दिल्ली दंगा: जहांगीर पूरी पर इम्पार ने जारी की रिपोर्ट, जानिए क्या है खास
दिल्ली के जहांगीरपुरी में देखे गए हिंसक मामले में IMPAR ने सकारात्मक कदम उठाया। दरअसल IMPAR ने सर्वे रिपोर्ट के द्वारा यह फैसला किया कि हिंसा से ग्रहसित सभी लोगो की मदद करेगा। इस सर्वे में ग्रहसीत लोगो के आंकड़ों को शामिल किया गया। जिससे पता लगा कि ऐसे 39 परिवार थे जिन पर प्रत्यक्ष रूप से हमला किया गया। जिसके बाद कुल 18 लोग को गिरफ्तार किया गया।
हिंसा के बाद सर्वे में यह निकल कर आया कि कुल 5 ऐसे परिवार है जिन्हें कानूनी सहायता की ज़रूरत है। हिंसा के दौरान 26 लोगो ने अपनी कमाई का एक मात्र साधन खो दिया। 32 लोगो अपने रोज़गार से हाथ धो बैठे। वही 39 ऐसे परिवार भी थे जो जिंदगी व्यतीत करने के लिए राशन की कमी से जूझ रहे थे।
इस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार अगर संक्षिप्त में देखें तो, इस रिपोर्ट में सभी पीड़ितों की जानकारी है। गिरफ्तार व्यक्तियों के घरों में ताला लगा हुआ था, जिससे कोई भी विवरण प्राप्त नहीं किया जा सका। अन्य कई संगठनों ने भी आंकड़े इकट्ठे किए परंतु किसी भी प्रकार की अच्छी सहायता नहीं मिल सकी। कई गिरफ्तार व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों ने यह भी शिकायत की है कि उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा। साथ ही गिरफ्तार लोगो के परिवारों को राशन की बहुत जरूरत है, जिसकी कमी से उनका गुज़ारा करना बहुत मुश्किल हो रहा है।
ग्रहसित लोगों के व्यवसाय की बात करें तो करीब 98 प्रतिशत लोग अशिक्षित है और 75 प्रतिशत लोग कूड़ा बीनने वाले हैं। हिंसा के दौरान मुख्य रूप से चाय, फल, सब्जी और जूस जैसे विक्रेताओं का भरी नुकसान हुआ है। जिन्होंने अपनी संपत्ति खो दी। रहने की स्तिथि वाकई में बहुत ही खराब है।
इतना ही नहीं, सर्वे के पश्चात IMPAR ने ग्रहसित लोगो के हित में कई अहम कदम भी उठाए है। जिसमें लोगो तक जल्द ही जरूरी राशन पहुंचाना, कानूनी तौर पर मदद प्रदान करना और जीवन व्यतीत करने के लिए नुकसान की भरपाई अदा करना ताकि वे लोग एक बार फिर काम करना शुरू कर सकें।
सर्वे के दौरान पता लगा कि :
1.ज्यादातर पीड़ित कम आय वाले परिवार से संबंध रखते हैं, जो झुग्गी में रहते है।
2.इन सब में से ज्यादातर लोग दैनिक वेतन आय पर आधारित है।
3.इन सभी लोगो के परिवार के सदस्यों की संख्या ज्यादा और कमाने वालों की संख्या कम है।
4.99 प्रतिशत लोग ऐसे थे जो अशिक्षित थे, जिसमे महिला, पुरुष और बच्चें शामिल थे। और ऐसे लोगो का समर्थन समाज भी नही करता।
सर्वे में 2 सूची भी शामिल है। जिसमे सभी जानकारी मौजूद है। पहली सूची में ऐसे लोगो के नाम मौजूद है जिन्हें पुनर्वास की जरूरत है, वहीं दूसरी सूची में ऐसे लोगो की जानकारी है जिन्हे राशन या भोजन की आवश्यकता है।
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