दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन में एक बार फिर घमासान की खबर है. पहले वतन समाचार ने ही यह खबर ब्रेक की थी कि चेयरमैन और उनके एक मेंबर साथी कोचर की उस वक्त के कमीशन के सचिव शमीम अख्तर के साथ ठनी है और गाली गोलूज तक बात आ गयी है. वतन समाचार के जरिए खबर ब्रेक किये जाने के बाद यह स्पष्ट हुआ कि किस तरह से चेयरमैन और सचिव ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए, लेकिन आरोप-प्रत्यारोप की जंग में अब उस वक्त के सचिव और दिल्ली वक्फ बोर्ड के मौजूदा सीईओ शमीम अख्तर की चांदी हो गई है. केंद्र सरकार ने कमीशन के उस वक़्त के सचिव का प्रमोशन कर दिया है.
डॉ ZIK के जरिये सचिव शमीम अख्तर के खिलाफ एफ आई आर के बावजूद शमीम अख्तर का प्रमोशन कर के एक साथ डॉ ZIK और अमानतुल्लाह खान दोनों को केंद्र सरकार ने पैग़ाम देने की कोशिश की है, क्यों कि अमानतुल्लाह खान भी सचिव से काफी नाराज़ थे. सचिव को अब एक और मलाई वाला विभाग यानी डीआईपी का भी एडिशनल प्रभार दे दिया है और उस के साथ कई अहम् ज़िम्मेदारी दी गयी है.
खबर है कि दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन की अकेली महिला सदस्य वकील अनास्तासिया गिल और चेयरमैन डॉक्टर इस्लाम के साथ उनके साथी करतार सिंह कोचर से ठनी हुई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हों ने चेयरमैन के खिलाफ दिल्ली के एलजी से शिकायत की है. सूत्र बताते हैं कि उन्होंने एलजी से हियरिंग भी मांगा है और इस बात की आशा व्यक्त की जा रही है कि जल्द ही उन्हें हियरिंग मिल जाएगी.
सूत्र बताते हैं कि उन्हों ने अपने चेयरमैन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने चेयरमैन पर पद का दुरुपयोग करने और पावर का गलत इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया है.
इस पूरे मामले में वतन समाचार से बात चीत में वकील अनास्तासिया गिल ने कहा कि मैं ऑफिशियल कुछ नहीं कहना चाहती हूं. श्रीमती गिल ने कहा कि हालात ऐसे नहीं हैं कि इस वक्त कुछ कहा जाए. उन्होंने कहा कि मेरा कदम किसी के खिलाफ या किसी के हक़ में नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे कुछ शक है कमीशन के पावर और एडमिनिस्ट्रेटिव रोल को लेकर इस संबंध में मैं कुछ स्पष्टीकरण चाहती हूं. उन्होंने कहा कि माफ़ी के साथ इस वक्त मैं कुछ कहने की पोजीशन में नहीं हूं. उन्होंने कहा कि जब सही समय आएगा तो मैं कुछ कहूंगी और अभी यह सही समय नहीं है.
श्रीमती गिल ने कहा कि मैं एक फेवरेबल response के पक्ष में हूं और मुझे आशा है कि ऐसा जरूर होगा, जिसका मैं इंतजार कर रही हूं. जब उनसे पूछा गया कि फेवरेबल रिस्पांस चेयरमैन या फिर एलजी की ओर से? इस संबंध में उन्होंने कुछ कहने से इंकार कर दिया और वह बार-बार क्षमा कहती रही.
इस पूरे मामले पर जब वतन समाचार ने चेयरमैन ZIK से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि जब एलजी मुझसे पूछेंगे तब मैं जवाब दूंगा. उन्होंने कहा कि मुझे तो कुछ पता ही नहीं है, लेकिन थोड़ी देर बाद उन्होंने वतन समाचार को फोन करके यह जानने की कोशिश की कि खबर कहां से आयी हैं? उन्होंने कहा कि मैं और मेरे साथी कोचर अपनी तरफ से ही बहुत सारी चीजें खर्च करते हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है.
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