‘लिंग आधारित हिंसा’ पर एएमयू के महिला अध्ययन केन्द्र में पैनल चर्चा का आयोजन
अलीगढ़, 10 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज ने इंडियन एसोसिएशन फॉर वुमन स्टडीज, भारती दासन यूनिवर्सिटी, ऑल इंडिया वीमेंस स्टडीज स्टूडेंट्स फोरम और रीजनल एसोसिएशन फॉर वुमन स्टडीज ऑन जेंडर के सहयोग से जेंडर पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया जिसमें प्रतिभागियों ने महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा के मूल कारणों को दूर करने के लिए लैंगिक जागरूकता पर जोर दिया।
पैनल चर्चा में प्रो. सीमा काज़ी (सेंटर फॉर वुमन डेवलपमेंट स्टडीज, नई दिल्ली), प्रो. अजरा मूसवी (निदेशक, एडवांस्ड सेंटर फॉर वुमन स्टडीज, एएमयू), शारिक अहमद (एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया), डॉ. तौसीफ फातिमा (ए.एम.यू.) और शिराज अहमद (एएमयू) शामिल हुए। यह कार्यक्रम लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ 16 दिनों की गतिविधियों का हिस्सा था।
प्रोफेसर सीमा काजी ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा की वर्तमान स्थिति और इसके विभिन्न रूपों का उल्लेख किया और महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए सकारात्मक बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया।
परिचयात्मक टिप्पणी में, प्रो. अजरा मूसवी ने सोलह दिवसीय गतिविधियों की रूपरेखा दी। उन्होंने कहा कि विकास और कल्याण के क्षेत्र में काम करने वाले लोग लैंगिक हिंसा को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने लिंग आधारित हिंसा के विभिन्न पहलुओं और प्रभावों में जागरूकता और भागीदारी का आह्वान किया।
शारिक अहमद ने लैंगिक हिंसा से संबंधित कानूनों के विभिन्न प्रावधानों पर प्रकाश डाला।
डॉ तौसीफ फातिमा और शिराज अहमद ने यौन शोषण, दुर्व्यवहार और उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं और लिंग आधारित हिंसा से संबंधित अन्य मुद्दों को रोकने के लिए तत्काल उपायों की वकालत की।
पैनलिस्ट ने छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए। कार्यक्रम का संचालन यासमीन महमूद ने तथा धन्यवाद ज्ञापन शिराज अहमद ने किया।
--------------------------
एएमयू के विधि संकाय में सतत शहरी विकास पर संगोष्ठी आयोजित
अलीगढ़, 10 दिसंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विधि संकाय में लॉ सोसाइटी के पर्यावरण जागरूकता प्रकोष्ठ ने अलीगढ़ नगर निगम के सहयोग से ‘सतत शहरी विकासः सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) और विधान’ विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया जिसमें शहरी क्षेत्रों में सतत विकास और संसाधनों के कुशल उपयोग पर चर्चा की गई।
प्रो मुहम्मद अशरफ (डीन, विधि संकाय) ने बढ़ती शहरी आबादी में स्थिरता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि व्यापक विकास ढांचे के भीतर स्थायी शहरीकरण को प्राथमिकता देकर कई विकास चुनौतियों से निपटा जा सकता है।
प्रो मोहम्मद जफर महफूज नौमानी (कानून विभाग) ने एक स्मार्ट शहर के विकास की चुनौतियों और एक मजबूत सौर ऊर्जा बुनियादी ढांचे के महत्व पर चर्चा की।
स्वागत भाषण में प्रो मुहम्मद तारिक (प्रभारी, लॉ सोसाइटी, विधि संकाय) ने सतत विकास लक्ष्यों के लिए संसाधनों के संरक्षण और बेहतर समाधान खोजने पर जोर दिया।
प्रो मोहम्मद रेहान (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग) ने ग्लोबल वार्मिंग के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभावों पर प्रकाश डाला।
