नई दिल्ली, 5 सितंबर: अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधीन केंद्रीय वक्फ परिषद (CWC) के सदस्य रईस खान पठान ने आज नई दिल्ली में इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स के अध्यक्ष डॉ. एमजे खान से मुलाकात की। इस मौके पर दोनों नेताओं ने समाज और वक्फ के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की. रईस खान पठान ने कहा कि वक्फ की समस्या बहुत गंभीर है. अगर पिछली सरकारों ने वक्फ संपत्तियों के मुद्दे को गंभीरता से लिया होता तो समस्याएं इतनी जटिल नहीं होतीं। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकारों ने भी वक्फ संपत्तियों पर सरकारी भवन बनाए और निजी लोगों ने भी उस पर कब्जा किया, खुद मुसलमानों ने भी कब्जा किया। एक रुपये और दो रुपये में किरायेदारी तय की गई जो दुखद है। पठान ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने वक्फ संपत्तियों का किराया बढ़ाया, पुराने अधिनियम में संशोधन किये और आज सौभाग्य से स्थिति में सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा, "हमें यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं है कि अधिनियम अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है, लेकिन सरकार की मंशा सही है और मंत्री बहुत रुचि के साथ काम कर रहे हैं और एक दिन हम अपनी सोच में सफल होंगे।"
रईस खान पठान ने कहा कि क़ब्ज़ा करने वालों से निवेदन है कि संपत्ति खाली करें या कार्रवाई के लिए तैयार रहें और लोगों से अनुरोध है कि जितनी जल्दी हो सके सभी संपत्तियों को पंजीकृत करा लें। पठान ने इम्पार के अध्यक्ष डॉ एमजे खान से अपील की कि अगर इम्पार परिषद से कोई सहयोग चाहता है, तो वह इसमें एक पल के रूप में कार्य करने के लिए तैयार हैं। वहीं, डॉ. एम.जे. खान ने इम्पार का परिचय कराते हुए कहा कि अगर इम्पार किसी तरह कौंसिल के कामों को समाज तक पहुंचाने में सहयोगी बन सकता है तो वह इस के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि इम्पार का उद्देश्य समाज को नकारात्मक सोच से बाहर निकालना, लोगों को रोजगार से जोड़ना और झूठी खबरों का मुकाबला करना है. डॉ. खान ने कहा कि हम लोगों को व्यापार और शिक्षा में शामिल करने और संवेदनशील मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए कार्यक्रम विकसित कर रहे हैं और हमें विश्वास है कि हम जल्द ही एक बेहतर रूपरेखा पेश करने में कामियाब होंगे। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों में इम्पार की उपयोगिता और अधिक होगी. पठान ने कहा कि अगर वह समाज में बेहतर काम करने में इम्पार के सहयोगी बन सकते हैं तो उसमें उनको ख़ुशी होगी।
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