बिजली संकट में राघव चड्डा ने केंद्र सरकार से की अपील, कहा अपनी ज़िम्मेदारी समझें
भारत में दशकों बाद देखा गया बिजली संकट। दिन में 8 से 10 घंटे काटी गई बिजली। भारत के अलग-अलग राज्य से शिकायत आई हैं कि लोगों तक बिजली नहीं पहुंचाई जा रही। जबकि केंद्र सरकार की तरफ रुख करें तो अभी तक सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालाकि पंजाब विधानसभा के सदस्य राघव चड्डा ने बिजली कटौती पर अपनी राय रखी है।
राघव चड्डा ने बिजली कटौती पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “फिलहाल देश में 16 ऐसे राज्य हैं जिन राज्यों में बिजली की भारी समस्या आ खड़ी हुई है। कही न कहीं केंद्र सरकार को अपनी ज़िम्मेदारी समझते हुए कोयला आवंटन हो या थर्मल पावर प्लांट्स को कच्चा माल पहुंचाना हो, इन सारी चीज़ों को गंभीरता से लेते हुए सम्मान भाव से सभी राज्यों में कोयला समय पर पहुंचे और थर्मल पॉवर प्लांट चले।
बिजली संकट पर राघव चड्डा ने सरकार को लापरवाह ठहराते हुए कहा कि, “ऐसे समय में सरकार को अपनी ज़िम्मेदारी संभालनी चाहिए। सारी पार्टियां रोजमर्रा की सियासत से ऊपर उठकर लोगो तक बिजली पहुंचे इस विषय में काम करना चाहिए। राघव चड्डा केंद्र सरकार को दोषी मानते हुए कहते हैं कि ऐसे समय में जब सरकार को सामने आकर लोगों की मदद करनी चाहिए तो राज्य सरकार अपना काम बखूबी निभा रही है।”
वहीं पंजाब का उदाहरण देते हुए राघव चड्डा कहते है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। हम इस विषय पर हर संभव प्रयास कर रहें हैं। ताकि लोगो को इस बिजली से संकट से किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। लेकिन केंद्र सरकार को अपनी ज़िम्मेदारी समझनी होगी। अगर देश में 16 राज्यों में बिजली का इतना बड़ा संकट है तो कहीं न कहीं केंद्र सरकार को इन सभी मुद्दो का जायेज़ा लेते हुए उचित कदम उठाने चाहिए।
इतना ही नहीं, राघव चड्डा ने बिजली के इस संकट के विषय में केंद्र सरकार से अपील भी की है कि इस विषय में अपना काम करें। राज्यों सरकारों का साथ दें और बिजली संकट को दूर करवाए।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.