वे स्वतंत्रता सेनानी जिन्हें भुला दिया गया- 9, सैयद मोहम्मद शरफुद्दीन कादरी
स्वतंत्रता सेनानियों की इस कड़ी में नोवां नाम सैयद मोहम्मद शरफुद्दीन कादरी का है-
सैयद मोहम्मद शरफुद्दीन कादरी- 9
सैयद मोहम्मद शरफुद्दीन कादरी का जन्म 25 दिसंबर 1901 को बिहार के नवाड़ा ज़िले में हुआ था। तक़रीबन 1925 के आसपास शरफुद्दीन कादरी अपने परिवार के साथ कलकत्ता आ गए थे, जहां वह पूर्ण सकिर्यता से स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए। शरफुद्दीन कादरी को सन 1930 में नमक सत्याग्रह में शामिल होने के कारण गांधी जी के साथ जेल भी जाना पड़ा था।
कादरी एक हिकमत ए बांग्ला नामक चिकित्सा पत्रिका के संस्थापक थे और साथ ही वह कलकत्ता यूनानी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के संस्थापकों में एक थे। भारतीय चिकित्सा में अपना अहम योगदान निभाने के सम्मान में वर्ष 2007 में भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्मा भूषण से भी नवाज़ा जा चुका है।
शरफुद्दीन दो राष्ट्र थ्योरी के कड़े आलोचक के रूप में जाने जाते हैं। शरफुद्दीन कादरी की मृत्यु 30 दिसंबर 2015 को पश्चिमी बंगाल के कलकत्ता हुई थी।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.