भारत के लिए खुशखबरी, करीब 400 बिलियन डॉलर का कर रहा निर्यात : प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत समय बाद एक बार फिर से राष्ट्र के साथ अपने मन की बात की। इस मन की बात पर विशेष तौर से एक्सपोर्ट यानी निर्यात पर ध्यान आकर्षित किया गया। भारत से अन्य कई देशों में निर्यात का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि आज देश के कोने कोने से नए नए प्रोडक्ट विदेश जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में हर राज्य से एक्सपोर्ट के उदाहरण देते हुए कहा कि असम के हैलाकंदी ले लेदर प्रोडक्ट हो, या उस्मानाबाद के हैंडलूम प्रोडक्ट, बीजापुर कि फल सब्जियां हो या चंदौली का काला चावल सबका एक्सपोर्ट समय के साथ बढ़ रहा है।
इतना ही नहीं एक्सपोर्ट को विकास मानते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि अब आपको हिमाचल प्रदेश के एप्रीकॉट दुबई में भी देखने को मिलेंगे या फिर सऊदी अरब में तमिल नाडु से भेजे हुए केले देखने को मिलेंगे। पहले और अब की तुलना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि अब नए नए प्रोडक्ट अलग-अलग देशों को भेजे जा रहे हैं। जैसे पूर्वोत्तर में हिमाचल और उत्तराखंड में की पैदावार मिलेट्स डेनमार्क को निर्यात की जाती है।
अनेक उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि साउथ कोरिया में अब आंध्र प्रदेश के बंगापल्ली और स्वर्णरेखा आम देखने को मिलेंगे। त्रिपुरा से ताजा कटहल हवाई रास्ते से लंदन की ओर रवाना किया जाता है। और तो और भारत में पहली बार नागालैंड की राजा मिर्च को लंदन भेजा गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेड इन इंडिया के प्रोडक्ट को एक लंबी लिस्ट से जोड़ा और कहा कि, “जितनी लंबी यह लिस्ट है उतनी ही लंबी मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया की ताकत है। और उतना ही विराट भारत का सामर्थ है। और उस समर्थ का आधार है भारत के किसान, बुनकर, कारीगर, इंजिनियर, लघु उद्यमी और हमारा एमएसएमई सेक्टर और यह सब इनकी सच्ची ताकत गई। केवल इनके द्वारा ही था संभव हो सका कि आज भारत अन्य देशों को करीब 400 बिलियन डॉलर का निर्यात कर रहा है।”
इस विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहते हैं कि मुझे खुशी है कि भारत के लोगो का यह सामर्थ दुनिया के कोने कोने में नए बाजारों में पहुंच रहा है। "जब भारतवासी लोकल के लिए वोकल होता है तो लोकल के लिए ग्लोबल होने में ज़्यादा समय नहीं लगता।"
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.