पटना. 900 करोड़ के चारा घोटाले के एक और मामले में दोषी साबित होने के बाद लालू यादव को रांची के बिरसा मुंडा आदर्श जेल लाया गया। शनिवार रात को जब खाना खाने की बारी आई तो उन्हें 5 रोटी के साथ एक कटोरी दाल और सब्जी दी गई। बाद में उनकी डिमांड पर आचार भी दिया गया।
पापा को भात नहीं, रोटी ही देना : तेजस्वी
जेल सुप्रीटेंडेंट के चैंबर में पूर्व सीएम लालू प्रसाद से पूछा गया, सर, रात का खाना क्या लेना पसंद करेंगे। वे चुप्पी साधे रहे। मौके पर मौजूद बेटे तेजस्वी ने कहा, पापा को भात नहीं रोटी ही देना है। रात में उन्हें जेल मैन्युअल के अनुसार खाने को पांच रोटियां, एक कटोरी अरहर की दाल और बंधगोभी की सब्जी दी गई। बाद में अचार भी उन्हें दिया गया।
3 जनवरी को सुनाई जाएगी सजा
पूर्व सीएम लालू प्रसाद समेत 16 आरोपियों को दोषी करार दिया गया है। सीबीआई की विशेष अदालत के जज शिवपाल सिंह ने शनिवार को देवघर कोषागार से 1991 से 1994 के बीच फर्जीवाड़ा करके 89.27 लाख रु. निकालने के मामले में फैसला सुनाया। दोषी आरोपियों को 3 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी।
चारा घोटाले में सातवीं बार जेल पहुंचे लालू
सजा सुनने के बाद जब लालू प्रसाद कोर्ट से बाहर निकल रहे थे, उनके कदम लड़खड़ा गए। बेटे तेजस्वी ने उन्हें संभाला। कोर्ट ने दोषी पाए गए अभियुक्तों को हिरासत में लेकर जेल भेजने का निर्देश दिया। इसके बाद लालू को बिरसा मुंडा आदर्श कारा लाया गया। चारा घोटाले के मामले में लालू को सातवीं बार जेल जाना पड़ा है। कुल 55 मामलों में से यह 33वां है और लालू दूसरे मामले में दोषी करार दिए गए हैं। राजद अध्यक्ष पर चारा घोटाले के 6 केस चल रहे हैं। चाईबासा कोषागार से 37 करोड़ 70 लाख रुपए की फर्जी तरीके से निकासी के अन्य मामले में लालू को सितंबर 2013 में पांच साल की सजा सुनाई थी। उन्हें बाद में हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। 5 अन्य केस में सुनवाई जारी है।