्षित रखा गया है।”
उन्होंने कहा, “यह (मस्जिद) एक चौराहे के अंदर है और सड़क के बीच में नहीं है, इसलिए इसे निश्चित रूप से बचाया जा सकता है और इसके लिए कुछ वैकल्पिक समाधान ढूंढे जा सकते हैं।” सरकारी दस्तावेज़ों के अनुसार सुनहरी बाग़ मस्जिद कम से कम 150 साल पुरानी है। इस मस्जिद में हर रोज़ क़रीब 200 लोग और शुक्रवार को क़रीब 500 लोग नमाज़ पढ़ने आते हैं। सफवी ने मस्जिद के इतिहास पर रोशनी डालते हुए बताया कि पूर्व सांसद और कवि मौलाना हसरत मोहानी ने संविधान सभा में अपनी सदस्यता के दौरान इसी मस्जिद को अपना ठिकाना बनाया था।
सफवी ने कहा, “मौलाना हसरत मोहानी जब संविधान सभा के सदस्य थे तो यहीं रुके थे और यह भारतीय इतिहास और विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक मस्जिद को नष्ट करना अफ़सोस की बात होगी जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी है। इसे संरक्षित किया जाना चाहिए और कोई वैकल्पिक समाधान निकाला जाना चाहिए।”
गौरतलब है कि जमियत उलेमा हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि वह सुनहरी मस्जिद को संरक्षित रखने के लिये हर संभव क़दम उठाएंगे। मदनी ने बुधवार को ट्वीट किया था, “सुनहरी बाग मस्जिद के लिए हर तरह की कानूनी लड़ाई लड़ेंगे, मस्जिद को गिराना एक साजिश है। बाबरी मस्जिद फैसले के बाद सांप्रदायिक शक्तियों का हौसला बढ़ गया है, उनकी निगाहें हमारी इबादतगाहों पर हैं। हम मस्जिद की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे, प्रशासन को गैर कानूनी कार्य से बचना चाहिए।”
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