बिजली संकट पर राहुल गांधी ने किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल
कांग्रेस पार्टी के मुख्य अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में चल रहे बिजली संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उनसे सवाल किया। बता दें कि बीते कुछ दिनों में पूरे देश भर में बिजली न आने पर एक संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में संभावनाएं हैं कि देश के सभी बड़े संस्थानों को बंद कर दिया जाएगा। इस मुद्दे को ले कर राहुल गांधी ने प्रधान मंत्री से सवाल किया।
प्रधानमंत्री जी के ‘वादों’ और ‘इरादों’ के बीच का तार तो हमेशा से ही कटा था।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 30, 2022
मोदी जी, इस बिजली संकट में आप अपनी नाकामी के लिए किसे दोष देंगे?
नेहरू जी को? राज्य सरकारों को? या फिर जनता को ही? pic.twitter.com/fNDMz6rMt1
बिजली संकट के उपलक्ष में राहुल गांधी का कहना है कि, “प्रधानमंत्री जी के वादों और इरादों के बीच का तार हमेशा से ही कटा हुआ था। इतना ही नहीं उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को याद दिलाया कि किस प्रकार वह लोगों से झूठे वादे किया करते थे। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के इन झूठे वादों को "हवाई किला" का नाम दिया है।
वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुछ पुराने भाषण को इकट्ठा किया गया है। जिसमे प्रधानमंत्री देश में किसी भी प्रकार के बिजली संकट का खण्डन करते है। प्रधानमंत्री मोदी के 2015 के एक भाषण को दिखाया गया है। जिसमे प्रधानमंत्री मोदी कहते दिख रहें है कि, “2022 जब देश के आज़ादी के 75 साल पूरे होंगे तो लोग चाहे दूर दूर पहाड़ों में भी क्यों न रहते हो उन्हे भी 24 घंटे बिजली मुहैया करवाई जाएगी।”
इसी प्रकार 2017 की भी एक वीडियो को दिखाया गया जिसमें प्रधानमंत्री विश्वास के साथ सवाल करते है कि, “आपने आजतक कोई ऐसी खबर देखी जिसमे बताया गया हो कि बिजली घरों में कोयले की कमी है और बिजली नहीं बन पा रही है। उसी वीडियो में प्रधानमंत्री यह दावा भी करते हैं कि अब भारत देश बिजली संकट को पीछे छोड़ बिजाई सरप्लस हो रहा है।”
वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी कटाक्ष करते हुए दर्शाते हैं कि किस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी का यह हवाई किला हवा हवाई हो गया। इसी के साथ उन्होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से सवाल भी किया कि, “मोदीजी इस बिजली संकट में आप अपनी नाकामी के लिए किसे दोष देंगे? नेहरू जी को? राज्य को? या फिर जनता को?
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