भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का राजनीतिक जीवन एक कुशल प्रशासक , अर्थशास्त्री और संसद मर्मज्ञ के रूप में याद किया जाता रहेगा l 1967 में पश्चिम बंगाल की पहली गैर कांग्रेसी सरकार के मुख्यमंत्री श्री अजय मुखर्जी के सचिव के रूप में उन्होंने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की l
कोलकाता विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के सहायक प्रोफेसर और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए l 1982 में वह भारत के वित्त मंत्री के रूप रूप में कार्य दायित्व निभाते हुए बहुत से वित्तीय सुधार की वकालत के लिए जाने जाते रहेंगे l
अपने विचार व्यक्त करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अनजान ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके योगदान और उनकी राजनीतिक परिपक्वता आने वाले समय मेंभारत की राजनीति करने वाले लोगों को उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से सही शिक्षा लेनी चाहिए l
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.