प्रियंका गांधी ने खेला महिला, किसान, छात्र और रोज़गार का पत्ता
प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस महासचिव ने आज बाराबंकी (यूपी) में 'प्रतिज्ञा यात्रा' शुरू करने के लिए जनसभा को संबोधित किया।
प्रियंका गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हे कहा कि बहनों- भाईयो और यहाँ पर उपस्थित नेतागण, पुनिया, राकेश सचान, नसीमुद्दीन, निर्मल खत्री, प्रदीप जैन, अजय लल्लू, मोना, सुप्रिया, आप सबका यहाँ पर स्वागत है। मैं कांग्रेस पार्टी की जो प्रतिज्ञाएं हैं, उनके बारे में आपको यहाँ पर बताने के लिए आई हूँ। क्योंकि यहाँ से एक यात्रा शुरु हो रही है, जो 10 दिन के लिए पूरे उत्तर प्रदेश में हमारे जितने भी नेतागण हैं, वे चार अलग यात्राएं निकालेंगे, जिनमें से तीन की शुरुआत आज है। एक यहाँ बाराबंकी से निकलेगी, तो उसकी शुरुआत करने के लिए मैं यहाँ आई हूँ और आप सबको कहने के लिए कि हमारी कौन सी प्रतिज्ञाएं हैं।
हमारी पहली प्रतिज्ञा, टिकटों में महिलाओं को 40 प्रतिशत हिस्सेदारी, लड़कियों को, छात्राओं को स्मार्ट फोन और स्कूटी।
दूसरी प्रतिज्ञा, किसानों का पूरा कर्जा माफ होगा।
तीसरी प्रतिज्ञा, 2,500 रुपए में गेहूँ- धान, 400 रुपए पाएगा गन्ना किसान।
चौथी प्रतिज्ञा- बिजली बिल सबका हाफ़, कोरोना काल का बकाया साफ।
पांचवी प्रतिज्ञा- दूर करेंगे कोरोना की आर्थिक मार, हर परिवार को देंगे 25,000।
आखिरी प्रतिज्ञा- 20 लाख को सरकारी रोजगार।
प्रियंका गांधी ने कहा- अब मैं थोड़ा सा आपको इनके बारे में समझाना भी चाहती हूँ। देखिए, जहाँ तक महिलाओं की हिस्सेदारी है, मैं पहले भी कह चुकी हूँ और बार-बार ये कहूँगी कि महिलाएं जब तक आगे नहीं बढ़ेंगी, जब तक राजनीति में पूरी तरह से महिलाओं की भागीदारी नहीं होगी, तब तक जो समस्याओं से मेरी बहनें हर रोज लड़ती हैं, जिन संघर्षों का सामना करती हैं, जिन परिस्थितियों से निकलकर, लड़कर आगे बढ़ती हैं, वे समस्याएं हम कभी दूर नही कर पाएंगे। मेरा आग्रह है, सब महिलाओं से, मेरी बहनों से, आगे बढ़िए, राजनीति में आइए। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी 40 प्रतिशत टिकट देकर चाहती है कि आप आगे बढ़कर अपनी लड़ाई खुद लड़ें और आप सक्षम बनें।
महिलाओं के लिए हम एक अलग घोषणा पत्र जारी करेंगे, वो कुछेक एक हफ्ते के करीब में निकलेगा। उसमें महिलाओं के लिए जो अलग-अलग हमने घोषणाएं करनी हैं, वो सारी उसमे होंगी। उसमें से सिर्फ एक घोषणा ये है कि जो 12वीं पास लड़कियाँ हैं, उन सबको स्मार्ट फोन दिया जाएगा; अगर हमारी सरकार आएगी और जो स्नातक पास हैं, उनको ई- स्कूटी दी जाएगी। अब कोई कह सकता है कि ये एक तोहफा है, वोट चाहिए इसलिए दे रहे हैं, लेकिन ये बिल्कुल गलत बात है। यह तोहफा नहीं है, ये एक माध्यम है, एक जरिया है, जिससे आप सशक्त बन सकती हैं। आज जो स्मार्ट फोन है, उसके जरिए महिला अपनी सुरक्षा करती हैं और जो ई- स्कूटी हैं, वो छात्राएं हैं, जो पढ़ रही हैं, जिनकी पढ़ाई हो रही है, जिनको नौकरी के लिए जाना पड़ता है, इससे उनको बहुत सुविधा होगी। यह एक पहली प्रतिज्ञा है, लेकिन जो महिलाओं के लिए बाकी प्रतिज्ञाएं हैं, वो सब हमारे घोषणा पत्र में, जो हम एक हफ्ते में जारी करेंगे, उसमें होंगी।
