कोलकाता, 07 दिसम्बर। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ राज्य के हर ब्लॉक में अपने कार्यकर्ताओं को विरोध प्रदर्शन करने का निर्देश दिया हैं।
सोमवार को उन्होंने मेदिनीपुर में सभा मंच से कृषि बिल अवैध बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल हर ब्लॉक में आंदोलन होगा। या तो भाजपा कृषि बिल को वापस ले ले, या सत्ता से बाहर हो जाए। मेदिनीपुर में उन्होंने मंच पर धान छूकर कृषक आंदोलन को समर्थन करने की बात कही।
सभा में ममता ने विपक्ष पर घर फोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि "माकपा-कांग्रेस-भाजपा गंदे पानी में मछली पकड़ने उतरे हैं।" क्या आपको लगता है कि यह जारी रहेगा? तुम सिर्फ गाली गलौज कर रहे हो। आप दंगा कर रहे हैं, आप झूठ बोल रहे हैं, आप बदनामी कर रहे हैं, आप साजिश कर रहे हैं, आप दुष्प्रचार कर रहे हैं, आप सरकार तोड़ रहे हैं, आप पार्टी तोड़ रहे हैं, आप घर तोड़ रहे हैं, आप लोगों का प्यार तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब भारत की मिट्टी से तुम्हें उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। पहले खुद को बचाओ।'
शुभेन्दु अधकारी का नाम लिए बगैर ममता ने कहा कि 'तृणमूल कांग्रेस इतनी कमजोर नहीं है। अगर किसी को लगता है कि मैं तृणमूल कांग्रेस को ब्लैकमेल करूंगा, मैं सौदेबाजी करूंगा ..... मैं चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस को कमजोर करूंगा। तो मैं उन भाजपा और भाजपा के उन दोस्तों से साफ कहूंगी कि आग से मत खेलो। चाहे जिसको जब्त कर लो, तृणमूल कांग्रेस को जब्त नहीं कर पाओगे। क्योंकि, तृणमूल कांग्रेस लोगों को गले लगा कर बनी हुई है। तृणमूल कांग्रेस शुरू से ही गरीबों के के हक के लिए लड़ी है।
ममता ने शुभेन्दु के विद्रोह के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया और कहा, “देखो पार्टी कैसे तोड़ रहे है। कैसे पैसा बनाया जा रहा है, सरकार कैसे टूट रही है, एक के बाद एक सरकार इन सब से टूटी रही है। कितनी भी सरकारें तोड़ने की कोशिश क्यो न कर ले, आज की इस बैठक से हमें सिर्फ एक ही शपथ है कि , 2021 हमारा, 2021 बंगाल हमारा।
भाषण के बीच में, ममता ने तृणमूल की शुरुआत के दौरान में मेदिनीपुर में अखिलगिरी की भूमिका का भी जिक्र किया। ममता ने कहा, जब तृणमूल कांग्रेस की स्थापना हुई, तो अखिल गिरी सबसे पहले कांथी से लड़े थे। शायद हम उस दिन नहीं जीते थे। लेकिन हम दृतिय हुए थे। इस दिन मेदिनीपुर में ममता की बैठक में अधिकारी के परिवार का कोई भी सदस्य उपस्थित नहीं था। बैठक में शुभेन्दु अधिकारी के समर्थक भी मौजूद नहीं थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी, पूर्णेंदु बसु, चंद्रिमा भट्टाचार्य, सोमेन महापात्रा और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों, सांसद मानस भुइयां और छत्रधर महतो, अजीत माइती और एक दर्जन अन्य स्थानीय नेताओं के नाम लिया। उन्होंंने अस्पताल में भर्ती मृगेन माइती का नाम लेते हुए कहा कि पार्टी के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया, मैं उनका सम्मान करती हूं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मेदिनीपुर में तमलुक और कांथी दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के सांसद शिशिर और दिव्येंदु हैं। जिले में पार्टी विधायकों की संख्या 12 थी। उनमें से एगरा के विधायक समरेश दास की मौत हो चुकी है। शुभेंदु खुद विधायक हैं। कई लोगों को अब इस बात पर असमंजस हैं कि क्या सभी शेष 10 विधायक तृणमूल कांग्रेस में रहेंगे या नहीं। शिशिर अधिकारी पार्टी के पूर्व मेदिनीपुर के जिलाध्यक्ष हैं। मुख्यमंत्री ने तीनों जिलों के अध्यक्षों को सोमवार बैठक में उपस्थित होने के लिए कहा था। लेकिन शिशिर ने पहले ही बताया था कि उनकी तबियत ठीक नहीं होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे। हालांकि उन्होंने पहले भी कहा है, वह मुख्यमंत्री के साथ हैं।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.