किसानों के लिए इंसाफ मांगा तो भाजपा ने अपने ही मंत्रियों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटाया
लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ हुई हिंसा पर वरुण गांधी के लगातार कई ट्वीट करने के बाद वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को, भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया है।
नई दिल्ली: वरुण गांधी और उनकी मां को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि वरुण गांधी के लखीमपुर हिंसा पर ट्वीट करने के कारण उन्हें भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटाया है। असल में वरुण गांधी ने लखीमपुर में किसानों के साथ हुई हिंसा पर नाराज़गी जताते हुए इंसाफ की मांग की थी।
वरुण गांधी ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा था कि "यह वीडियो शीशे की तरह साफ है। प्रदर्शनकारियों को मौत के घाट उतार कर उन्हें शांत नहीं किया जा सकता। बेगुनाह और मासूम किसानों के खून की जवाबदेही देनी होगी। इससे पहले की किसान के दिमाग में बदले कि भावना घर कर जाए उससे पहले किसानों को न्याय दिलाना होगा।"
इससे पहले भी वरुण गांधी ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा था कि "लखीमपुर में जानबूझकर किसानों को गाड़ी से कुचलकर मारने का यह वीडियो किसी की भी आत्मा को झकझोर देगा। पुलिस इस वीडियो का संज्ञान ले और गाड़ी मालिक और उसमें बैठे लोगों को को तुरंत गिरफ्तार करे।"
हालांकि वरुण गांधी और उनकी मां को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटाए जाने पर भाजपा ने सफाई देते हुए कहा कि, यह केवल एक रूटीन एक्ससाइज है। हालांकि आशंका यही लगाई जा रही है कि भाजपा ने यह कदम वरुण गांधी के ट्वीट के कारण ही उठाया है।
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