अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जरिए यौरोशलम को इजराइल की राजधानी ऐलान किए जाने के बाद पूरी दुनिया में क्रोध देखने को मिल रहा है. बीते रोज "OIC" की बैठक के बाद यह बात तय हो गई है कि इस मसले पर मिडिल ईस्ट किसी समझौते के मूड में नहीं है.
इस मसले पर कल दोपहर 14:30 बजे दिल्ली के राजघाट पर एक विशाल प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है. ज्ञात रहे कि मिडिल ईस्ट समेत पूरी दुनिया में लोग धरने प्रदर्शन कर रहे हैं, और राजनीतिक व सामाजिक लोगों का यह मानना है कि मिडिल ईस्ट में अमन को लेकर की जा रही कोशिशों के लिए ट्रम्प का फैसला एक बड़ा धक्का है. ट्रम्प के जरिए यौरोशलम को इसराइल की राजधानी के तौर पर मंजूरी दिए जाने के बाद दुनिया में हर रोज आए दिन धरने प्रदर्शन हो रहे हैं.
मौलाना जलाल हैदर नकवी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि फिलिस्तीन के लोगों को जिस तरह से परेशान किया जा रहा है वह न सिर्फ एक चिंताजनक है बल्कि उस पर दुनिया को अब होश के नाखुन लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनियों का फिलिस्तीन पर उसी तरह हक़ है जिस तरह अंग्रेजों का इंग्लैंड पर, हमें गांधी जी की यह बात नहीं भूलनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से निर्गुट राष्ट्र के रूप में सामने आया है. पूरी दुनिया में जहां भी जुल्म हुआ है, वहां भारत की उपस्थिति हुई है, और भारतीयों के खून में यह है कि वह जुल्म के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे हैं, और मज़लूम की हिमायत की है.
कल 14:30 बजे (Sunday, 17 December-18) दिल्ली के राजघाट पर एक विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है और उसके बाद राजघाट से रामलीला मैदान तक पैदल मार्च भी किया जाएगा.
इस मौक़े पर देश के सामाजिक सियासी और राजनीतिक सभी लोगों के साथ साथ सभी धर्मों के अनुयायियों से अपील है कि वह इस प्रदर्शन में शरीक होकर इसे कामयाब बनाएं और 1 दिनों फिलिस्तीनियों के लिए जरूर निकालें.
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उन्होंने कहा कि हमारा एक दिन फिलिस्तीनियों के जख्मों पर मरहम हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि हम सब लोग अपने वक़्त में से एक दिन फिलिस्तीनियों के लिए निकालें, और छुट्टी के दिन घूमने के बजाय मानवता के लिए वक्फ़ करें.