राबिया सैफ़ी को मुसलमान होने की सजा न दी जाये: दिल्ली प्रदेश क़ौमी तंज़ीम के अध्यक्ष जेंटल का केजरीवाल को पत्र
दिल्ली प्रदेश क़ौमी तंज़ीम के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह जेंटल ने दिल्ली के मुखिया अरविन्द केजरीवाल को एक पत्र लिखा है, जिस की कॉपी उन्होंने दिल्ली के मंत्री इमरान हुसैन और विधायक अमानतुल्लाह खान को भी भेजी है.
उन्होंने पत्र में लिखा है कि " सर:-
राबिया सैफी जो भ्रष्टाचार और नफरत का शिकार बनी या फिर कहें तो आपकी सरकार के कुप्रबंध और असमर्थता के कारण उनका शव फरीदाबाद के पाली रोड सूरजकुंड से बरामद किया गया है।
यह कहना गलत नही होगा कि उनकी देश को ले कर ईमानदारी ही उनके हत्या का कारण बनी। आपकी सरकार की असफलता या कहें तो आपकी सरकार के भ्रष्ट और असमर्थ अधिकारी की वजह से उनके परिवार की प्रतिष्ठा शती हुई है और इसके अलावा उन्हें किसी भी तरह के राहत से भी इंकार कर दिया गया है।
जैसे की आपको पता ही होगा कि 27 अगस्त को राबिया का शव झाड़ियों से बरामद हुआ जिसमे 50 से ज्यादा छूरा घोपने का निशान है। और जिस स्तिथि में शव मिला है शायद किसी कुत्ते को भी न दफनाया जाए। राबिया को निशाना बनाया गया क्योंकि वह आपकी सरकार के अधिकारियों के सच को सामने लाना चाहती थी और अपने चरित्र पर उठे दागो और अफवाहों को मिटाना चाहती थी।
हालाकि बहुत से राजनीतिक दलों ने राबिया के परिवार से बातचीत की और राहत देने का वादा दिया लेकिन अभी तक उनके परिवार को किसी तरह की आर्थिक सहायता नहीं पहुंची जिससे ज्ञात होता है कि शायद यह लोकप्रियता पाने का एक जरिया था। केवल राबिया ही अपने परिवार में कमाने का एक स्त्रोत थी।
राबिया के परिवार वालों का कहना है कि न किसी कि आर्थिक सहायता दी गई बल्कि इल्जाम लगाया जा रहा है कि राबिया सैफी के पति ने राबिया की हत्या कर दी, जबकि सच तो यह है कि राबिया सैफी की शादी ही नही हुई थी।
राबिया सैफी की बस यही गलती थी कि वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ी हुई और अब इनके कार्यकाल में उन्हें न्याय छोड़िए किसी तरह की आर्थिक सहायता तक नही मिल रही है।
जब आम आदमी पार्टी के विधायक इमरान हुसैन राबिया के घरवालों से मिलने गए थे तो उन्होंने राबिया के परिजनों को 10 लाख रुपए देने का वादा किया था वहीं आम आदमी पार्टी के दूसरे विधायक अमानतुल्लाह खान ने 5 लाख के द्वारा आर्थिक सहायता का वादा किया था।
राबिया की शती हानि, उनके परिवार, और उन्हें मिलने वाले न्याय की बात करें तो दिल्ली प्रदेश कौमी तंजीम मांग करती है कि जैसा की आपकी सरकार ने बाकी शहीदों के साथ किया है राबिया और उनके परिजनों के साथ भी किया जाएं।
उन्हें 1 करोड़ की सहायता दी जाए और जल्द से जल्द एक निष्पक्ष जांच कमेटी बिठाई जाए और उन सारे अधिकारियों को हिरासत में लिया जाए ताकि राबिया सैफी को न्याय मिले।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.