वे स्वतंत्रता सेनानी जिन्हें भुला दिया गया- 2, सुरैया तैयबजी
स्वतंत्रता सेनानियों की इस कड़ी में दूसरा नाम सुरैया तैयबजी का है-
सुरैया तैयबजी -2
सुरैया तैयबजी का जन्म 1919 में आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में हुआ था, जो कि अब तेलंगाना की राजधानी है। उन्होंने एक कलाकार की प्रतिष्ठा प्राप्त की, जिन्हें जीवन और समाज के प्रति उनके अपरंपरागत और प्रगतिशील दृष्टिकोण के लिए जाना गया।
सुरैया तैयबजी को भारतीय राष्ट्रध्वज के डिज़ाइन का श्रेय उनके बेहद खास काम की वजह से दिया गया है।
भारतीय राष्ट्रध्वज के डिज़ाइन में पिंगली वेंकैया के अलावा सुरैया ही वह महिला थी, जिन्होंने ध्वज के डिज़ाइन में स्पिनिंग चक्र की जगह अशोका चक्र को डिज़ाइन किया। जब सुरैया का डिज़ाइन किया गया भारतीय राष्ट्रध्वज पंडित नेहरू के समक्ष पेश किया गया तो पहली बार तिरंगे को लहराया गया और सर्वसम्मति से 22 जुलाई को तिरंगे को भारतीय राष्ट्रध्वज के तौर पर स्वीकृति प्राप्त हुई।
एक लम्बे समय से सुरैया तैयबजी के इस योगदान को नज़रअंदाज़ किया गया है। सुरैया जी ने ही त्याग, पवित्रता और विकास के प्रतिक तिरंगे की संरचना में अपनी अहम भूमिका निभाई है।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.