FCRA रद्द होने के बाद वतन समाचार से बोले सिराज कुरैशी...
देश के लगभग 12000 NGO's ने अपना FCRA लाइसेंस खो दिया है. जिन संगठनों ने अपना एफसीआरए लाइसेंस खोया है उनमें ऑक्सफैम इंडिया ट्रस्ट, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ-स इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स और इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर भी शामिल हैं. इस पूरे मामले में जब वतन समाचार ने IICC इस्लामिक कल्चर सेंटर के अध्यक्ष सिराजुद्दीन कुरैशी से बातचीत की और एफसीआरए कैंसिल होने की वजह जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि ऐसा इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर IICC के इतिहास में पहली बार हुआ है.
उन्होंने कहा कि एफसीआरए का लाइसेंस कैंसिल नहीं हुआ है बल्कि शायद किसी खामी की वजह से उसको आगे के लिए टाल दिया गया है. उन्होंने कहा कि सोमवार को हम इस मामले में विस्तार से जानकारी लेंगे क्योंकि ऑफिस बंद होने के कारण हम इस नतीजे पर नहीं पहुंच पाए हैं कि किन कारणों से हमारे एफसीआरए को होल्ड किया गया है या उसको रद्द किया गया है. उन्होंने कहा कि मुमकिन है छोटी-छोटी चीजें रह गई हों और उन पर ध्यान ना गया हो. इसलिए सरकार की तरफ से ऐसा फैसला लिया गया हो.
उन्होंने कहा कि इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर ने बहुत दिनों से कोई फॉरेन फंड भी नहीं लिया है लेकिन एफसीआरए होता ही इसीलिए है ताकि हम फॉरेन फंडिंग ले सकें और अपने कामों को और बेहतर बना सकें. उन्होंने कहा कि इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर सरकार के सभी दिशानिर्देशों को पूरी इमानदारी और जिम्मेदारी के साथ पालन करता आया है और आगे भी करता रहेगा लेकिन किन कारणों से ऐसी खबर सुनने को मिली कि हमारा एफसीआरए रद्द हो गया यह देखने का विषय है और जल्द ही हम इसको रिस्टोर करने का प्रयास करेंगे.
हमें उम्मीद है कि हम को कामयाबी भी मिलेगी. NDTV के अनुसार इस पूरे मामले में जब एनडीटीवी ने गृह मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत की तो उनकी तरफ से जवाब आया कि रिन्यूअल के लिए हमने एनजीओज़ को रिमाइंडर भेजा था लेकिन उनकी तरफ से समय पर कोई फैसला नहीं लिया गया फिर कैसे उनको परमिशन दी जा सकती है. मंत्रालय की ओर से दिए गए बयान से साफ जाहिर है कि इन एनजीओज़ में फॉर्म भरने में कोई कमी रह गई है या इन्होंने रिन्यूअल के लिए कोई फॉर्म भरा ही नहीं है, लेकिन इस मामले में अभी और इंतजार करना होगा ताकि सही तस्वीर निकल कर के सामने आ सके.
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