बिजली संकट को लेकर राज्यों ने केंद्र सरकार को चेताया
कोयले की आपूर्ति की लेकर विभिन्न राज्य सरकारों ने बिजली संकट उतपन्न होने की संभावनाएं वयक्त करते हुए केंद्र सरकार से कोयला की कमी पूरा करने का आग्रह किया है।
इसमें पंजाब सरकार ने कहा कि उनके पास केवल दो दिनों का कोयला बचा है, पंजाब में ताप विद्युत संयंत्रों में कोयले की भारी कमी के कारण बिजली कंपनी पीएसपीसीएल को उत्पादन में कटौती करनी पड़ी है। और इसके कारण राज्य के कई इलाकों में बिजली कटौती की जा रही है। कोयले की अपर्याप्त आपूर्ति के चलते चन्नी सरकार ने केंद्र सरकार की आलोचना की है, और केंद्र सरकार से तत्काल कोयले की आपूर्ति की मांग की है ताकि राज्य को बिजली संकट से बचाया जा सके।
इसी प्रकार एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में कोयले की कमी के कारण 8 बिजली संयंत्रों ने काम करना बंद कर दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि रविवार को योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री को खत लिखकर कोयले की पूर्ति कराने और राज्य को अधिक बिजली मुहैया कराने का आग्रह किया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 7 अक्टूबर को राज्य में बिजली की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर समीक्षा की थी। जिसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार के अधिकारियों से कोयले की मांग की थी। बता दें कि राजस्थान रोज़ाना एक घंटे बिजली की कटौती का सहारा ले रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बीते 9 अक्टूबर को कहा था कि राजधानी दिल्ली के लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार से राजधानी में कोयले और गैस की पर्याप्त आपूर्ति की मांग की थी।
हालांकि इस पूरे मामले पर बिजली संकट पैदा होने की संभावनाओं को खारिज करते हुए कोयला मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनके पास 4.3 करोड़ टन कोयले का भंडार उपलब्ध है जो कि तकरीबन 24 दिनों तक देश में बिजली की आपूर्ति के लिए पर्याप्त है।
कोयला मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि "कोयले की कमी से देश में बिजली संकट की आशंकाएं निराधार हैं, कोयला मंत्रालय आश्वस्त करता है कि बिजली संयंत्रों की ज़रूरत को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है। इसकी वजह से बिजली संकट की आशंका पूरी तरह गलत है।“
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.