क्या ज़िन्दगी के आखिरी पड़ाव में ग़ुलाम हो गए आज़ाद
राजनीती अपने निचले स्तर पर : गुलाम नबी आजाद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद जम्मू कश्मीर में हैं। जम्मू कश्मीर में वहां के जनता के बीच जाकर उन्हें संबोधित किया। वहीं उन्होंने चल रहे समकालीन राजनीतिक के ऊपर भी प्रकाश डाला। उनका कहना है कि आजकल चल रही राजनीती का स्तर बहुत गिर गया है एवं खराब हो गया है।
गुलाम नबी आजाद समकालीन राजनीती के बारे में चर्चा करते हुए कहते हैं कि, “आज राजनीती का स्तर कितना गिर गया है एवं खराब हो गया है कि मुझे संदेह होता है कि हम आदमी है भी या नहीं।” इतना ही नहीं गुलाम नबी आजाद अपनी राजनीतिक यात्रा बताते हुए कहते हैं कि बहुत से लोग जानते हैं कि मैंने अपना सफर कांग्रेस के साथ शुरू किया था। चाहे वह इंद्रा गांधी हो, राजीव गांधी या अब सोनिया गांधी। परंतु बहुत से लोग यह सच नहीं जानते कि मेरा सफर कांग्रेस के साथ शुरू नहीं हुआ था।
इसका अर्थ बताते हुए गुलाम नबी आजाद कहते हैं कि मेरा सफर शुरु हुआ था भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ। मैं हमेशा से महात्मा गांधी के अनुसार चलता हूं। उसके बाद उन्होंने महात्मा गांधी की विचारधारा बताते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि महात्मा गांधी के बाद पूरे राष्ट्र में सबसे बड़ा कोई हिंदू नहीं लेकिन उनसे बड़ा कोई धर्मनिरपेक्ष भी नहीं।
इसी कढ़ी को आगे बढ़ाते हुए राजनीति के निचले स्तर के बारे में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राजनीतिक दल धर्म, जाति और अन्य चीजों के आधार पर चौबीसों घंटे विभाजन पैदा करते रहते हैं; मैं किसी भी पार्टी को माफ नहीं कर रहा हूं, नागरिक समाज को साथ रहना चाहिए। जाति, धर्म के बावजूद सभी को न्याय दिया जाना चाहिए।
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