किसान आज बहुत ही त्रस्त है। आप सबने देखा होगा कि किस तरह से लखीमपुर खीरी में मोदी जी के मंत्रालय के एक मंत्री के बेटे ने एकदम क्रूरता से गाड़ी चलाकर 6 किसानों को मार डाला। ये एक ऐसा हादसा है, जिससे पूरे देश को समझ में आ रहा है कि ये सरकार ने किसानों को कितनी अहमियत दी है। जिसने किसानों को कुचला उसको गिरफ्तार करने में इन्होंने कितनी देरी की और आज तक उसका पिता, जो उसको बचाता रहा, वो आज तक मोदी जी के मंत्रालय में है, उसकी बर्खास्तगी नहीं की गई है, लेकिन ये तो एक मिसाल है। किसान जानते हैं कि कुछ सालों से कितनी समस्याओं से जूझ रहे हैं औऱ उनकी सुनवाई सरकार में नहीं हो रही है, इसलिए किसानों के लिए हमने तय किया है कि आपके कर्जे माफ करेंगे।
आप जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने पहले 72,000 करोड़ रुपए के कर्जे माफ किए थे। आप सब जिन समस्याओं से जूझ रहे हैं आप जानते हैं। आपको धान का दाम नहीं मिलता। यूरिया महंगा हो गया है। खाद महंगी हो गई है। बड़े-बड़े बिजली के बिल आपको भरने पड़ते हैं और कमाई करना मुश्किल हो जाता है। आप कर्ज में डूब रहे हैं, इसलिए हमने ये निर्णय लिया कि आपके कर्ज माफ किए जाएंगे। इसके साथ-साथ जिस तरह से छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार 2,500 रुपए में धान खरीद रही है, उसी तरह से हम यहाँ भी 2,500 में गेहूँ- धान खरीदेंगे और 400 रुपए का गन्ने का आपको दाम मिलेगा।
जब बिजली बिल की बात कर रहे हैं, तो कोरोना काल के समय, जो छोटे दुकान करते हैं, छोटे बिजनेस हैं, व्यापारी हैं, जिनका धंधा, जिनका काम एकदम बंद हुआ, उनको फिर भी बिजली के बिल बड़े-बड़े भरने पड़े और पूरे कोरोना काल के समय कमाई नहीं कर पाए। इसलिए हमने ये निर्णय लिया है कि कोरोना काल के समय, जो आपने बिजली के बिल भरे, उनको हम माफ कर देंगे। सबका बिजली बिल हाफ भी होगा। इसके साथ-साथ कोरोना काल में जो गरीब परिवार थे, जिनकी बहुत आर्थिक मार हुई, जो कमा नहीं पा रहे थे, जो बाहर जा नहीं पा रहे थे, अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए, उनके लिए हमने निर्णय लिया है कि 25,000 रुपए उनको मिलेंगे।
हम सरकारी रोजगार 20 लाख लोगों को देना चाहते हैं, लेकिन इसमें मैं खासतौर से कहना चाहती हूँ कि पिछले दो सालों में मैं बहुत संविदाकर्मियों से मिली, कॉन्ट्रैक्ट पर जो काम करते हैं, उनसे मिली और उन सबने मुझे अपनी समस्याएं बताईं। उसमें अध्यापिकाएं भी हैं, टीचर्स हैं, स्वास्थ्यकर्मी भी हैं, अनेक काम करने वाले लोग हैं और उनका पूरी तरह से शोषण किया गया है, तो खासतौर से मैं कहना चाहती हूँ कि उनका नियमितिकरण करने का हमने निर्णय लिया है। हमारी सरकार आएगी, तो सबका नियमितिकरण हम करेंगे।
यह हमारी मुख्य प्रतिज्ञाएं हैं। इस यात्रा द्वारा ये प्रतिज्ञाएं गांव-गांव तक पहुंचेगी और जन-जन तक हम बताएंगे। जन-जन को बताएंगे कि हमने ये निर्णय क्यों लिए और किस तरह से इन निर्णयों को हम पूरा कर सकेंगे। आप सबका इस यात्रा में भागीदारी के लिए धन्यवाद। जय हिंद। जय किसान।
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