जिन लोगों का आज़ादी में योगदान नहीं उनका आज़ादी के नारों से डरना स्व्भविक: कांग्रेस नेता
आजादी के नारों से बौखलाई भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक डिपार्टमेंट बदरपुर डिस्ट्रिक्ट के चेयरमैन बिलाल अहमद ने आज कहा है कि आजादी के नारों से भाजपा का बौखलाना स्वभाविक है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का देश की आजादी में कोई योगदान नहीं रहा जिन्होंने अंग्रेजों की मुखबिरी की अंग्रेजों से माफी मांगी अब अगर आज वह आजादी के नारों से परेशान है तो उससे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस नेता और सामाजिक कार्यकर्ता बिलाल अहमद ने कहा कि जिस वक्त युसूफ मेहर अली ने अंग्रेजों भारत छोड़ो (क्विट इंडिया) का नारा दिया था उस वक्त भी इन लोगों ने अंग्रेजों का साथ दिया था, इसलिए आज वह आजादी के नारों से डरे हुए हैं, क्योंकि इस वक्त देश में अहंकार से लेकर गरीबी बेरोजगारी अत्याचार भ्रष्टाचार से जनता आजादी चाह रही है। आज लोग इस बात से आज़ादी चाह रहे हैं कि संविधान पर हमला नहीं होना चाहिए। लोग पहले गोरों से और अब चोरों से आजादी चाह रहे हैं, ऐसे में इनका आजादी के नारों से डरना स्वाभाविक है। उन्होंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया और उसके बाद शाहीन बाग पर धरने पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिनके पूर्वजों ने देश के लिए कुर्बानी ना दी हो, वह कुर्बानी और आजादी को क्या जाने। उन्होंने कहा कि आज इनका पाकिस्तान प्रेम भी बिलकुल स्वाभाविक है। बार-बार यह पाकिस्तान प्रेम की बात इसीलिए करते हैं और पाकिस्तान पाकिस्तान इसीलिए चिल्लाते हैं क्योंकि उन्होंने जिन्ना की मुस्लिम लीग के साथ मिलकर सरकार चलाई थी और वह उसी में आस्था रखते हैं। उन्होंने कहा कि देश इस वक्त काले कानून से आजादी मांग रहा है सड़क से संसद तक हर तरफ बस एक ही नारा है काले कानून से आजादी चाहिए, सामंतवाद से आजादी चाहिए, मनुवाद से आजादी चाहिए और आजादी हम ले करके रहेंगे।
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