उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं निंदनीय है और इस तरह की घटनाओं से देश का आपसी सद्भाव खराब होगा.उन्होंने कहा कि भारत एक गंगा जमुनी तहजीब का देश है, यहां कानून का राज है, और इसी के मुताबिक काम होना चाहिए, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से अपील की कि वह इस तरह की घटनाओं पर विराम लगाएं, ताकि देश का आपसी भाईचारे का माहौल खराब ना होने पाए. RSS प्रमुख मोहन भागवत के जरिए बाबरी मस्जिद-राम मंदिर मुद्दे पर दिए गए बयान कि वहां मंदिर ही बनेगा, और भागवत के बयान का मुस्लिम समुदाय की तरफ से विरोध किए जाने के सवाल पर आनंद शर्मा ने कहा कि
मामला सर्वोच्च न्यायालय में है और किसी को ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जिससे देश का आपसी सद्भाव खराब हो. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय बाबरी मस्जिद-राम मंदिर मामले को देख रहा है और उसे अपना काम करने देना चाहिए.उन्होंने कहा कि जब दोनों पक्षों ने यह बात कह दी है कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करेंगे ऐसे में इस तरह का बयान तरक्क़ी के एजंडे से भटकाने की कोशिश है. आनंद शर्मा ने कहा कि वोट तरक्की और रोजगार के नाम पर मांगे गए थे.
देश आज यह जानना चाहता है कि कितने लोगों को पिछले 3 सालों में रोजगार मिला, कितने छोटे और बड़े उद्योग खोले गए. आनंद शर्मा ने कहा कि अगर इंडेक्स उठाकर देखें तो उसकी हर लकीर पूरी की पूरी लाल नजर आ रही है.भारतीय अर्थव्यवस्था की कमर न सिर्फ तोड़ दी गई है, बल्कि लाखों और करोड़ों की तादाद में लोग बेरोजगार किए गए हैं. उन्होंने कहा कि
हमें इस बात का पूरा विश्वास है कि यह सरकार 2019 में जरूर जाएगी, लेकिन उस के बाद आने वाली सरकार को अर्थव्यवस्था को लेकर कठोर चुनौतियों का सामना करना होगा. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अर्थव्यवस्था को जितना नुकसान पहुंचाया है उसको पटरी पर लाना बहुत ही मुश्किल काम होगा.आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक कमजोर प्रधानमंत्री करार देते हुए कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चुनावी जनसभाओं में जिस तरह के वादे किए थे और जिस तरह का लोगों को ख्वाब दिखाया था वह बिल्कुल भी पूरा नहीं हुआ, बल्कि उलटे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आनंद शर्मा ने कहा कि, सरकार मूडीज़ जैसे लोगों से प्रमाण पत्र लेकर यह साबित करना चाहती है कि देश की अर्थव्यवस्था बेहतर हो रही है, जो उसकी बड़ी भूल है.
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.