पूजा श्रीवास्तव (सहायक नगर आयुक्त, अलीगढ़) ने स्मार्ट सिटी की अवधारणा को समझाया और शहरों को अधिक टिकाऊ और विकसित बनाने की प्रक्रिया के बारे में बात की। उन्होंने सौर ऊर्जा और एकीकृत कचरा प्रबंधन के बारे में भी बात की।
खान इमादुर रहमान (वास्तुकला विभाग) ने सतत विकास लक्ष्यों के तत्वों की व्याख्या की।
मेहर इमान (प्रभारी, पर्यावरण जागरूकता सेल, लॉ सोसाइटी) ने लॉ सोसाइटी के अन्य सदस्यों के साथ कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग किया।
आकाश वार्ष्णेय (उपाध्यक्ष, लॉ सोसायटी) ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
----------------------------
सरोजिनी नायडू हॉल की टीम ने वॉलीबॉल टूर्नामेंट का खिताब जीता
अलीगढ़, 10 दिसंबरः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बेगम सुल्तान जहां हाल द्वारा आयोजित इंटर हॉल वॉलीबॉल टूर्नामेंट में सरोजिनी नायडू हॉल की टीम विजेता का खिताब जीत लिया है।
टूर्नामेंट का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर नईमा खातून (प्राचार्य, वीमेन्स कालिज) ने कहा कि खेल छात्राओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और खेल में भागीदारी टीम भावना पैदा करती है।
टूर्नामेंट में अब्दुल्ला हॉल, सरोजिनी नायडू हॉल, बीबी फातिमा हॉल, बेगम अजीज निसा हॉल और बेगम सुल्तान जहां हॉल की टीमों ने भाग लिया। बेगम सुल्तान जहां हॉल और सरोजिनी नायडू की टीमें फाइनल में पहुचने में सफल रही।
प्रोवोस्ट प्रोफेसर सायरा मेहनाज के साथ प्रोफेसर नईमा खातून ने विजेता व उपविजेता टीमों के अलावा खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किए। प्रोफेसर सायरा मेहनाज ने अंत में धन्यवाद भी ज्ञापित किया। वार्डन और खेल सचिव ने व्यवस्थाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया।
---------------------
अजमल खान तिब्बिया कॉलेज में लीच बैंक का उद्घाटन
अलीगढ़, 10 दिसंबरः आयुष मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जोंक-विशिष्ट हिरूडो थैरेपी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हाल ही में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खान मेडिकल कॉलेज, फैकल्टी ऑफ यूनानी मेडिसिन में एक जोंक बैंक का उद्घाटन किया गया।
प्रोफेसर एफएस शिरानी (डीन, यूनानी चिकित्सा संकाय) ने कहा कि “हिरोडोथेरेपी और हिजामा उपचार पुराने दाद, खाज, एलोपेसिया प्लांटार फैस्कीटिस और मस्कुलोस्केलेटल विकारों के उपचार के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं और आयुष मंत्रालय यूनानी चिकित्सा के माध्यम से प्राकृतिक उपचार को बढ़ावा दे रहा है। जोंक उपचार पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और अन्य विकारों में दर्द को कम करने में फायदेमंद साबित हुआ है।
प्रोफेसर शगुफ्ता अलीम (प्रिंसिपल, अजमल खान मेडिकल कॉलेज) ने कहा कि पारंपरिक भारतीय चिकित्सा सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणालियों में से एक है, जिसने महत्वपूर्ण बीमारियों के इलाज के लिए जोंक चिकित्सा को भी अपनाया है।
जोंक बैंक का उद्घाटन करने के बाद मोलीजात विभाग के प्रोफेसर बीडी खान और कुल्लियात विभाग की डॉ. अर्शी रियाज ने कहा कि जोंक बैंक पर्यावरण के अनुकूल है और इसे आयुष मंत्रालय के मानदंडों के अनुसार स्थापित किया गया है।
उन्होंने कहा कि चूंकि जोंक की लार में औषधीय गुण होते हैं, इसलिए इसका उपयोग विभिन्न पुरानी बीमारियों के इलाज में किया जा सकता है।
डॉ. मोहम्मद शोएब (प्रभारी, लीच बैंक और हिजामा और लीच थेरेपी विशेषज्ञ) ने कहा कि जोंक थेरेपी की प्रभावकारिता प्लास्टिक सर्जरी में भी सिद्ध हुई है।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.