उर्दू के मशहूर शायर और गीतकार राहत इंदौरी साहब के निधन पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर के लिखा है कि " “अब ना मैं हूँ ना बाक़ी हैं ज़माने मेरे,
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे...”
अलविदा, राहत इंदौरी साहब।
“अब ना मैं हूँ ना बाक़ी हैं ज़माने मेरे,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 11, 2020
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे...”
अलविदा, राहत इंदौरी साहब।
भारत सरकार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा "मक़बूल शायर राहत इंदौरीजी के गुज़र जाने की खबर से मुझे काफ़ी दुख हुआ है। उर्दू अदब की वे क़द्दावर शख़्सियत थे।अपनी यादगार शायरी से उन्होंने एक अमिट छाप लोगों के दिलों पर छोड़ी है।आज साहित्य जगत को बड़ा नुक़सान हुआ है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके चाहने वालों के साथ हैं।"
इंक़लाबी शायर राहत इंदोरी अपने लाखों शैदाइयों को ग़मज़दा छोड़ कर इस दुनिया से रुख़्सत हो गए।@rahatindori की कमी को उर्दू शायरी हमेशा महसूस करेगी।उन का यह शेर कभी भुलाया नहीं जा सकता-
— Tariq Anwar (@itariqanwar) August 11, 2020
"सभी का खून है शामिल यहां की मिट्टी में किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है "#RahatIndori pic.twitter.com/Res9vMQWPq
कांग्रेस नेता तारिक़ अनवर ने लिखा " इंक़लाबी शायर राहत इंदोरी अपने लाखों शैदाइयों को ग़मज़दा छोड़ कर इस दुनिया से रुख़्सत हो गए।@rahatindori की कमी को उर्दू शायरी हमेशा महसूस करेगी।उन का यह शेर कभी भुलाया नहीं जा सकता-
"सभी का खून है शामिल यहां की मिट्टी में किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है "
मक़बूल शायर राहत इंदौरीजी के गुज़र जाने की खबर से मुझे काफ़ी दुख हुआ है। उर्दू अदब की वे क़द्दावर शख़्सियत थे।अपनी यादगार शायरी से उन्होंने एक अमिट छाप लोगों के दिलों पर छोड़ी है।आज साहित्य जगत को बड़ा नुक़सान हुआ है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके चाहने वालों के साथ हैं।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 11, 2020
#RahatIndori
झारखण्ड के मुखिया मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा परमात्मा राहत साहब की आत्मा को शांति प्रदान कर परिवार को दुःख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति दें।
मालूम हो मंगलवार को शायर राहत इंदौरी का हार्ट अटैक से मौत होगयी । जिसके बाद देश दुनियां में उन्हें चाहने वालों में मातम छा गया । इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री ने भी उनकी मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने राहत साहब को आखिरी सलामी पेश करते हुए कहा, अलविदा, राहत साहब!
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