महंगाई, आर्थिक संकट और बेरोज़गारी को नफरत की सियासत से ढंकने का प्रयास, इसे देश को समझना होगा: तारिक़ अनवर
नफरत की सियासत और प्रधामंत्री का मौन, देश के लिये घातक: तारिक़ अनवर
नयी दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के महासचिव तारिक़ अनवर ने देश में शुरू हुयी नफरत की राजनीति पर पलट वार करते हुए कहा है कि यह सभी व्यापक सांप्रदायिक प्रवचन नरेंद्र मोदी सरकार की विफलताओं से ध्यान हटाने का एक चाल है, जो प्रधानमंत्री और उन के साथियों के समर्थन के बिना असंभव है।
कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि "प्रधानमंत्री की चुप्पी खतरनाक है। इसका मतलब दो चीजें हैं: एक, नफरत के अभियान को प्रधानमंत्री का आशीर्वाद; और दूसरा जो देश में हो रहा है उस पर उन को कोई चिंता नहीं है,"।
उन्हों ने कहा कि "हालांकि विभाजनकारी राजनीति नई नहीं है, हमने पिछले कुछ सालों में जो देखा है उस की कल्पना गांधी के भारत में नहीं की जा सकती है, वह अविश्वसनीय है।"
मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार के लिए कॉल, कथित रूप से दिसंबर से ही देश के विभिन्न हिस्सों से दी गयी, और उत्तर प्रदेश में मुस्लिम महिलाओं से बलात्कार की धमकी देने के आरोप में दबाव के बाद एक साधु को गिरफ्तार किया गया।
अनवर ने कहा कि यह दुखद है कि, दिल्ली पुलिस - जो केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करती है - ने उस घटना से संबंधित एक मामला बंद कर दिया, जहां प्रतिभागियों ने हिंदू राष्ट्र को स्थापित करने के लिए "लड़ने, मरने और मारने" के लिए शपथ ली थी, उस के लिए दलील दी गयी कि उस में "घृणित शब्द" का उपयोग किसी भी समुदाय के खिलाफ नहीं किया गया था।
उन्हों ने कहा कि यह दर्शाता है कि पूरे देश में फैले नफरत के अभियान में BJP और सरकार का समर्थन है, RSS प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को हरिद्वार में जो कहा उसे क्या कहा जायेगा, क्या देश इसे नहीं देख रहा है, और कितनी दलील चाहिए कि नफरत को बीजेपी स्पॉन्सर्ड कर रही है।
भागवत ने कहा कि भारत सानातन धर्म की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है, बाधाओं को बनाने वाले किसी भी व्यक्ति को अलग कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अखण्ड भारत को प्राप्त करने के लिए सामान्य गति में 25-30 साल लगेंगे, लेकिन अगर सभी ने कड़ी मेहनत की तो इसे 15 साल में प्राप्त किया जा सकेगा, और इस में डंडे की बात भी कही गयी।
अनवर ने कहा, " समस्याओं को हल करने के बजाय, उन्होंने (भागवत) अगले 15 वर्षों में अखण्ड भारत के वादे के साथ ध्यान देने की बात की।" अनवर ने पूछा: "क्या वह आज समाज में डिवीजनों के बारे में चिंतित नहीं हैं? क्या उन को मोदी सरकार द्वारा लोगों पर थोपी गयी मंहगाई, बेरोजगारी और आर्थिक संकट की चिंता नहीं है, वह इस पर क्यों नहीं बोलते? "
भागवत ने कुछ राज्यों में राम नवामी हिंसा, या कर्नाटक में हिजाब, हलाल मांस और मस्जिद लाउडस्पीकरों पर प्रतिबंधित या मांग किए गए प्रतिबंधों के लिए मुसलमानों को जारी खतरों पर एक शब्द नहीं बोला, यह भगवत का अखंड भारत है।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.