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BJP: केंद्रीय मंत्री का तीखा सवाल, यात्रा में तलवार और डंडे लेकर कौन चलता है? इम्पार ने मीडिया रिपोर्टिंग पर खड़े किये गंभीर सवाल, मोनू मानेसर पर एक्शन की मांग

हरियाणा (Haryana) के नूंह (Nuh) में ब्रजमंडल यात्रा निकाले जाने के दौरान सोमवार को भड़की हिंसा (violence) के बाद प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। भारी भीड़ के साथ यात्रा निकाले जाने और सुरक्षा के इंतजाम कमजोर होने को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह (Rao Inderjeet Singh) ने हिंसा

By: वतन समाचार डेस्क

 

केंद्रीय मंत्री का तीखा सवाल, यात्रा में तलवार और डंडे लेकर कौन चलता है? इम्पार ने मीडिया रिपोर्टिंग पर खड़े किये गंभीर सवाल, मोनू मानेसर पर एक्शन की मांग

 

नई दिल्‍ली (New Delhi) । हरियाणा (Haryana) के नूंह (Nuh) में ब्रजमंडल यात्रा निकाले जाने के दौरान सोमवार को भड़की हिंसा (violence) के बाद प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। भारी भीड़ के साथ यात्रा निकाले जाने और सुरक्षा के इंतजाम कमजोर होने को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह (Rao Inderjeet Singh) ने हिंसा के लिए हिंदूवादी संगठनों (Hinduist organizations) पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि धार्मिक यात्रा में यदि कोई तलवार और डंडे लेकर यात्रा करता है तो यह सही नहीं है। राव इंद्रजीत सिंह केंद्रीय सांख्यिकी राज्य मंत्री हैं। वह लंबे समय से गुरुग्राम का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। किसी दौर में वह कांग्रेसी थे, लेकिन 2014 में वह भाजपा में शामिल हो गए थे।

 

 

 

 

 

राव इंद्रजीत सिंह ने हिंदूवादी संगठनों की यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘किसने उनको इस यात्रा में ले जाने के लिए हथियार दिए थे। कोई तलवार लेकर जाता है यात्रा में? लाठी-डंडे लेकर जाता है? कौन इस तरह तलवारें और डंडे लिए रहता है। यह गलत है। उकसावे वाली कार्रवाई इस तरफ से भी हुई है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि दूसरी तरफ से गड़बड़ी नहीं हुई है या उकसाने का प्रयास नहीं किया गया।’ राव इंद्रजीत सिंह का यह रुख हरियाणा के सरकार के रवैये से भी अलग है, जो अब तक नूंह हिंसा के पीछे किसी साजिश की बात कहती रही है। इसके अलावा मोनू मानेसर को भी राज्य सरकार ने क्लीन चिट दी है, हालांकि मोनू मानेसर पर भी कई सवाल खड़े हो रही हैं और लोग राज्य सरकार के रवैये पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं जो जांच का विषय है और रिपोर्ट आने के बाद ही सब कुछ साफ़ हो पायेगा।

 

उन्हों ने (मंत्री) फेसबुक पर वीडियो जारी कर भी शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि 1947 में देश बंटवारे के दौरान भी मेवात में शांति रही थी। यहां जो भी हुआ है, वह दुर्भाग्य की बात है। नफरत की आग जिन लोगों ने भी फैलाई है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेवात के लोगों ने हमेशा से भाईचारे की मिसाल कायम की है, इसको किसी भी सूरत में टूटने नहीं देना है। दरअसल मेवात में मेव मुस्लिमों की बहुलता है, जो खुद को राजपूतों का वंशज बताते रहे हैं।

 

दूसरी ओर IMPAR ने सोमवार को हरियाणा के नूंह जिले में हुई हालिया हिंसक घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की। संगठन की तरफ से कहा गया है कि मेवात में स्थिति गंभीर है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कल इम्पार-IMPAR का एक प्रतिनिधि मंडल मेवात-हरियाणा जा सकता है, जहां अभी भी भारी पुलिस उपस्थिति के बावजूद हालात पूरी तरह से ठीक नहीं हैं। मीडिया रिपोर्टिंग और बहसों ने ज्यादातर

 घटना के मुख्या कारक को नजरअंदाज कर दिया है, जिसमें कथित तौर पर कुख्यात अपराधी मोनू मानेसर द्वारा एक वीडियो जारी करना शामिल है, जिस पर जुनेद और नासिर की हत्याओं सहित कई आपराधिक मामलों में संलिप्त होने का आरोप है।

 

इम्पार ने कहा है कि हैरानी की बात यह है कि मोनू मानेसर अभी भी फरार है और पुलिस गिरफ्तारी के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं कर रही है। अब बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां हो रही हैं, जबकि यह कुख्यात अपराधी और उसके गिरोह के लोग अभी भी मुक्त हैं, जो कानून-व्यवस्था और लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती है।

 

इलाके से गुजर रहे एक धार्मिक जुलूस पर हमला, जिसके परिणामस्वरूप पुलिसकर्मियों और इमाम सहित कई लोगों की जान चली गई, एक गंभीर और दुखद घटना है, जिसे किसी भी प्रकार उचित नहीं ठहराया जा सकता। सोहना, गुरुग्राम जिले में हिंसा की रिपोर्ट और एक मस्जिद पर हमले और इमाम की मौत के साथ हरियाणा के अन्य हिस्सों में फैलने वाली हिंसा समान रूप से परेशान करने वाली घटनाएं हैं, जो राष्ट्र के लिए अच्छे संकेत नहीं कहे जा सकते।

 

