United Nations General Assembly में गूंजा दिल्ली का डंका, अरविंद केजरीवाल ने कहा शाबाश आतिशी
United Nations की General Assembly की मीटिंग हुई। मीटिंग में 193 देशों में से कई देशों के प्रतिनिधित्व मौजूद थें। ठीक इसी तरह भारत की ओर से दिल्ली विधान सभा सदस्य और काउंसिलर आतिशी मौजूद थीं। आतिशी ने उपस्थित सभी देशों के प्रतिनिधित्व के सामने दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा "केजरीवाल मॉडल" को पढ़ा। उन्होंने मॉडल के सभी तर्को को विस्तार से भी बताया।
बता दें कि आतिशी ने यूनाइटेड नेशंस का अभिवादन करते हुए अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा कि, “यह उपस्थित सभी लोगो अलग अलग देशों से आते हैं, परंतु फिर भी हम सब एक सामान्य चुनौती का सामना कर रहे हैं। और यह चुनौती है कि कैसे हम अपने देश के नागरिकों को न्यायसम्य, पारिस्थितिक स्थिरता और राजकोषीय विवेक को ध्यान में रखते हुए उच्च स्तरीय लोक सेवा प्रदान करें।
लोगो की धारणा बताते हुए आतिशी कहती है कि 90 के दशक से ही हम ऐसा मानते आ रहे हैं कि शिक्षा, स्वास्थ, जल व्यवस्था और बिजली आम नागरिकों के लिए काफी महंगी चीज़ है, और जो भी सरकार लोगों तक यह सारी सुविधाएं पहुंचाती है आखिर में उसे कर्ज़ जैसी चुनौती का सामना करना पड़ता है। जिसकी वजह से विकासशील देशों की सरकार ने इन सब सुविधाओं से अपने हाथ वापस खीच लिए हैं।
शाबाश आतिशी
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 29, 2022
ये बेहद गौरवान्वित करने वाला पल है। इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिल्ली और देश के लोगों की भावनाओं समेत देश के सामर्थ्य से पूरे विश्व को अवगत कराने पर बहुत-बहुत बधाई। देश इसी तरह की प्रगतिशील सोच चाहता है। भारत अब आगे बढ़ना चाहता है। https://t.co/tzKHPxx0UL
इतना ही नहीं, इन सब का प्रभाव बताते हुए आतिशी कहती हैं कि, “सरकार के इस कदम से आज जल विभाग और शिक्षा संस्थानों में निजीकरण जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके वजह से लोगो को बढ़ते दरों को झेलना पड़ता है। शिक्षा और स्वस्थ जैसे क्षेत्रों में घटौती के मुद्दे सामने आए है, जिसकी वजह से अच्छे विद्यालय और स्वास्थ सेवाओं की कमी देखी जा सकती है। जिसने आज असमानता को जन्म दिया।
जबकि पिछले 10 सालो में 30 मिलियन लोगो के एक शहर ने यह सिद्ध कर दिया कि हम दोनो चीज़े कर सकते हैं। अच्छी शिक्षा के साथ साथ उच्च स्तरीय स्वस्थ सेवा भी पहुंचा सकते हैं। 2015 में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक पार्टी की स्थापना की गई। उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया। आज पूरे देश में दिल्ली में सबसे ज्यादा बिजली दर है। जबकि पिछले 7 सालों में दिल्ली सरकार ने कई सफल प्रावधान से भी परिचित करवाया। आज दिल्ली में 24 घंटे बिजली आती है।
वहीं अपनी बात को रखते हुए आतिशी विस्तार से विश्लेषित करती है। वह कहती है कि, “आज दिल्ली के 4 मिलियन लोग जीरो बिजली बिल पा रहे हैं। 1500 से ज्यादा घरों में पाइप के द्वारा जल का वितरण किया जा रहा है। पिछले 5 सालों से सरकारी विद्यालय निजी विद्यालयों से बेहतर प्रदर्शन कर रहें है। परिणामस्वरूप करीब 2 लाख बच्चे निजी विद्यालय को छोड़ कर सरकारी विद्यालय आए हैं। दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक न्यूनतम राशि में लोगो की सहायता कर रहे हैं। और खुशी की बात यह है कि इन सारी सुविधाओं के साथ दिल्ली का राजस्व 300 बिलियन से 750 बिलियन बढ़ा है।
वहीं आपको बता दें कि, “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यूनाइटेड नेशंस में आतिशी द्वारा दिए गए इस भाषण की प्रशंसा भी की है। उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि :
शाबाश आतिशी !
ये बेहद गौरवान्वित करने वाला पल है। इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिल्ली और देश के लोगों की भावनाओं समेत देश के सामर्थ्य से पूरे विश्व को अवगत कराने पर बहुत-बहुत बधाई। देश इसी तरह की प्रगतिशील सोच चाहता है। भारत अब आगे बढ़ना चाहता है।
ताज़ातरीन ख़बरें पढ़ने के लिए आप वतन समाचार की वेबसाइट पर जा सक हैं :
https://www.watansamachar.com/
उर्दू ख़बरों के लिए वतन समाचार उर्दू पर लॉगिन करें :
http://urdu.watansamachar.com/
हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें :
https://www.youtube.com/c/WatanSamachar
ज़माने के साथ चलिए, अब पाइए लेटेस्ट ख़बरें और वीडियो अपने फ़ोन पर :
आप हमसे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं- ट्विटर :
https://twitter.com/WatanSamachar?s=20
फ़ेसबुक :
यदि आपको यह रिपोर्ट पसंद आई हो तो आप इसे आगे शेयर करें। हमारी पत्रकारिता को आपके सहयोग की जरूरत है, ताकि हम बिना रुके बिना थके, बिना झुके संवैधानिक मूल्यों को आप तक पहुंचाते रहें।
Support Watan Samachar
100 300 500 2100 Donate now
Enter your email address to subscribe and receive notifications of latest News by email.