नयी दिल्ली: कांग्रेस नेता Surendra Rajput सुरेंद्र राजपूत سریندر راجپوت ने देर शाम ट्वीट कर के लिखा कि "हे ईश्वर मेरे सारे किसान भाई बहन की रक्षा कर। सिंधु बाडर्र पर आंदोलनरत किसान के टेंट में आग लगी. ज्ञात रहे कि कल देश शाम खबर आयी कि सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के कैंप में आग लग गयी, जिस के बाद हंगामा शुरू हो गाया.
#FarmersProtest
ज्ञात रहे कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है, अब किसान इस बात का संदेश दे रहे हैं कि वह 5 साल तक आंदोलन करने के लिए तैयार हैं, वहीँ खबर आ रही है कि इस मामले में सरकार कुछ झुक सकती हैं और तीनों क़ानूनों की वापसी पर विचार कर सकती है। वहीँ दुःख की बात यह है कि जहां पूरे देश में दिवाली का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया, लेकिन सोनीपत कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में फिर कई झोपड़ियों में आग लगने की घटना सामने आई।
हे ईश्वर मेरे सारे किसान भाई बहन की रक्षा कर।
— Surendra Rajput सुरेंद्र राजपूत سریندر راجپوت (@ssrajputINC) November 4, 2021
सिंधु बाडर्र पर आंदोलनरत किसान के टेंट में आग लगी #FarmersProtest
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जानकारी के मुताबिक कुंडली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में रसोई ढाबे के सामने बनी किसानों की कई झोपड़ियों में अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई। देखते ही देखते आग इतनी भयंकर हो गई कि झोपड़ियों में रखा सामान जलकर राख हो गया। हालांकि इस आगजनी में किसी भी किसान को कोई चोट नहीं आई है। झोपड़ियों में आग लगने की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया हालांकि किसानों ने सरकार पर साजिश रच आग लगाने का आरोप लगाया है।
किसान नेता जंगबीर सिंह चौहान ने बताया कि दीपावली की रात सिंधु मोर्चे पर रेडियो मॉल के सामने जो आनंदपुर साहब वालों का लंगर है। उसके पास छह झोपड़ियों में अचानक आग लग गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कुछ शरारती तत्वों ने साइड से आतिशबाजी चलाई और बम फोड़े है। इसके चलते आग लग गई। हमने पहले ही अपने किसान भाइयों को आगाह किया था कि सरकार इस तरह की साजिश रच सकती है। इससे पहले भी सरकार ने साजिश रचते हुए कई झोपड़ियों में आग लगावाई है। मोर्चे को कहा गया था कोई भी आतिशबाजी नहीं चलाएगा और ना कोई बम फोड़ेगा।
उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की याद में केवल मोमबत्ती जलाकर उनको याद किया गया। इससे पहले भी सरकार ने आगजनी की शरारतें करवाई है और दीपावली की रात को भी सरकार ने ही छह झोपड़ियों में आग लगवाई है। हालांकि इस आगजनी में कोई जानी नुकसान तो नहीं हुआ लेकिन किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। सरकार की इन चालों को हम कामयाब नहीं होने देंगे। हम दोबारा से अपनी झोपड़ियों को तैयार करेंगे। हम ऐसे ही सीना तान के सरकार के सामने अपने आंदोलन को चलाते रहेंगे, जब तक यह तीनों कृषि कानून वापस नहीं हो जाते। हम शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं और सरकार अपने मन से भय निकाल दें कि यह उग्र होंगे और हम दिल्ली कूच करेंगे और आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखा कर रहेंगे।
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