इन घटनाओं में जानमाल का नुकसान, चोटें और संपत्ति का विनाश शांति की नाजुकता और सभी समुदायों के बीच एकता और समझ की आवश्यकता की ज़रुरत याद दिलाता है। इस महत्वपूर्ण मोड़ पर, यह जरूरी है कि हम शांति, संवाद और मेल-मिलाप को बढ़ावा देने के लिए एक समाज के रूप में एक साथ आएं।

 

इम्पार ने सभी हितधारकों से आगे की हिंसा को रोकने और प्रभावित क्षेत्रों में शांति बहाल करने के लिए निर्णायक कदम उठाने का आह्वान किया है।

 

व्यावहारिक दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए, इम्पार ने निम्नलिखित दिशानिर्देश जारी किया है और लोगों से इनको फॉलो करने कि अपील की है:

1.           हम कानून प्रवर्तन एजेंसियों से घटनाओं की गहन जांच करने और अपराधियों को शीघ्र न्याय के कटघरे में लाने का आग्रह करते हैं। हिंसा भड़काने के किसी भी प्रयास को रोकने और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दृश्यमान और सक्रिय उपस्थिति बनाए रखना महत्वपूर्ण है। सिस्टम में सभी का विश्वास और निष्पक्षता व पारदर्शिता महत्वपूर्ण है।

 

2.           हम समुदाय के नेताओं, धार्मिक हस्तियों और प्रभावशाली व्यक्तियों से अंतर-सामुदायिक संवाद शुरू करने और उसमें भाग लेने का आग्रह करते हैं। खुली और सम्मानजनक बातचीत दूरियां पाट सकती है, गलतफहमियां दूर कर सकती है और आपसी विश्वास को बढ़ावा दे सकती है। हम सभी समुदाय और धार्मिक नेताओं से एक साथ आने और शांति और समझ को बढ़ावा देने के लिए संवाद में शामिल होने का आह्वान करते हैं। विभिन्न समुदायों के बीच किसी और तनाव को रोकने के लिए सद्भाव और सहिष्णुता के महत्व पर जोर देना महत्वपूर्ण है।

 

 

3.           हम कानून के शासन को बनाए रखने और शांति और सुरक्षा बनाए रखने को सुनिश्चित करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ सहयोग करने के महत्व पर जोर देते हैं। सभी नागरिकों की भलाई के लिए कानून व्यवस्था का सम्मान आवश्यक है। अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी अफवाह अफवाह फैलाने वालों की सूचना पुलिस को दें।

 

4.           हम मीडिया संगठनों से जिम्मेदारी से रिपोर्ट करने, प्रसार से पहले सूचना को सत्यापित करने और स्थिति को सनसनीखेज बनाने से बचने का आह्वान करते हैं। गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए सटीक और निष्पक्ष रिपोर्टिंग महत्वपूर्ण है।

 

5.           युवा लोग हरियाणा के भविष्य को आकार देने में सहायक हैं। हम अधिकारियों से शांति और सद्भाव के माहौल को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक कार्यक्रमों और परामर्श अवसरों के माध्यम से युवाओं को शामिल करने का आग्रह करते हैं। नियमित संवाद के लिए समझ और आपसी सम्मान पैदा करने के लिए स्कूलों और कॉलेजों को शामिल करते हुए एक संस्थागत तंत्र बनाने की जरूरत है।

 

6.           स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए दीर्घकालिक सुलह प्रयासों के प्रति प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। IMPAR स्थायी शांति-निर्माण परियोजनाओं को डिजाइन और कार्यान्वित करने के लिए स्थानीय भागीदारों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है। जैसे-जैसे हम इस चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहे हैं, हमें याद रखना चाहिए कि हिंसा कभी भी हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हो सकती। इसके बजाय, करुणा, सहानुभूति और समझ को अपने कार्यों का मार्गदर्शन करने दें क्योंकि हम एक शांतिपूर्ण हरियाणा के उपचार और पुनर्निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं।

 

7.           हम व्यक्तियों से लेकर संस्थानों तक सभी हितधारकों से मेल-मिलाप और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के मार्ग में योगदान देने का आह्वान करते हैं। हम सब मिलकर एक ऐसा हरियाणा बना सकते हैं जहां हर व्यक्ति भय और हिंसा से मुक्त होकर रह सके। हम अधिकारियों से ऐसे अपराधियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी आह्वान करते हैं, जो उस क्षेत्र में जघन्य अपराधों में शामिल रहे हैं और खुद को कानून से ऊपर रखते हैं।

 

हरियाणा में सांप्रदायिक सद्भाव का एक लंबा इतिहास है और हमें इस विरासत को हर कीमत पर बनाए रखना चाहिए। हमारे विविधतापूर्ण समाज को कुछ व्यक्तियों के कृत्यों से विभाजित नहीं होना चाहिए जो घृणा और कलह भड़काना चाहते हैं। हम सभी से हिंसा में शामिल होने से बचने और एक-दूसरे की मान्यताओं और रीति-रिवाजों का सम्मान करने का आग्रह करते हैं

 

IMPAR हिंसा और विनाश के ऐसे कृत्यों की यथासंभव कड़े शब्दों में निंदा करता है। हम शांति और सद्भाव के माहौल को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न समुदायों के बीच बातचीत, आपसी सम्मान और समझ की शक्ति में विश्वास करते हैं। इस तरह की घटनाएं हमारे विविध समाज के ताने-बाने को चुनौती देती हैं और पुल बनाने और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने की तात्कालिकता को रेखांकित करती हैं।

 

हमारी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ उन लोगों के परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपनी जान गंवाई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए दुआ है। साथ मिलकर, हम इस चुनौतीपूर्ण समय को पार कर सकते हैं और एक समुदाय के रूप में मजबूत होकर उभर सकते हैं।

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