अपने विरोधियों पर सीबीआई और ईडी के छापे मरवाने का आरोप झेल रही मोदी सरकार पर कुमार विश्वास ने तंज़ कैसा है. कुमार विश्वास का एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है, जिसमें कुमार विश्वास यह बता रहे हैं कि पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन था. नागा अर्जुन दिल्ली आए हुए थे. इस अवसर पर एक कवी संगोष्ठी बच्चन जी ने आयोजित की हुई थी. कुमार विश्वास ने कहा कि नागा अर्जुन किसी अपने काम के संदर्भ में बच्चन जी से मिलने गए थे. इस अवसर पर बच्चन जी ने नागार्जुन को भी कवी संगोष्ठी में आमंत्रित किया.
उन्होंने कहा कि इंदिरा जो उन दिनों इंदू के नाम से जानी जाती थी शांतिनिकेतन में किसी अवसर पर उन्होंने नागार्जुन को सुना था. श्री विश्वास ने आगे बताया कि इंदिरा उर्फ इंदु कवियों को बुलाने आई कि प्रोग्राम शुरू होने वाला है. आप लोग तशरीफ ले चलें. तो उन्होंने नागार्जुन से भी रिक्वेस्ट की और उनसे कहा कि आप भी चलें.
इस अवसर पर जब इंदिरा जी ने बाबा नागार्जुन को देखा तो उनसे इसरार किया कि आप भी चलिए तो उन्होंने उस पर कहा इंदु तुम्हारे पिता हमारी कविता सुन नहीं पाएंगे. इंदिरा जी बहुत ही सरल और शालीन महिला थीं. उन्होंने कहा कि नहीं नहीं आप जरूर चलिए. वह आपको सुनेंगे और वह आपको स्वीकार करेंगे और बच्चन जी ने भी शर्मा शर्मी में उनसे कहा नहीं नहीं आप जरूर चलिए.
श्री विश्वास ने आगे कहा कि हिंदुस्तान का इतना बड़ा मसीहा आज के लोगों की क्या हैसियत? उनके बारे में व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी में कोई भी सिलेबस भेज दें लेकिन जवाहर तो सिर्फ जवाहर ही थे. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की आजादी को भाखड़ा नांगल बांध और आई आई टी आई आई एम का देने वाला आदमी अगर आपको पसंद नहीं है तो यह आपकी दिक्कत है, हमारी दिक्कत नहीं है.
उन्होंने कहा कि वह आदमी जिसे नासिर और टीटू दोनों सलाम करते थे. उन्होंने कहा वह आदमी जिसे अमेरिका और रूस दोनों अपने खेमे में लेना चाहते थे. वह आदमी जो गांधी का दत्तक पुत्र माना जाता था. वह आदमी जिसे लंदन कॉलेज ऑफ इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर लास्टिक प्यार करते थ. उस आदमी को सामने बिठा कर एक नौजवान शायर नागार्जुन ने कविता पढ़ी. बात यहां पर यह है कि क्या कहने वाले का कलेजा होगा और क्या सुनने वाले का ज़ब्त कि जब कहने वाले ने कहा
"वतन बेचकर पंडित नेहरू फूले नहीं समाते हैं - फिर भी गांधी की समाधि पर झुक झुक फूल चढ़ाते हैं"
कमाल की बात यह है कि यह नेहरू ने अपने कान से सुना और फिर यह इनके घर सीबीआई और ईडी नहीं भेजा भेज.
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