- जम्मू कश्मीर के बाद जामिया के झारखंड के हॉस्टलर्स विशेष ट्रेन से अपने घरों के लिए रवाना हुए
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के लड़कों और लड़कियों के हॉस्टल में रहने वाले झारखंड के छात्र कल रात एक विशेष ट्रेन से अपने घरों के लिए रवाना हुए। ये छात्र लाॅकडाउन के चलते हॉस्टल में फंसे थे और इस वजह से अपने घर नहीं जा सके। नई दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन से यह विशेष ट्रेन रवाना हुई।
विश्वविद्यालय बंद है और छात्रों के अनुरोध पर जामिया के अधिकारियों ने झारखंड और दिल्ली की सरकारों के अधिकारियों के साथ समन्वय करके धनबाद, झारखंड के लिए ट्रेन से इन छात्रों की यात्रा की व्यवस्था की।
जामिया द्वारा छात्रों के लिए एक विशेष बस का इंतेज़ाम किया गया ताकि उन्हें बुखार और कोरोना वायरस से संबंधित अन्य लक्षणों की जांच और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार के संबंधित केंद्र में ले जाया जा सके। विश्वविद्यालय द्वारा इन छात्रों को भोजन के पैकेट, पानी की बोतल, हैंड सैनिटाइज़र और फेस मास्क भी प्रदान किए गए।
कुलपति प्रो.नजमा अख्तर ने संतोष व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर के छात्रों की तरह अब ये छात्र भी अपने घरों में सुरक्षित पहुंचेंगे और अपने परिवारों के साथ होंगे। जम्मू कश्मीर के छात्रों को एक विशेष बस से उनके घरों के लिए रवाना किया गया था।
छात्रों की मदद के लिए डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू) और उनकी टीम, चीफ प्रॉक्टर और उनकी टीम, प्रोवोस्ट्स और वार्डन और प्रशासनिक कर्मचारी डीएसडब्ल्यू कार्यालय में मौजूद थे, जहां से स्क्रीनिंग सेंटर के लिए बस रवाना हुई थी। जेएमआई शिक्षक स्क्रीनिंग सेंटर में भी छात्रों के साथ गए।
कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण विश्वविद्यालय बंद है। ऐसे में ऑनलाइन शिक्षण और मूल्यांकन चल रहा है। स्थिति सामान्य होने पर विश्वविद्यालय अब नियमित छात्रों के लिए अगस्त 2020 में फिर से खुल जाएगा। इन हालात में हॉस्टल में रह रहे जो छात्र अपने घरों को जाना चाहते हैं, विश्वविद्यालय, संबंधित राज्य सरकारों के साथ समन्वय करके उनकी यात्रा की व्यवस्था कर रहा है।