बल्लभगढ़ में प्राचीन दरगाह को रातों रात शहीद कर समतल करना मुस्लिम शनाख्त पर हमला: मौलाना उस्मान ओवैसी
बाबा फरीद के बसाए हुए शहर फरीदाबाद में दरगाह को शहीद करने वालों को सलाखों के पीछे डाल कर फिर से निर्माण कर सरकार शहर के अमन को बरकरार रखने का काम करे।
बल्लभगढ़: पंचायत भवन स्तिथ प्राचीन दरगाह को जिस तरह से समतल किया गया है, उस से स्पष्ट है कि फरीदाबाद पुलिस की कार्यशैली पुरी तरह से इस मामले में संदिग्ध नजर आती है। इन बातों का इजहार आज बल्लमगढ़ में शहीद की गई दरगाह का दौरा करने गए हरियाणा जमीयत उलेमा से जुड़े हुए मौलाना साबिर कासमी ने किया।
उन्होंने बल्लमगढ़ में पहले दरगाह का दौरा किया और फिर दरगाह से समीप शहर बल्लमगढ़ थाना में पुलिस अधिकारियों के साथ इस संवेदनशील मामले पर बैठक की। उन्होंने ने इस पूरे मामले पर पहले अधिकारियों के साथ बैठ कर पूरी जानकारी जुटाई, जिसमें पाया गया कि यह दरगाह को एक षड्यंत्र के तहत शहीद किया गया है। जांच अधिकारी नरेंद्र से पड़ताल की तो पता चला कि 665 नम्बर दरख्वास्त तो दर्ज है लेकिन 24 तारीख से अभी तक कोई गिरफ्तारी अमल में नही आई है।
मौलाना कासमी ने कहा कि मिडिया रिपोर्ट्स से पुलिस कार्यशैली पुरी तरह से बे-नकाब हो जाती है। उन्होंने कहा कि अब तक मामले में पुलिस का ढीला-ढाला रवैया सीधे तौर पर पुलिस प्रशासन की मिली भगत जाहिर करता है।
मौलाना साबिर कासमी एवं आल इंडिया मिनाज ए रसूल के महासचिव मौलाना उस्मान ओवैसी ने सांझा तौर पर प्रेस को जारी बयान में कहा कि बाबा फरीद का बसाया हुआ, फरीदाबाद शहर के अमन को जिस तरह से शरारती तत्व मुस्लिम समुदाय की पहचान का प्रतीक दरगाह शरीफ को समतल किया गया है। उस से शरारती तत्वों के नापाक इरादे समझे जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि मौके पर जा कर देखा तो मलबे को हटा कर ताजा मिट्टी डाली गई है उस से पुलिस प्रशासन की मिली भगत स्पष्ट हो जाती है।
उन्होंने कहा कि यह गंभीर और चिंता जनक मामला जहां फरीदाबाद शाशन-प्रशासन की पौल खोलता है वहीं यह बात साफ स्पष्ट हो जाती है, कि राष्ट्रीय राजधानी से लगता हुआ बिजेपी शासित राज्य हरियाणा सरकार की नियत और निती अल्पसंख्यक समुदाय के लिए वही है जो दुसरे राज्यों में अमली तौर पर देखी जा रही है।
जमीयत उलेमा हरियाणा के सक्रिय पदाधिकारी मौलाना कासमी ने कहा कि सरकार के रवैये से ऐसा मालूम होता है, जैसे खट्टर सरकार में गुंडागर्दी को खुले तौर पर संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि गत तीन माह से गुरुग्राम मे नमाज जुमा की अदायगी को लेकर जिस तरह से नमाज जेसे पवित्र फरीजा को गलत तरीके से प्रस्तुत कर निशाना बनाया जा रहा है और गुरुग्राम का स्थानिय शासन-प्रशासन कार्रवाई के नाम पर मूकदर्शक बना हुआ है।
यह बात राज्य की बिजेपी सरकार के लिए यह बड़ी शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि गत दो रोज पहले जिस तरह से जुमे की नमाज अदा करने के दौरान इमाम साहब के सामने बैठकर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में जय श्री राम जैसे हिन्दू धार्मिक नारे लगा कर और नमाज अदा करने के स्थान पर हनुमान चालिसा पढ़ा गया उस से सरकार की नियत और निती को भली भांति समझा जा सकता है।
गौरतलब है कि जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मेवात के नूंह क्षेत्र में रैली कर मिडिया से बात कर रहे थे, इस दौरान जब गुरुग्राम में जुमे की नमाज को लेकर डाले जा रहे व्यवधान पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने ने इस मामले पर बचते हुए बात करने में रुची नही दिखाई और यह कहकर की वहां का स्थानिय मामला है प्रशासन देख रहा है बड़ी अफसोसजनक बात है।
इस संदर्भ में मौलाना साबिर कासमी ने मुख्यमंत्री की बात को काउंटर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री साहब आप का प्रशासन देख रहा है, लेकिन मूकदर्शक बन कर। उन्होंने कहा कि जिस तरह से शरारत पसंद लोगों ने गुरुग्राम शहर का माहोल तनावपूर्ण बनाया और उस पर जिला प्रशासन कोई भी कार्रवाई नहीं करता उस से लगता है कभी भी शहर के हालात खराब हो सकते हैं।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.