‘विश्व होम्योपैथी दिवस” होम्योपरिवार – सर्वजन स्वास्थ्य, एक स्वास्थ्य, एक परिवार की थीम के साथ मनाया गया
हमें स्वास्थ्य सेवा के लिए एक व्यापक और एकीकृत दृष्टिकोण की आवश्यकता है - श्री जगदीप धनखड़, भारत के उपराष्ट्रपति
मंत्रालय ने चिकित्सा पद्धतियों को अधिक साक्ष्य आधारित और प्रभावी बनाने के लिए अनुसंधान व विकास को बढ़ावा दिया है - सर्बानंद सोणोवाल
नई दिल्ली, 10 अप्रैल 2023। विश्व होम्योपैथी दिवस पर केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (CCRH) की ओर से विज्ञान भवन, नई दिल्ली में सोमवार को आयोजित एक दिवसीय वैज्ञानिक सम्मेलन का उदघाटन करते हुए बतौर मुख्यि अतिथि उपराष्ट्रयपति भारत सरकार श्री जगदीप धनखड़ ने कहा कि होम्योदपैथी प्रकृति से जुड़ी है और विश्व स्वा स्य् न संगठन ने इसे दुनिया में तेजी से विकास करने और अपनाई जाने वाली दूसरी सबसे बड़ी उपचार पद्धति बताया है। विश्व होम्योरपैथी दिवस पर आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य पूरे परिवार के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए साक्ष्य आधारित होम्योपैथिक उपचार को बढ़ावा देना, होम्योपैथी को उपचार प्रणाली की मुख्य धारा में शामिल करना, होम्योपैथिक चिकित्सकों की क्षमता निर्माण और घरों में उपचार के रूप में होम्योपैथी को बढ़ावा देना है। माननीय उपराष्ट्रपति के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुदेश धनखड़ भी मौजूद रहीं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, भारत के माननीय उपराष्ट्रपति, श्री जगदीप धनखड़ ने कहा, “हमें स्वास्थ्य सेवा के लिए एक व्यापक और एकीकृत दृष्टिकोण की आवश्यकता है। मुझे विश्वास है कि यह आयोजन एकीकृत स्वास्थ्य की दिशा में एक नई पहल की शुरुआत को चिह्नित करेगा और कार्यक्रम के विषय के आधार पर भारतीय परिवारों द्वारा अपनाया जाएगा। होम्योपैथी प्रकृति से जुड़ी है और इसे चिकित्सा की दूसरी सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती प्रणाली कहा जाता है।
माननीय उपराष्ट्रपति ने कोविड-19 का मुकाबला करने में होम्योपैथी की भूमिका के बारे में बताते हुए कहा कि "होम्योपैथी ने महामारी का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई"। भारत को 'विश्व की फार्मेसी' कहा जाता है और इसका श्रेय भारत की गुणवत्ता और प्रतिबद्धता को जाता है।"
माननीय उपराष्ट्रपति ने आयुष मंत्रालय को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित वैज्ञानिक निकायों के साथ सहयोगात्मक प्रयासों और विशेष रूप से पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों के क्षेत्र में व्यापक साक्ष्य आधारित विकास व संवर्धन के लिए डब्ल्यूएचओ - ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (WHO- GCTM) की स्थापना के लिए भी बधाई दी। उन्होंलने कहा कि डबल्यूएचओ- जीसीटीएम की स्थापपना के लिए विश्वह स्वांस्य् म संगठन ने भारत को चुनकर परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों के योद्धाओं को वैश्विक स्वास्य्धन की महत्वरपूर्ण जिम्मेादारी सौंपी है और संपूर्ण जिम्मेोदारी एवं पूर्ण समर्पण के साथ यह जिम्मेदारी निभानी होगी।
केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोणोवाल ने भारत की परंपरागत चिकित्सा प्रणालियों के विकास में आयूष मंत्रालय की भूमिका का जिक्र किया और कहा कि परंपरागत चिकित्सा प्रणालियों के वैज्ञानिक आधार के विकास के लिए आयुष मंत्रालय शोध और अनुसंधान को बढ़ावा दे रहा है। होम्योपैथी में गुणवत्तापरक शोध और अनुसंधान के सहयोग के लिए आयुष मंत्रालय ने बजट में वृद्धि की और जनस्वाुस्य्ोग , अनुसंधान, महामारी से मुकाबला आदि के लिए केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद के बेहतरीन कार्यों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रयासों से होम्योपैथी ने पिछले कुछ समय में ही कई नए मुकाम हासिल किए हैं। विश्व स्वास्य्ों संगठन ने ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडीसिन की भारत में स्थापना कर भारत की परंपरागत चिकित्सा प्रणालियों के सैनिकों को खुशहाल एवं स्वस्थ विश्व की महत्वापूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है और यह जिम्मेदारी हमें निभानी होगी।
कोविड-19 में आर्सेनिकम एल्बम की प्रतिरक्षात्मक प्रतिक्रियाओं पर क्लिनिकल ट्रायल करने के लिए सीसीआरएच और होम्योपैथी विभाग, केरल सरकार के साथ एक समझौता किया गया। होम्योपैथिक शिक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पहुंच बनाने और शिक्षा को अनुसंधान से जोड़ने के लिए सीसीआरएच ने 70 राज्य/राष्ट्रीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इसके अलावा होम्योपैथी में 134 सीसीआरएच शॉर्ट टर्म स्टूडेंटशिप (STSH) और 07 एमडी स्कॉलरशिप विजेताओं को सम्मानित किया गया। इसके बाद केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, सर्बानंद सोणोवाल ने विद्यार्थियों से बातची…
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.