जेएन मेडीकल कालिज के विकिरण आन्कोलॉजी विभाग में ‘कैंसर का बहुविषयी दृष्टिकोण‘ विषय पर कार्यशाला का आयोजन
अलीगढ़, 28 नवंबरः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडीकल कॉलेज के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रोफेसर ज़ेहरा मोहसिन की ‘टीम ओवरी‘ ने रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग द्वारा ‘मल्टीडिसिप्लिनरी अप्रोच टू कैंसर‘ विषय पर आयोजित कार्यशाला में ‘क्लिनिकल केस डिस्कशन‘ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
ओटीओ-राइनो-लेरिंजोलॉजी (ईएनटी) विभाग के डा आफताब द्वारा निर्देशित टीम हेड एंड नेक-2 ने दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि प्रोफेसर मालिक मोहम्मद अज़हरुद्दीन (कार्डियोलॉजी विभाग) की टीम ‘लिंफोमा‘ और प्रोफेसर निशात अफरोज (पैथोलाजी) की टीम ‘लंग्स‘ ने संयुक्त रूप से तीसरा पुरस्कार साझा किया।
इस गहन अध्ययन वाली कार्यशाला में अत्याधुनिक व्याख्यान, केस चर्चा और इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तरी सत्र भी आयोजित किये गये, जिन्होंने प्रतिभागियों को सर्वाेत्तम उपचार विकल्पों की व्याख्या करने और उन्हें लागू करने की क्षमता प्रदान की।
समापन सत्र में, मुख्य अतिथि, कुलपति, प्रोफेसर तारिक मंसूर ने बताया कि कैसे वर्षों से, कैंसर रोगियों के प्रबंधन के परिदृश्य में एक बहु-विषयी दृष्टिकोण का कार्यान्वयन फायदेमंद साबित हुआ है।
कुलपति ने कहा कि बहुविषयी देखभाल रोगियों को विशेषज्ञों की एक विस्तृत श्रृंखला से समन्वित समर्थन और देखभाल प्राप्त करने में सक्षम बनाती है, जो उपचार को बेहतर बनाने में मदद करती है और यह सुनिश्चित करती है कि सभी रोगियों को ऐसी देखभाल मिले हो उनके लिए आवश्यक है।
प्रोफेसर मंसूर ने कार्यशाला से संबंधित अपने अनुभवों को भी साझा किया और युवा डाक्टरों से एक सूक्ष्म नैदानिक कौशल विकसित करने का आग्रह किया।
मानद अतिथि, चिकित्सा संकाय के डीन, प्रोफेसर एम.यू रब्बानी ने कहा कि कैंसर के रोगियों का प्रबंधन जटिल है और रोगियों की जरूरतों को पूरा करने और परिणामों को अनुकूलित करने के लिए विशेषज्ञ ऑन्कोलॉजी चिकित्सकों के साथ काम करने वाले स्वास्थ्य विशेषज्ञों से योगदान की आवश्यकता होती है।
एक समन्वित, बहु-विषयी दृष्टिकोण विभिन्न प्रकार की विशिष्टताओं और समर्थन पहलों के माध्यम से साझा निर्णय लेने और कैंसर के रोगियों की व्यापक देखभाल को सक्षम बनाता है।
मानद अतिथि, जेएनएमसी के प्रिंसिपल, प्रोफेसर राकेश भार्गव ने प्रारंभिक पहचान पर जागरूकता बढ़ाने और कैंसर पैदा करने वाली जीवनशैली से बचने के लिए जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कैंसर देखभाल में नवीनतम प्रगति पर भी चर्चा की।
स्वागत भाषण देते हुए रेडियेशन ऑन्कोलॉजी विभाग के अध्यक्ष और कार्यशाला के आयोजन अध्यक्ष, प्रोफेसर मोहम्मद अकरम ने कैंसर देखभाल सुविधाओं में सुधार के लिए रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग द्वारा उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला।
प्रोफेसर वीना माहेश्वरी (पैथोलॉजी विभाग), प्रोफेसर रिजवान खान (अंग्रेजी विभाग) और प्रोफेसर सलीम जावेद (बायोकेमिस्ट्री विभाग, फैकल्टी ऑफ लाइफ साइंसेज) ने डा फराज बी रिजवी द्वारा संचालित ‘क्लिनिकल केस डिस्कशन’ प्रतियोगिता के निर्णायक की भूमिका निभाई।
कार्यशाला के आयोजन सचिव डा एम शादाब आलम ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डा मुबश्शिर एच सोफी ने किया।
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