नई दिल्ली, 05 दिसम्बर वतन समाचार न्यूज़:
भारत की राजनीति में कांग्रेस पार्टी तो वंशवाद की जन्मदाता रही है लेकिन भारतीय जनता पार्टी भी उससे अछूती नहीं है। जितना वंशवाद कांग्रेस पार्टी में है उससे कहीं ज्यादा भारतीय जनता पार्टी में है। अगर कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा सोनियां गांधी के पुत्र राहुल गांधी वंशवाद की वजह से सांसद बनते हैं तो बीजेपी में भी साल 2014 में उस वक्त के बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह सांसद बनते हैं।
पार्टी कार्यालय में प्रैस कॉंफ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता एंव राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि ‘वंशवाद को लेकर जितनी मुगलई संस्कृति कांग्रेस पार्टी में है उतने ही बाबर और औरंगज़ेब भारतीय जनता पार्टी में भी हैं। कांग्रेस पार्टी तो वंशवाद की पोषक है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने भी उसे आगे बढ़ाया है।
‘अगर राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सांसद बनते हैं तो बीजेपी में प्रेम कुमार धूमल के पुत्र अनुराग ठाकुर भी सांसद बनते हैं। अगर दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित सांसद बनते हैं तो भारतीय जनता में भी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र प्रवेश वर्मा भी सांसद बनते हैं। सी एल गोयल भी भारतीय जनता पार्टी के नेता थे तो अब उनके पुत्र विजय गोयल भी बीजेपी सरकार में मंत्री हैं, कांग्रेस पार्टी में ललित माकन बड़े नेता थे तो उनके भतीजे अजय माकन भी आज दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। वंशवाद के धरातल पर भारतीय जनता पार्टी कहीं से भी कांग्रेस पार्टी से कम नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी को वंशवाद के आईने में अपने चेहरे की कालिख भी देखनी चाहिए। अगर वाकई भारतीय जनता पार्टी वंशवाद को लेकर चिंतित है तो आम आदमी पार्टी की तरह अपने संविधान में ये प्रावधान करना चाहिए कि एक परिवार से दो सदस्य ना तो संगठन के पद पर होंगे और ना ही चुनाव लड़ सकेंगे। आम आदमी पार्टी ही भारत में इकलौती पार्टी है जिसने अपने संविधान में वंशवाद को सिरे से नकारते हुए क्रांतिकारी प्रावधान किए हैं और जिसे भारतीय जनता पार्टी को भी अपनाना चाहिए।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी के वंशवाद से तो पूरा देश बहुत अच्छे से वाकिफ़ है लेकिन भारतीय जनता पार्टी भी कांग्रेस से कम नहीं है, भारतीय जनता पार्टी में विजया राजे सिंधिया उपाध्यक्ष रहीं हैं और उनके बेटे माधवराव सिंधिया पहले बीजेपी में रहे उसके बाद कांग्रेस में चले गए, माधव राव सिंधिया के बेटे ज्योतिर्दित्या सिंधिया आज भी कांग्रेस में हैं, माधव राव सिंधिया की बहन वसुंधरा राजे सिंधिया आज भारतीय जनता पार्टी की नेता एंव राजस्थान की मुख्यमंत्री हैं। हम ये जानना चाहते हैं कि किस मुंह से भारतीय जनता पार्टी वंशवाद को लेकर किस मुंह से सवाल उठा रही है क्योंकि वंशवाद के दल-दल में जितनी कांग्रेस पार्टी डूबी है उससे कहीं ज्यादा भारतीय जनता पार्टी धसी हुई है। अगर भारतीय जनता पार्टी वाकई में वंशवाद को ख़त्म करना चाहती है तो उसे भी आम आदमी पार्टी की तरह अपने संविधान में कड़े प्रावधान करने चाहिए।