वीडियो डिलीट करना पड़ा एनडीटीवी पर भारी
NDTV आज टिवटर पर ट्रेंड कररहा है,चैनल पर संगीन आरोप लगाए जा रहे है। लोगों का दावा है कि एनडीटीवी एक पक्ष का ही साथ देता है और एक पक्ष का विरोध करता है।
दरअसल एनडीटीवी ने अपने टिवटर हैंडल पर एक वीडियो डाला था जिसमें पत्रकार Sreenivasan उत्तर प्रदेश में लोगों का मत इकट्ठा कररहे है वहीं एक लड़की जो साफ तौर पर हाल की सरकार का समर्थन करती नज़र आई उससे सवाल कररहे है की आप के यहां नौकरी की व्यवस्था है, तो वह बीजीपी सपोटर लड़की कहती है "नहीं", तो पत्रकार सवाल करते है तो फिर आप कैसे कह सकती है की विकास हुआ है जब यहां नौकरी की व्यवस्था है ही नहीं, तो लड़की बोल पड़ी "तो क्या हुआ हम वाराणासी जाकर नौकरी खोज लेंगे", बाद में एनडीटीवी ने यह वीडियो डिलीट कर दिया ।
जिस पर यहीं सवाल खड़े होरहे है की एनडीटीवी ने वो वीडियो क्यों डिलीट किया जिस में शहरी निवासी भाजपा सरकार की वाहवाही करते नज़र आए। जहाँ गोदी मीडिया कह कर तीखा प्रहार किया जाता है उसी प्रकार एनडीटीवी पर भी आरोप लगाए जा रहे है।
बीजीपी नेता विष्णु वरधान रेड्डी ने टिवट करते हुए कहा एनडीटीवी उत्तर प्रदेश की ज़मीनी हकीकत नहीं दिखाना चाहता और फिर यह लोग इतनी जुर्रत करते है कि यह पत्रकारिता की नैतिकता की बात करते है और दूसरों को बिकी हुई मीडिया कहने का साहस करते है। वहीं एंटी मोदी होने का सार्टिफिकेट भी लोगों ने एनडीटीवी को पकड़ा दिया है। लेकिन अभी तक एनडीटीवी ने चुप्पी धारण कर रखी है, अब देखना यह है कि अपनी सफाई में एनडीटीवी NDTV क्या तर्क सामने रखता है और वीडियो डिलीट करने का क्या कारण पेश किया जाता है।
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