मंदी, महंगाई, महिला सुरक्षा पर मोदी सरकार को कांग्रेस ने घेरा
पवन खेड़ा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की जनता बार–बार अपनी विपक्षी पार्टी के माध्यम से इस सरकार से कुछ प्रश्न पूछती है। बार-बार सरकार उन प्रश्नों का उत्तर नहीं देती, ऊल्टा पूछने वालों का अपमान करती है, जनता का अपमान करती है। वोट मिल गया, उसके बाद जनता की मांग, जनता का दर्द उससे इनको कोई सरोकार नहीं है, वो अपने जूते की नोंक पर रखते हैं। ये अहंकार मोदी जी और शाह साहब का आपको बार-बार देखने को मिलता है। श्री राहुल गांधी ने आज छत्तीसगढ़ में भाजपा-श्री नरेन्द्र मोदी से तीन प्रश्न पूछे, कांग्रेस पार्टी बार-बार वही 3 प्रश्न पूछ रही है, वही तीन प्रश्न जनता के दिमाग को बार-बार उद्वेलित कर रहे हैं, आक्रोशित कर रहे हैं, वो प्रश्न क्या हैं-
भारत की अर्थव्यवस्था को आपने चौपट क्यों किया?
देश में बेरोजगारी का 45 साल का रिकोर्ड आपने क्यों तोड़ा?
हमारी देश की महिला सुरक्षा की ये हालत कैसे बनी?
ये तीन प्रश्न हैं। हम उम्मीद करते थे कि इनके बहुत ही ज्ञानी प्रवक्ता जावेड़कर जी, शायद उसका उत्तर दें। अब जावेडकर अब स्टार वॉर में मारे जाते हैं। स्टार वॉर तो चल ही रहा है ऊपर, आप जानते ही हैं, ऊपर के दोनों लोगों की कुछ लड़ाई है। खैर, हम उसमें नहीं जाना चाहते हैं, उनके घर का मसला है, आपस मे निपटाना चाहिए उनको। अब जावेड़कर जी को शायद नहीं समझ में आ रहा है कि वो कैसे स्टार वॉर में मारे जा रहे हैं। अमित शाह जी संसद में खड़े होकर कुछ और बोलते हैं, रामलीला मैदान में मोदी जी कुछ और बोल देते हैं, खंडन कर देते हैं और दोनों मिलकर राष्ट्रपति महोदय जी से भी संसद में असत्य कहला देते हैं। हम बार-बार ये प्रश्न पूछ रहे हैं और बड़े अदब के साथ कहता हूं कि इतने बड़े प्रवक्ता को भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालाय में खड़े होकर इन प्रश्नों का उत्तर देने के स्थान पर एक ओछे स्तर की बकवास जब वो करते हैं, तो बड़ा दर्द होता है, अफसोस होता है। इस जनता के लिए दर्द होता है कि इन्होंने इनको जिता कर भेजा है और देखिए वो क्या कर रहे हैं!
हम फिर से वो प्रश्न दोहरा रहे हैं, हम दोहराते रहेंगे, आप कितनी ही कोशिश कर लीजिए, हम ये प्रश्न बार-बार पूछेंगे। इस देश का बेरोजगार नौजवान आपकी तरफ देख रहा है, आप उसे उत्तर दीजिए। इस देश का छोटा व्यापारी आपकी तरफ देख रहा है, आप उसको उत्तर दीजिए। इस देश की महिलाएं, बालिकाएं, छात्राएं आपकी तरफ देख रही हैं कि सुरक्षा आप नहीं दे पा रहे हैं, आप उनकी तरफ देखिए, उनको जवाब दीजिए।
हम हमारा कर्तव्य है, हमारा अधिकार है विपक्ष होने के नाते कि हम ये प्रश्न आपके दरवाजे पर बार-बार पहुंचाएंगे, आप कितना ही अपमानित कर लीजिए हमें, कितनी ही आप कोशिश कर लीजिए बरगलाने की, कितना ही आप ध्यान बंटाने की कोशिश कर लीजिए, कितना ही आप समाज को बांटने की कोशिश कर लीजिए, जनता के ये प्रश्न आपको सोने नहीं देंगे। मोदी जी और शाह साहब आज आप कान खोल कर सुन लीजिए, बड़ा आसान होता है घोड़े पर सवार होकर ये कहना कि हम यहाँ भी जीत लिए, ये राज्य भी जीत लिए, वहाँ भी जीत लिए, हर चुनाव जीत लिए। सरकार चलाना आसान नहीं होता, ये जिम्मेदारियां होती हैं, जिन जिम्मेदारियों को आप निभा नहीं पा रहे हैं।
एक प्रश्न पर कि केन्द्रीय मंत्री राम माधव जी कह रहे हैं कि जिस एनपीआर की बात कांग्रेस पार्टी कर रही है वो पूर्व यूपीए का ही हिस्सा था और प्रकाश जावड़ेकर जी की इस टिप्पणी पर आप क्या कहेंगे, जो उन्होंने कहा है कि Rahul Gandhi is liar of 2019, श्री खेड़ा ने कहा कि राम माधव जी, जिस पार्टी के हैं, उस पार्टी की जो आदत है वही कर रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में 10 दिसम्बर, 2003 में संशोधन किया गया और एनपीआर इसमें डाला गया, सैंसस की एक्सरसाइज में। ये बात रिकॉर्ड में है, वो राम माधव जी को संसद नहीं भेजते हैं, पता नहीं क्या आपस में उनकी लड़ाई है। लेकिन संसद के रिकॉर्ड को राम माधव जी भी मंगवा सकते हैं। 10 दिसम्बर, 2003 में जो संशोधन हुआ एक होम मिनिस्ट्री का ऑर्डर निकला, जिसमें एनपीआर का जिक्र किया गया पहली बार। हमने उसको लागू किया और वहीं रुक गए कल मेरे वरिष्ठ सहयोगी अजय माकन जी ने इस पर बड़ा अच्छा इस पर आपको बताया, पूरा ज्ञान जावड़ेकर जी और राम माधव जी के लिए यहाँ बैठकर उन्होंने बताया। उन्होंने शायद वो प्रेस कांफ्रेंस भी नहीं सूनी होगी राम माधव ने नहीं तो वो ये नहीं बोलते।
तो एनपीआर सैंसस का हिस्सा है, अटल बिहारी वाजपेयी जी और उसका भी एक बैकग्राउंड है। कार्गिल रिव्यू कमेटी की एक रिपोर्ट थी। कार्गिल रिव्यू कमेटी, सन 2000 में बनी थी, उसकी रिपोर्ट उसकी अनुशंसा थी एक एनपीआर। उस अनुशंसा को अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने 10 दिसम्बर, 2003 को लागू किया था। इतनी सी बात राम माधव जी किसी को फोन उठाकर भी अपनी पार्टी में पूछ लेते, तो शायद अपने आप को मूर्ख नहीं बनाना पड़ता आज उनको।
आपके दूसरे प्रश्न का उत्तर तो मैंने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में ही दे दिया। जब इनको ये प्रश्न कचोटते हैं, जो राहुल गांधी जी पूछते हैं और राहुल गांधी जी हमारे, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है। विपक्षी दल का एक कर्तव्य होता है कि जनता से जुड़े हुए प्रश्न पूछें। राहुल गांधी जी वो प्रश्न पूछते हैं, वो प्रश्न इन्हें कड़वे लगते हैं। तो जब प्रश्न कड़वे लगते हैं तो इस तरह की ओछी बातें करते हैं, बकवास करते हैं, उसमें क्या जवाब दें?
On the question that Shri Ram Madhav says that the NPR which is talked about by the Congress party was the brain child of the Congress party itself and further says that Shri Raul Gandhi is the liar of 2019, Shri Khera said- the Congress Party has a responsibility as an opposition party to voice the concerns and articulate the questions of unemployed youth of this country, unemployment has touched a 45 year old record, to voice the concerns of all those victims of bad economic policy, to voice the concerns of the victims of demonetization and a flawed GST, to voice the concerns of small traders, to voice of the women who don’t feel safe at all in this country, in doing so, we asked the question! Our leader Shri Rahul Gandhi, from every platform, asks these tough questions.
The Government of the day is either too arrogant to respond to these questions which the people want answers for or the Government has no answer. To cover their failure, they hide behind abuse, behind very low petty level of narrative to make it a personal attack. The Congress party is not bothered about these petty methods of diverting attention of the people. The Congress party will continue to ask these uncomfortable questions to this Government. Why is the youth unemployed, why did you mess up our economy? Why is the woman of the India unsafe? These are the questions which we will continue to ask – come what may.
Shri Rahul Gandhi has taught us not to be scared, not to be afraid. Let them use their abuse against Shri Rahul Gandhi and all of us, we are not scared, we will not be cowed down.
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